Omkareshwar Information: ओंकारेश्वर बांध के बैकवाटर में सोलर पैनल से 31 जुलाई तक बनने लगेगी 300 मेगावाट बिजली

ओंकारेश्वर बांध के बैकवाटर में सोलर पावर प्लांट तैयार किया जा रहा है। तीन कंपनियां ने प्रदेश शासन से लगभग 300 मेगावाट का अनुबंध किया है। दो दिन पहले यहां से 48.4 मेगावाट बिजली बननी शुरू हो गई है। प्रथम चरण में 31 जुलाई तक तीनों कंपनियों की यूनिटों से लक्ष्य के अनुसार बिजली बननी शुरू हो जाएगी।

By Neeraj Pandey

Publish Date: Wed, 26 Jun 2024 12:58:20 AM (IST)

Up to date Date: Wed, 26 Jun 2024 12:58:20 AM (IST)

विश्व का सबसे बड़ा तैरने वाला सोलर पावर प्लांट

HighLights

  1. ओंकारेश्वर बांध के बैकवाटर में बन रहा तैरने वाला सोलर पावर प्लांट
  2. प्रथम चरण में तीन कंपनियां ने किया 300 मेगावाट का अनुबंध
  3. तीन कंपनियों में से दो बना रहीं 123.4 मेगावाट बिजली

नईदुनिया प्रतिनिधि, खंडवा : ओंकारेश्वर बांध के बैकवाटर में विश्व का सबसे बड़ा तैरने वाला (फ्लोटिंग पैनल) सोलर पावर प्लांट आकार ले रहा है। प्रथम चरण में तीन कंपनियां ने प्रदेश शासन से लगभग 300 मेगावाट का अनुबंध किया है। 31 जुलाई तक यहां पूरी क्षमता से बिजली बनाई जाएगी। वैसे दो कंपनियों एएमपीए एनर्जी 75 मेगावाट (केलवाखुर्द) और एनएचडीसी 48.4 मेगावाट (ईंधावड़ी) ने बिजली बनाना शुरू कर दिया है, वहीं तीसरी कंपनी एसजेवीएन को (एखंड) में जनरेशन के लिए टेस्टिंग की अनुमति का इंतजार है।

मप्र पावर जनरेटिंग कंपनी से स्वीकृति की औपचारिकता की वजह से उत्पादन अटका हुआ है। फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट से 600 मेगावाट बिजली का उत्पादन दो चरणों में प्रस्तावित है। संयंत्र से 12 लाख टन कार्बन डाइआक्साइट का उत्सर्जन रुकेगा, जो एक करोड़ 52 लाख पेड़ के बराबर है।

इसमें प्रथम चरण में करीब 300 मेगावाट का अनुबंध तीन कंपनियों ने किया है। परियोजना के दूसरे चरण में 300 मेगावाट के लिए सात कंपनियों ने निविदा में भागीदारी की है। इनके टेंडर भी जल्द खुलने वाले हैं। इसके बाद आने वाले दो वर्ष में करीब 600 मेगावाट बिजली सोलर पैनल से बनने लगेगी।

एनएचडीसी ने शुरू किया उत्पादन

पहले चरण की तीन कंपनियों में शामिल नर्मदा हाइड्रो डेवलेपमेंट कार्पोरेशन (एनएचडीसी) ने ईंधावड़ी में 88 मेगावाट प्लांट का कार्य तेजी से किया जा रहा है। दो दिन पहले यहां से 48.4 मेगावाट बिजली बननी शुरू हो गई है। यहां से बिजली विद्युत वितरण कंपनी के ग्रिड को भेजी जा रही है। इस यूनिट से 31 जुलाई तक 88 मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य हैं। इसका स्टालेशन टाटा समूह द्वारा किया जा रहा है। पांच वर्ष रखरखाव भी कंपनी करेगी।

ओंकारेश्वर परियोजना प्रमुख धीरेंद्र कुमार द्विवेदी ने बताया कि 88 मेगावाट के लिए 207 हेक्टेयर में दो लाख 13 हजार 450 फ्लोटिंग सोलर पैनल बैकवाटर में लगना है। इसमें से एक लाख से अधिक सोलर पैनल लग चुके है। इनसे 48.4 मेगावाट बिजली का उत्पादन प्रारंभ हो गया है।

ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट से प्रथम चरण में 31 जुलाई तक तीनों कंपनियों की यूनिटों से लक्ष्य के अनुसार बिजली बननी शुरू हो जाएगी। अभी एनएचडीसी और एएमपी एनर्जी कंपनी ने प्रारंभिक उत्पादन शुरू कर दिया है।

राजेंद्र गोयल, प्रबंधक नवीकरणीय ऊर्जा विकास निगम

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