सीएम मोहन यादव ने सिविल सेवा अधिकारियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का किया शुभारंभ, बोले- नौकरी नहीं यह समाज के लिए बड़ी जिम्मेदारी

भोपाल में भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय वन सेवा, राज्य सेवा अधिकारियों के संयुक्त आधारभूत प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को नई दिल्ली से मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कि शासकीय सेवा केवल नौकरी नहीं अपितु समाज के लिए सर्वश्रेष्ठ करने की बड़ी जिम्मेदारी है।हमें जो भी भूमिका मिल रही है, उसे हम पूर्ण आत्मविश्वास के साथ बेहतर से बेहतर तरीके से निभाने का प्रयत्न करें।

By Neeraj Pandey

Publish Date: Tue, 11 Jun 2024 02:18:26 AM (IST)

Up to date Date: Tue, 11 Jun 2024 02:18:26 AM (IST)

मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव प्रशासन अकादमी भोपाल में एक कार्यक्रम को ऑनलाइन संबोधित करते हुए

HighLights

  1. मुख्यमंत्री ने सिविल सेवा अधिकारियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का किया शुभारंभ
  2. मुख्यमंत्री ने कहा – कार्यशैली में मानवीयता एवं संवेदना जरूरी
  3. सीएम मोहन ने नौकरी नहीं अपितु समाज के लिए सर्वश्रेष्ठ करने की बड़ी जिम्मेदारी

राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल : सोमवार को मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने प्रशासन अकादमी भोपाल में एक कार्यक्रम को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि शासकीय अधिकारी-कर्मचारी इस भावना से कार्य करें कि वे सरकार के नहीं समाज के सेवक हैं। उनकी कार्यशैली में मानवीयता व संवेदना का सदैव प्रकटीकरण होना चाहिए। शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों को प्राप्त अधिकार जन-आकांक्षाओं और जनहित की पूर्ति के लिए हैं और उनकी जनता के प्रति जबावदारी है। शासकीय सेवा केवल नौकरी नहीं अपितु समाज के लिए सर्वश्रेष्ठ करने की बड़ी जिम्मेदारी है। हमें जो भी भूमिका मिल रही है, उसे हम पूर्ण आत्मविश्वास के साथ बेहतर से बेहतर तरीके से निभाने का प्रयत्न करें।

भोपाल में भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय वन सेवा, राज्य सेवा अधिकारियों के संयुक्त आधारभूत प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को नई दिल्ली से मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षुओं से संवाद भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान राम का रामराज्य तथा सम्राट विक्रमादित्य व सम्राट अशोक का कार्यकाल प्रशासनिक दक्षता और सुशासन का पर्याय माना जाते हैं। इसलिए लोकहित में किया गया कार्य ही सुशासन है।

समय का सदुपयोग सर्वश्रेष्ठ रूप में करें

उन्होंने कहा कि वे समय का सदुपयोग सर्वश्रेष्ठ रूप में करें और अपनी क्षमता व योग्यता के दम पर निरंतर आगे बढ़ने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि शासकीय सेवक निर्भिक और निस्वार्थ रहते हुए कर्मयोगी की तरह कार्य कर अपनी पहचान बनाएं। बता दें कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के नौ, भारतीय वनसेवा के 15 और राज्य सिविल सेवा के 127 प्रशिक्षु प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।

प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ

भारतीय प्रशासनिक सेवा 2023 बैच का राज्य प्रशिक्षण कार्यक्रम, भारतीय वन सेवा 2022 बैच का आधारभूत प्रशिक्षण कार्यक्रम और राज्य सिविल सेवा 2019-20 बैच का संयुक्त आधारभूत प्रशिक्षण कार्यक्रम 10 जून से आरंभ हुआ।

प्रशासन अकादमी में कार्यक्रम का शुभारंभ अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन तथा महानिदेशक प्रशासन अकादमी विनोद कुमार, अपर मुख्य सचिव वन जेएन कंसोटिया, सचिव सामान्य प्रशासन जी.वी. रश्मि तथा संचालक प्रशासन अकादमी मुजीबुर्रहमान ने दीप प्रज्वलित कर किया। प्रशासन अकादमी के संकल्प गीत का गायन भी हुआ। शुभारंभ अवसर पर सभी प्रशिक्षुओं ने अपना परिचय दिया

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