The author of ‘Heeramandi’ was upset with Taha Shah | ताहा शाह से परेशान हो गई थीं हीरामंडी’ की राइटर: चाहती थीं एक सीन में रोने का सीन दें, एक्टर बोले- आदमी थोड़े ही रोते हैं

5 घंटे पहले

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संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज ‘हीरामंडी’ रिलीज होने के बाद से ही चर्चा में है। ‘हीरामंडी’ के एक्टर ताहा शाह बदुशा भी हर तरफ छाए हुए हैं। हाल ही में उनसे जुड़ा एक किस्सा सामने आया है। दरअसल, संजय लीला भंसाली के साथ बतौर डायरेक्टर काम करने वाली स्नेहिल दीक्षित मेहरा ने ताहा शाह बदुशा से जुड़ा एक किस्सा सुनाया है। उन्होंने ‘हीरामंडी’ के सेट से अपना एक्सपीरियंस शेयर किया है। उन्होंने बताया कि इंडस्ट्री के बड़े-बड़े लोगों के साथ काम करना कैसा होता है। ताहा ने ‘हीरामंडी’ में ताजदार का किरदार निभाया था, जिसे दर्शकों ने काफी पसंद किया है।

ताहा शाह ने रोने से मना कर दिया था

बॉलीवुड लाइफ से बात करते हुए स्नेहिल दीक्षित मेहरा ने कहा कि एक सीन की वजह से ताहा ने उन्हें बहुत परेशान कर दिया था। इस वजह से स्नेहिल को एक बार ताहा पर गुस्सा भी आ गया था। लेकिन ताहा उनकी बात नहीं मान रहे थे। दरअसल एक खास सीन था जिसमें वह चाहती थीं कि ताहा की आंखों में आंसू नजर आएं। इस पर ताहा ने उनसे कहा था कि आदमी थोड़े ही रोते हैं। इसके बाद भी स्नेहिल उन्हें बार-बार इस सीन में रोने के लिए कह रही थीं।

स्नेहिल का कहना है कि वो पहली बार इस फिल्म में बतौर डायरेक्टर काम कर रही थीं। ऐसे में पहली बार फरीदा जलाल, मशहूर सिनेमैटोग्राफर सुदीप चटर्जी और महेश लिमये जैसे इंडस्ट्री के बड़े एक्टर्स के साथ काम करना उनके लिए एक जबरदस्त एक्सपीरियंस रहा।

उन्होंने कहा- ऐसे कई सीन थे, जिन्हें कई बार रीटेक की जरूरत पड़ी, क्योंकि मैं पहली बार डायरेक्शन भी कर रही थीं। कई बार मुझे घबराहट भी होती थी, जब फरीदा जलाल जैसी कोई शख्सियत होती हैं, जिनके पास इतना ज्यादा एक्सपीरियंस होता है, हम उन्हें देखकर बड़े हुए हैं, तो आप उन्हें कैसे बता सकते हैं कि उन्हें क्या करना है? पहली बार डायरेक्टर बनने के नाते मुझे इस तरह की घबराहट बहुत होती थी।

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