मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जल गंगा संवर्धन अभियान उत्सव पर चर्चा कर कहा कि कई जिलों में अच्छा काम कर जल स्त्रोतो को सफाई की। इस दौरान उन्होंने जहां भूमिगत जल कम है, वहां जल स्त्रोतों को प्रभावी करने करने को कहा। By Anurag Mishra Publish Date: Mon, 01 Jul 2024 12:19:57 AM (IST) Up to date Date: Mon, 01 Jul 2024 12:19:57 AM (IST) अधिकारियों के साथ सीएम की बैठक। (फाइल फोटो) HighLights रोजगार की दृष्टि से मत्स्य पालन अन्य गतिविधियां हों संचालित- सीएम जल स्रोतों को चिन्हित कर बढ़ाई जाए उनकी क्षमता- सीएम नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून से लेकर 30 जून तक जल गंगा संवर्धन अभियान उत्सव के रूप में चला। कई जिलों में अच्छे कार्य हुए हैं। कई पुरानी बावड़ियां अस्तित्व में आ गईं। जल स्रोतों की सफाई भी की गई। अनेक स्थानों पर गुणवत्तापूर्ण कार्य हुए हैं। इन कार्यों की उपयोगिता को देखते हुए भविष्य की दृष्टि से 30 जून के बाद भी कार्यों को जारी रखा जाए। नवाचारों की जानकारी संकलित की जाए, जो कार्य शेष हैं, उन्हें चिन्हित कर पूरा करने का प्रयास हो। जल स्रोतों को चिन्हित करने और उनकी क्षमता बढ़ाने का अभियान लगातार चले। ऐसे स्थान जहां पानी मिला है, उनका उपयोग भी हो जाए। रोजगार की दृष्टि से मत्स्य पालन या अन्य गतिविधियां भी संचालित की जाएं। सैडमेप के सहयोग से ऐसी जल संरचनाओं जहां भूमिगत जल कम हो गया है, उनको उपयोगी बनाने से संबंधित अध्ययन एवं सर्वे किया जाए। जनपद पंचायतें ऐसे जल स्रोतों को प्रभावी बनाने का कार्य करें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज समत्व भवन, मुख्यमंत्री निवास से प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टर्स, कमिश्नर्स और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निर्देश दिए कि प्रदेश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जल स्रोतों को सहेजने, उनकी स्वच्छता और जल स्रोतों की उपयोगिता और क्षमता बढ़ाने के कार्य निरंतर किए जाएं। ये अधिकारी वर्चुअली जुड़े वीडियो कांफ्रेंस के अवसर पर मुख्य सचिव वीरा राणा, मुख्यमंत्री कार्यालय के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव संजय कुमार शुक्ला एवं राघवेंद्र कुमार सिंह, सचिव भरत यादव उपस्थित थे। पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना जबलपुर से वर्चुअली जुड़े।
Day: June 30, 2024
विराट-रोहित ने तो ले ली T20I से विदाई, लेकिन भरपाई कौन करेगा? यह सोचकर BCCI चीफ को भी हुई टेंशन!
हाइलाइट्स विराट कोहली और रोहित शर्मा अब केवल वनडे, टेस्ट में नजर आएंगे.आईपीएल के जरिए दोनों टी20 फॉर्मेट में सक्रिय रहेंगे.टी20 फॉर्मेट में दोनों के स्थान पर युवा क्रिकेटर्स को मौका दिया जाएगा. नई दिल्ली. टी20 वर्ल्ड कप 2024 का फाइनल जीतकर भारत ने भले ही दूसरी बार यह खिताब अपने नाम कर लिया हो, लेकिन साथ ही टीम के लिए शनिवार देर रात एक नहीं बल्कि दो बुरी खबर भी आई. विराट कोहली और रोहित शर्मा दोनों ही दिग्गजों ने खेल के सबसे छोटे फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा भी कर दी. दोनों अब केवल भारत के लिए वनडे और टेस्ट में ही खेलते हुए नजर आएंगे. बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने कहा कि टीम इंडिया में दोनों की जगह को भर पाने में दो से तीन साल का वक्ल लग सकता है. बिन्नी टी20 विश्व कप का फाइनल देखने के लिए सचिव जय शाह के साथ बारबाडोस में मौजूद रहे. फाइनल के बाद बिन्नी ने कहा, “आईपीएल के माध्यम से बहुत सारे क्रिकेटर आ रहे हैं लेकिन इस अंतर को पाटने में कुछ समय लगेगा. उन्होंने हमारी टीम के लिए बहुत योगदान दिया है.” यह भी पढ़ें:- आंसू तो विरोधी टीम के भी खूब बहे…लेकिन उसमें दर्द बहुत था, शम्सी-मिलर को वाइफ ने दिया दिलासा इस बीच बीसीसीआई ने टीम के अगले कोच की तलाश शुरू कर दी है. इस दौड़ में गौतम गंभीर सबसे आगे हैं. लेकिन बिन्नी ने इस बारे में ज़्यादा कुछ नहीं बताया. “अभी तक हमारे पास कोई भी ठोस जानकारी नहीं आई है. गौतम गंभीर के पास काफ़ी अनुभव है. उन्होंने कई टीमों के साथ काम किया है.” भारतीय टीम की वर्ल्ड कप जीत के बाद बीसीसीआई ने उन्हें एक बड़ा तोहफा भी दिया है. बीसीसीआई ने रविवार को विश्व कप विजेता टीम को बतौर इनाम 125 करोड़ रुपये देने का निर्णय किया है. यह राशि आईसीसी द्वारा विश्व कप विजेता टीम को दी जाने वाली रकम से अलग होगी. एक बात तो साफ है कि टीम इंडिया के बैटर इस जीत के बाद खूब मालामाल होने वाले हैं. Tags: Icc T20 world cup, Roger Binny, Rohit sharma, T20 World Cup, Virat Kohli FIRST PUBLISHED : June 30, 2024, 23:27 IST
Bilaspur Information : हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति आठ को रायपुर में निकालेगी हवाई सुविधा मार्च
समिति का कहना है की वह सेना की जमीन के हस्तांतरण के लिए होने वाले सीमांकन और नाइट लैंडिंग के लिए आवश्यक डीवीओआर उपकरण की स्थापना के संबंध में राज्य शासन की ओर से सार्थक पहल नहीं की जा रही है। पहल ना किए जाने के कारण कार्य की प्रगति शून्य है। By Yogeshwar Sharma Publish Date: Mon, 01 Jul 2024 12:39:40 AM (IST) Up to date Date: Mon, 01 Jul 2024 12:39:40 AM (IST) घड़ी चौक से मुख्यमंत्री निवास तक करेंगे पदयात्रा, इसके पहले सीएम से भेंट कर मागेंगे समयनईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। बिलासा एयरपोर्ट में हवाई सुविधाओं की मांग और विस्तार के साथ ही उन्नयन की मांग को लेकर हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने आंदोलन का विस्तार करने का निर्णय लिया है। न्यायधानी से अब राजधानी में हल्ला बोल का निर्णय लिया है। आठ जुलाई को राजधानी में संघर्ष समिति के पदाधिकारी, कार्यकर्ताओं व शहरवासियों द्वारा पदयात्रा की जाएगी। घड़ी चौक से पदयात्रा मुख्यमंत्री निवास तक जाएगी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपेंगे। समिति का कहना है की वह सेना की जमीन के हस्तांतरण के लिए होने वाले सीमांकन और नाइट लैंडिंग के लिए आवश्यक डीवीओआर उपकरण की स्थापना के संबंध में राज्य शासन की ओर से सार्थक पहल नहीं की जा रही है। पहल ना किए जाने के कारण कार्य की प्रगति शून्य है। अंचलवासियों को सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। वर्षाऋतु प्रारंभ हो गया है। नाइट लैंडिंग की सुविधा ना मिलने के कारण खराब मौसम में फ्लाइट की बिलासा एयरपोर्ट में लैंडिंग नहीं हो पाएगी। बिलासपुर आने वाले फ्लाइट और यहां से महानगरों के लिए उड़ान भरने वाले फ्लाइट कैंसिल होंगे। इससे यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। रविवार को राघवेंद्र राव सभा भवन परिसर में धरना प्रदर्शन के दौरान समिति के सदस्यों ने राजधानी रायपुर में आंदोलन को लेकर रूपरेखा बनाई और तिथि भी तय कर दी है। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा की यह पूरी तरह शांतिपूर्ण प्रदर्शन होगा और इसके लिए बिलासपुर से 25 से अधिक गाड़ियों में 100 से अधिक सदस्य और नागरिक रायपुर जाएंगे। धरना प्रदर्शन में रायपुर जाने वाले शहरवासियों को आठ जुलाई सोमवार को दोपहर में एक बजे धरना स्थल राघवेंद्र राव सभा भवन में इकट्ठा होने कहा गया है। रायपुर में घड़ी चौक के सामने ही कलेक्टोरेट परिसर स्थित पार्किंग में सभी गाड़ियों को रखा जाएगा। इसके बाद व्यवस्थित और शांतिपूर्ण तरीके से घड़ी चौक से मुख्यमंत्री निवास की ओर मार्च किया जाएगा। समिति ने कहा कि रायपुर जिला प्रशासन से इस बारे में अनुरोध करेंगे कि समिति के प्रतिनिधि मंडल को मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए आठ जुलाई को समय दिलाया जाए।
Bilaspur Crime Information: पत्नी से अवैध संबंध की आशंका पर पेट्रोल पंप संचालक की पिटाई, अपहरण कर छोड़ा सेंदरी में
कोतवाली सीएसपी पूजा कुमार ने बताया कि जगमल चौक के पास रहने वाली दुर्गा यादव (32) ने अपहरण की शिकायत की है। महिला ने बताया कि उसका पति भोला उर्फ शेखर यादव (47) बिल्हा मोड़ के पास स्थित पेट्रोल पंप पर काम करता है, जिसके संचालक जीतू अग्रवाल हैं। By Yogeshwar Sharma Publish Date: Mon, 01 Jul 2024 12:33:17 AM (IST) Up to date Date: Mon, 01 Jul 2024 12:33:17 AM (IST) कोतवाली पुलिस की गिरफ्त में आरोपित युवक। HighLights आरोपित पति समेत तीन गिरफ्तार एक आरोपित फरार, कोतवाली पुलिस की कार्रवाई घटना में शामिल तीन आरोपित को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है। नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। पेट्रोल पंप के मालिक का उसके ही कर्मचारी ने पत्नी से अवैध संबंध की आशंका पर अपहरण कर लिया। इसके बाद पेट्रोल पंप मालिक और उसके ड्राइवर की पिटाई कर सेंदरी के पास छोड़ दिया। इधर कर्मचारी की पत्नी ने अपने पति के खिलाफ अपहरण की शिकायत कर दी। मामले की जांच के बाद पुलिस ने घटना में शामिल तीन आरोपित को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है। मामले में एक आरोपित फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। कोतवाली सीएसपी पूजा कुमार ने बताया कि जगमल चौक के पास रहने वाली दुर्गा यादव (32) ने अपहरण की शिकायत की है। महिला ने बताया कि उसका पति भोला उर्फ शेखर यादव (47) बिल्हा मोड़ के पास स्थित पेट्रोल पंप पर काम करता है, जिसके संचालक जीतू अग्रवाल हैं। पेट्रोल के मालिक जीतू अग्रवाल अपने साथ दुर्गा, उसके पति भोला व बच्चों को वृंदावन घुमाने लेकर गए थे। वहां पर भोला को दुर्गा और मालिक जीतू अग्रवाल के बीच अवैध संबंध का शक हो गया। इसी बात को लेकर भोला ने कटनी के पास मालिक से विवाद किया। इससे नाराज जीतू अग्रवाल ने भोला को कार से उतार दिया। वे दुर्गा और बच्चों को लेकर शहर आ गए। उनको घर पर छोड़कर वे अपने घर चले गए। दूसरे दिन 26 जून को भोला किसी तरह बिलासपुर पहुंचे। यहां आते ही उसने अवैध संबंध की बात कहते हुए पत्नी से मारपीट की। इसकी जानकारी होने पर जीतू अग्रवाल ने दुर्गा और उसके बच्चों को चकरभाठा स्थित एक होटल में रुकवा दिया। इधर भोला ने जीतू अग्रवाल को बातचीत करने के लिए अपने घर बुलाया। यहां पर उसने जीतू अग्रवाल की पिटाई की। इसके बाद मालिक और उसके ड्राइवर त्रिलोचन की अपने दोस्तों के साथ पिटाई करते हुए अपने साथ लेकर गया। इसके बाद जीतू और भोला का मोबाइल बंद बताने लगा। महिला की शिकायत पर पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान पता चला कि जीतू अग्रवाल और उनका ड्राइवर सेंदरी के पास हैं। पुलिस ने घायल पेट्रोल पंप संचालक को अस्पताल में भर्ती कराया। कार बिगड़ी तो मोबाइल लूटकर भागे पुलिस की पूछताछ में पीड़ित जीतू अग्रवाल ने बताया कि सेंदरी के पास कार खराब होने पर भोला और उसके साथी उन्हे छोड़कर भाग निकले। इस बीच आरोपित युवकों ने पेट्रोल पंप संचालक का मोबाइल लूट लिया। घायल से पूछताछ के बाद पुलिस की टीम ने भोला और उसके साथियों की तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने मामले में भोला यादव, रोहन श्रीवास उर्फ नान्हे (20) जगमल चौक, अजीत विश्वास (24) निवासी देवरीखुर्द को पकड़ लिया। मामले में एक आरोपित लल्ला यादव फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। वृंदावन में भी हुआ था विवाद पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि वृंदावन में ही भोला को अपनी पत्नी पर शक होने लगा। उसने अपनी पत्नी से वृंदावन में भी विवाद किया। इसके बाद रास्ते में भी इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ। इसी दौरान पेट्रोल पंप संचालक ने कर्मचारी की पत्नी का पक्ष लेते हुए उसे रास्ते में ही कार से उतार दिया। बिलासपुर में विवाद होने पर उसने कर्मचारी की पत्नी और बच्चों को लेकर चकरभाठा स्थित होटल में ठहरा दिया। इससे कर्मचारी भोला का गुस्सा और बढ़ गया।
T20 World Cup: टीम इंडिया से मुलाकात कर सकते हैं PM मोदी, बारबाडोस में खत्म किया था 11 साल का इंतजार
नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम के वेस्टइंडीज से लौटने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की संभावना है, जहां उन्होंने आखिरी ओवर के रोमांचक मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को हराकर 2024 टी20 विश्व कप का खिताब जीता था. यह समझा जाता है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के वरिष्ठ अधिकारी बैठक की योजना बनाएंगे और अधिकांश खिलाड़ियों के इसमें शामिल होने की संभावना है क्योंकि केवल संजू सैमसन, यशस्वी जयसवाल और शिवम दुबे ही जिम्बाब्वे के खिलाफ पांच टी20 मैचों के कारण मौजूद नहीं हो सकते हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्यों से फोन पर बात की और उन्हें टी20 विश्वकप जीतने पर बधाई दी. अधिकारियों ने बताया कि पीएम मोदी ने भारतीय क्रिकेटर रोहित शर्मा को उनकी शानदार कप्तानी के लिए बधाई दी और उनके टी20 करियर की सराहना की. प्रधानमंत्री ने फाइनल मुकाबले में विराट कोहली की पारी के लिए उनकी भी प्रशंसा की और साथ ही भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान की सराहना की. शर्मा और कोहली, दोनों ने टी20 विश्वकप जीतने के बाद क्रिकेट के इस प्रारूप के अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों से संन्यास लेने की घोषणा की है. अधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने फाइनल मुकाबले के अंतिम ओवर के लिए हार्दिक पांड्या तथा बाउंड्री पर डेविड मिलर का कैच पकड़ने के लिए सूर्यकुमार यादव की तारीफ की. उन्होंने जसप्रीत बुमराह के योगदान की भी सराहना की. प्रधानमंत्री ने निवर्तमान कोच राहुल द्रविड़ का भारतीय क्रिकेट में योगदान के लिए आभार जताया. पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में शर्मा, कोहली और द्रविड़ की प्रशंसा की. उन्होंने शर्मा के बारे में कहा, “आप उत्कृष्टता के धनी हैं. आपकी आक्रामक सोच, बल्लेबाजी और कप्तानी ने भारतीय टीम को एक नया आयाम दिया है. आपका टी20 करियर हमेशा याद रखा जाएगा. आज आपसे बात कर खुशी हुई.” प्रधानमंत्री ने कोहली के बारे में कहा, “फाइनल की पारियों की तरह, आपने भारतीय बल्लेबाजी को शानदार ढंग से आगे बढ़ाया. आप इस खेल के सभी प्रारूपों में चमके हैं. टी20 क्रिकेट को आपकी कमी खलेगी, लेकिन मुझे विश्वास है कि आप खिलाड़ियों की नयी पीढ़ी को प्रेरित करते रहेंगे.” द्रविड़ की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी असाधारण कोचिंग ने भारतीय क्रिकेट की सफलता को आकार दिया है. उन्होंने कहा कि द्रविड़ के अटूट समर्पण, रणनीतिक अंतर्दृष्टि तथा सही प्रतिभा को निखारने के कौशल ने टीम को और बेहतर बनाया है. पीएम मोदी ने कहा, “भारत उनके योगदान और कई पीढ़ियों को प्रेरित करने के लिए उनका आभारी है. हमें उन्हें विश्वकप उठाते हुए देखकर खुशी हुई. उन्हें बधाई देकर खुशी हुई.” प्रधानमंत्री ने कहा कि टीम ने पूरे टूर्नामेंट में उत्कृष्ट कौशल और खेल भावना दिखाई. उन्होंने कहा कि प्रत्येक खिलाड़ी की प्रतिबद्धता काफी प्रेरक है. ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा के भी अंतरराष्ट्रीय टी20 से संन्यास लेने की घोषणा करने के साथ पीएम मोदी ने क्रिकेट में उनके योगदान की सराहना की. पीएम मोदी ने कहा, “आपने एक ऑलराउंडर के रूप में असाधारण प्रदर्शन किया है. क्रिकेट प्रेमी आपके शानदार स्ट्रोक प्ले, स्पिन और शानदार फिल्डिंग की प्रशंसा करते हैं. वर्षों तक टी20 में रोमांचक प्रदर्शन के लिए धन्यवाद। आपके आगामी प्रयासों के लिए मेरी शुभकामनाएं.” Tags: Narendra modi, Rohit sharma, T20 World Cup, Crew india, Virat Kohli FIRST PUBLISHED : June 30, 2024, 23:35 IST
पानी की एक-एक बूंद का मध्यप्रदेश और राजस्थान में उपयोग होगा, बोले- सीएम डॉ. मोहन यादव
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि इसके अतिरिक्त कुछ योजनाएं मध्यप्रदेश और राजस्थान दोनों मिलकर आगे बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण राजस्थान में भी आए थे। राजस्थान और मध्यप्रदेश के अंदर खाटू श्याम से महाकाल तक कॉरीडोर बनाने के प्रयास होंगे। By Kushagra Valuskar Publish Date: Mon, 01 Jul 2024 12:40:37 AM (IST) Up to date Date: Mon, 01 Jul 2024 12:40:37 AM (IST) मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री मोहन यादव और राजस्थान सीएम भजनलाल शर्मा। HighLights परियोजना के क्रियान्वयन से राजस्थान एवं मध्यप्रदेश दोनों प्रदेशों की उन्नति होगी। पार्वती-कालीसिंध अंतर्राज्यीय नदी लिंक परियोजना के क्रियान्वयन के लिए पहल। नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भावना के अनुरूप आज चंबल-पार्वती-कालीसिंध की जल-धाराओं का मध्यप्रदेश और राजस्थान के लिए उपयोग का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। दोनों राज्यों के बीच परियोजना के क्रियान्वयन के लिए एमओयू हुआ है। इस समझौते के कारण ही मुरैना, ग्वालियर,श्योपुर, राजगढ़ सहित 13 जिलों में पेयजल और सिंचाई की सुविधाएं बढ़ाई जा सकेंगी। दोनों राज्यों के विकास में नई इबारत लिखी जाएगी पानी की एक-एक बूंद का राजस्थान एवं मध्यप्रदेश में उपयोग होगा, जिससे दोनों राज्यों के विकास में नई इबारत लिखी जाएगी। यह 72 हजार करोड़ रूपये की योजना है। आज का दिन मध्यप्रदेश के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। यह नवाचार भी है साथ ही हमारे देश की संघीय भावना का प्रकटीकरण भी है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में पार्वती-कालीसिंध-चम्बल अंतर्राज्यीय नदी लिंक परियोजना के क्रियान्व्यन के लिए संयुक्त पहल के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पार्वती-कालीसिंध-चम्बल अंतर्राज्यीय नदी लिंक परियोजना के कार्यान्व्यन के लिए संयुक्त पहल का कुशाभऊ ठाकरे सभागार में दीप प्रज्जवलित कर एवं नदियों के पवित्र जल को कलश में समाहित किया। इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर, विधायक श्री भगवानदास सबनानी उपस्थित थे। देश हित से बड़ा कोई हित नहीं सीएम यादव ने कहा कि राज्यों के हित होते हैं, लेकिन देश हित से बड़ा कोई हित नहीं हो सकता है। प्रधानमंत्री मोदी की भावना के अनुरूप यह कार्य हुआ है। उनकी मूल भावना यही है कि लगातार राज्य अपनी समस्याओं का हल निकालें। विशेष रूप से जल के बटवारे के मामलो को सुलझाएं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी मध्यप्रदेश और राजस्थान को भरपूर राशि दे रहे हैं। दोनों राज्यों के बीच जल समस्या के हल से पर्यटन के क्षेत्र में भी विकास की बड़ी संभावनाएं हैं। विशेष रूप से चंबल, श्योपुर और रणथंभोर में पर्यटन की संभावना अधिक है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘राजस्थान ने रेगिस्तान में भी पर्यटन को विकसित कर दिया है। हमारे यहां धार्मिक पर्यटन की बड़ी संभावना है। भगवान श्रीकृष्ण का पाथेय बने, इसके लिए हम प्रयासरत हैं। धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से ओंकारेश्वर-महाकालेश्वर मध्यप्रदेश में ही हैं।’ परियोजना के पूरा होने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस परियोजना के पूरा होने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। खनिज सम्पदा के लिए भी हम एक-दूसरे के साथ खड़े रहेंगे। आयुर्वेद की संभावना मध्यप्रदेश-राजस्थान में है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना में भी एक दूसरे का सहयोग करेंगे। अफीम की खेती का लाभ किसानों को दिलाने के लिए संयुक्त प्रयास किए जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि वन्य जीवों की सुरक्षा दोनों राज्य मिलकर करेंगे। पर्यटन और रोजगार आधारित उद्योगों को बढ़ावा दिया जाएगा। साझा नीति दोनों प्रदेशों को आगे बढ़ाने की है राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि इस योजना को डॉ. यादव ने आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भावना को मूर्तरूप देने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि हमारी साझा नीति दोनों प्रदेशों को आगे बढ़ाने की है। इस परियोजना के पूरा होने से दोनों प्रदेशों की उन्नति होगी । राज्य और केंद्र मिलकर इस परियोजना को आगे बढ़ाने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि पहले की तुलना में वर्तमान में स्थिति बदली है। पहले सीमित संसाधन थे। राजस्थान के 13 जिले और इतने ही जिले मध्यप्रदेश के इस परियोजना से लाभ प्राप्त करेंगे। इस योजना से दोनों प्रदेशों को लाभ होगा साथ ही आपसी रिश्ते भी सुदृढ़ होंगे। इन योजनाओं से जल का स्तर बढ़ेगा मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में श्रीअन्न (मोटा अनाज) को बढ़ावा देने के प्रयास होंगे। किसानों को लाभ पहुंचेगा। पीने का पानी भी नागरिकों को मिलेगा। रणथंभोर से टाइगर मध्यप्रदेश आ जाते हैं। इसी तरह मध्यप्रदेश से चीते राजस्थान में पहुंच जाते हैं। वन्य-प्राणियों के संरक्षण और पर्यटन के लिए योजना बनाई जाएगी। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना मध्यप्रदेश के लिए बड़ी सौगात है। मुख्यमंत्री डॉ.यादव के प्रयासों से यह सौगात पूरी होगी। पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी का संकल्प अब पूरा होने जा रहा है। वर्ष 2026 में मध्यप्रदेश में 65 लाख हेक्टेयर में सिंचाई का लक्ष्य है। इस परियोजना से लगभग 4 लाख हेक्टयर में सिंचाई होगी। राजस्थान में 2 लाख 80 हजार हेक्टेयर में सिंचाई होगी। मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि परियोयजना से रोजगार के द्वार खुलेंगे। राजस्थान एवं मध्यप्रदेश के मध्य सहयोग के बिन्दु पर्यटन क्षेत्रों का संयुक्त विकास। श्री कृष्ण पाथेय कृष्ण गमन पथ निर्माण। खाटू-श्याम जी, नाथद्वारा, उज्जैन, ओंकारेश्वर के मध्य वन्दे भारत ट्रेन/ इलेक्ट्रिक बस का संचालन किया जाए। राजस्थान मध्यप्रदेश की खनन नीति को अपना कर राजस्व में वृद्धि कर सकता है। बजरी का प्रयोग बंद कर स्टोन डस्ट और एम सैण्ड के उपयोग को बढ़ावा। आयुर्वेद/आयुष/ पंचकर्म पर्यटन को बढ़ावा देने के संयुक्त प्रयास। मध्यप्रदेश पर्यटन की होटल आऊटसोर्सिंग पॉलिसी को राजस्थान अपना सकता है। अफीम/डोडा चूरा से जुड़े अपराधियों का डेटा बेस साझा किया जाए एवं नीलामी पॉलिसी में एकरूपता लाई जाए। दोनों राज्यों की सीमा पर स्थित मेडिकल कॉलेज की स्थिति/ दूरी का युक्ति युक्तकरण किया जाए। कूनो से लगे राजस्थान के वन क्षेत्रों को मिलाकर एक संयुक्त बड़ा राष्ट्रीय पार्क बनाया जाए।
26 साल वक्फ बोर्ड की संपत्ति का दुरुपयोग करता रहा पूर्व अध्यक्ष रियाज, नोटिस मिलने के बाद फरार, बनाई करोड़ों की संपत्ति
पूर्व वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष रियाज ने 26 साल तक एक छत्र बोर्ड पर रियाज किया। इस दौरान वक्फ की संपत्ति का दुरुपयोग कर चाय की दुकान चलाने वाला रियाज करोडो़ं की संपत्ति का मालिक बन बैठा। उससे जब वक्फ का हिसाब मांगा गया, तो वह फरार हो गया। अब उस पर एसपी ने पांच हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। By Anurag Mishra Publish Date: Mon, 01 Jul 2024 12:45:38 AM (IST) Up to date Date: Mon, 01 Jul 2024 12:45:38 AM (IST) मध्य प्रदेश वक्फ बोर्ड में अनियमिता का आरोप। HighLights रियाज की संपत्ति कुर्क कर राशि वक्फ को दी जाएगी राशि। वक्फ की दुकानों, स्कूलों व दफ्तरों का किया निजी प्रयोग। तीन बंगले व करोड़ों की संपत्ति का मालिक है रियाज। नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन। उज्जैन में मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड के 26 साल अध्यक्ष रहे रियाज खान की गिरफ्तारी पर एसपी प्रदीप शर्मा ने पांच हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। रियाज के खिलाफ खाराकुआं थाने में विश्वासघात, अवैध कार्य करने सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज है। वह फरार है। उसका उज्जैन में मदारगेट और बेगमबाग कालोनी में निवास है। उसका मोबाइल बंद है। मालूम हो कि महीने भर पहले ही रियाज खान को मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड की संपत्ति का दुरुपयोग करने के मामले में मुख्य कार्यपालन अधिकारी की ओर से नोटिस जारी हुआ था। नोटिस के माध्यम से उससे वक्फ की मदार गेट स्थित 45 हजार वर्ग फीट जमीन पर तनी 115 दुकानों, 16 दफ्तरों, दो स्कूलों और एक मैरिज हाल के किराए से प्राप्त 7 करोड़ 11 लाख 9 हजार 909 रुपये का हिसाब मांगा गया था। नोटिस का जवाब ना देने पर एक पक्षीय कार्रवाई की चेतावनी दी थी। मौजूदा अध्यक्ष फैजान खान ने “नईदुनिया” से कहा था कि हिसाब ना देने पर संपत्ति कुर्क कर राशि वक्फ बोर्ड के खाते में जमा कराई जाएगी। बताया कि अध्यक्ष पद पर नियुक्ति तीन साल के लिए की गई थी। मगर, रियाज खान 26 साल तक बना रहा। उसे 2020 में हटा दिया था, लेकिन आज तक वे वक्फ की संपत्ति का उपयोग निजी संपत्ति के रूप में कर अनधिकृत लाभ अर्जित कर रहा है। बोर्ड की संपत्ति का 26 साल तक किया दुरुपयोग अपने कार्यकाल के दौरान वक्फ की परिसंपत्तियों के विकास योजनाओं के तहत मदार गेट पर दरगाह, मस्जिद और कब्रिस्तान की जमीन पर दुकानें, स्कूल भवन और ऑफिस बनाए, लेकिन इसकी सूचना ना तो वक्फ बोर्ड को दी और न ही इन दुकानों आदि से होने वाले किराए की जानकारी दी। बोर्ड ने रियाज खान के 26 साल के कार्यकाल की जांच करवाई, जिसमें कई गड़बड़ियां सामने आईं। पहले चाय की दुकान चलाता था रियाज 1995 में अध्यक्ष नियुक्त होने से पहले पिता के साथ तोपखाना क्षेत्र में चाय की दुकान संचालित करता था। अब वह तीन बंगले और करोड़ों की संपत्ति का मालिक है। तत्कालीन अध्यक्ष रियाज खान ने महीने भर पहले नाटिस मिलने पर “नईदुनिया” से कहा है कि मुझे गलत नोटिस जारी किया है। मैं संबंधितों के खिलाफ मानहानि का केस न्यायालय में दर्ज करूंगा। वक्फ बोर्ड भी अनुचित बना है। चार्ज मेरे ही अधीन है। वक्फ बोर्ड को अनुचित ठहराने का कोर्ट में प्रकरण चल रहा हैं। राजनीतिक दुर्भावनावश मेरे खिलाफ साजिश की जा रही है।
वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद किस बवंडर में फंस गई टीम इंडिया? स्वदेश लौटने में हो सकती है देरी
नई दिल्ली. टी20 में दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम मुसीबत में फंसती हुई नजर आ रही है. खबर है कि रोहित एंड कंपनी बारबाडोस में फंस गई है, जहां उसने विश्व कप का फाइनल मैच साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था. बताया जा रहा है कि खिलाड़ी टीम होटल में फंसे हुए हैं. इसकी वजह तूफान का बेरिल आइलैंड के पास पहुंचना है. तूफान की वजह से भारतीय टीम के फंसने का खतरा है और उड़ानों पर भी रद्द होने का साया मंडरा रहा है. भारतीय टीम ने बारबाडोस के केनसिंग्टन ओवल मैदान पर खेले गए रोमांचक फाइनल में साउथ अफ्रीका को आखिरी गेंद पर मात दी. समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, भारतीय टीम (Group India) फिलहाल बारबाडोस के अपने होटल हिल्टन में फंस गई है. टीम को तय समय के मुताबिक सोमवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 11 बजे (भारतीय समयानुसार रात 8:30 बजे) बारबाडोस से रवाना होना था, लेकिन अब उसे तूफान के कारण देरी का सामना करना पड़ रहा है. भारतीय खिलाड़ियों को सोमवार को न्यूयॉर्क के लिए रवाना होना था. उसके बाद दुबई के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट के जरिए भारत लौटना था. भारत-पाकिस्तान दोनों देशों के क्रिकेटर्स रो रहे हैं… पड़ोसी मुल्क के प्लेयर ने बाबर एंड कंपनी से यूं लिए मजे अगला टी20 वर्ल्ड कप कब और कहां खेला जाएगा? टीम इंडिया के पास फिर चैंपियन बनने का होगा गोल्डन चांस, जान लें वजह 36 से 48 घंटे तक बारबाडोस में ही फंसे रहना पड़ सकता हैबारबाडोस के प्रधानमंत्री मिया मोटली ने ऐलान किया है कि तूफान की आशंका के चलते ग्रांटली एडम्स अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा रविवार रात को बंद हो जाएगा, जिससे कोई भी विमान न उतर पाएगी और न ही उड़ान भर पाएगी. हालांकि, अभी यह पता नहीं है कि वे उस उड़ान में सवार हो पाएंगे या नहीं, लेकिन अगर वे खराब मौसम में फंस गए, तो उन्हें 36 से 48 घंटे तक बारबाडोस में ही फंसे रहना पड़ सकता है. अजेय रहते हुए टीम इंडिया बनी चैंपियनभारतीय टीम ने अजेय रहते हुए टी20 वर्ल्ड कप जीता. भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में एक भी मुकाबला नहीं हारी. टी20 विश्व कप इतिहास में भारत ऐसी टीम बनी जिसने अजेय रहते हुए ट्रॉफी पर कब्जा किया. रोहित की कप्तानी में भारत ने पहली आईसीसी ट्रॉफी जीती. Tags: Icc T20 world cup, Rohit sharma, Group india FIRST PUBLISHED : June 30, 2024, 23:44 IST
Korba Information: महिलाओं ने दी सीएमडी कार्यालय में अर्धनग्न प्रदर्शन की चेतावनी
भू-विस्थापित रोजगार एकता महिला किसान की अध्यक्ष कमलेश्वरी, सह संयोजक ज्योति महंत, प्रदेश सचिव तारामणी, जिला सचिव शशि, प्रदेश सचिव कांति देवी, प्रदेश अध्यक्ष संजय रचनाकर समेत गायत्री देवी, सीमा साहू, चंदा केंवट, पवारा बाई आदि ने कहा कि लंबित सभी रोजगार प्रकरण को वन टाइम सेटलमेंट कर निराकृत किया जाए।
Ambikapur Information : अंबिकापुर जुड़ेगा राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से
Ambikapur Information : उत्तर छत्तीसगढ़ का अंबिकापुर शहर राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से जुड़ेगा। अंबिकापुर से रेणुकूट तथा अंबिकापुर से बरवाडीह नई रेल लाइन का फाइनल लोकेशन सर्वे (एफएलएस)तथा डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) रेलवे बोर्ड में जमा हो चुका है। By Asim Sen Gupta Publish Date: Solar, 30 Jun 2024 11:33:23 PM (IST) Up to date Date: Solar, 30 Jun 2024 11:33:23 PM (IST) नईदुनिया प्रतिनिधि, अंबिकापुर : उत्तर छत्तीसगढ़ का अंबिकापुर शहर राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से जुड़ेगा। अंबिकापुर से रेणुकूट तथा अंबिकापुर से बरवाडीह नई रेल लाइन का फाइनल लोकेशन सर्वे (एफएलएस)तथा डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) रेलवे बोर्ड में जमा हो चुका है। अंबिकापुर से विंढमगंज तक नई रेल लाइन का फाइनल लोकेशन सर्वे भी एक बार हो चुका है लेकिन अलायमेंट सीधा कर नए सिरे से सर्वे के रेलवे बोर्ड के निर्देश पर वर्तमान में अंबिकापुर से विंढमगंज के बीच नई रेल लाइन के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे का काम चल रहा है। यह काम भी इसी हफ्ते पूरा कर लिया जाएगा।।इन तीनों में से किसी एक नई रेल लाइन पर अंतिम मंजूरी मिलेगी। वर्षों से लोग अंबिकापुर से रेल लाइन विस्तार की मांग की जा रही थी। अब यह मांग पूरी होने वाली है। इन तीन प्रस्तावित रेल लाइन में से अंबिकापुर से उत्तर प्रदेश का रेणुकूट सबसे कम दूरी और लागत का रेल लाइन है। राजस्व की दृष्टि से भी यह सर्वाधिक उपयुक्त है। अंबिकापुर से रेणुकूट तक नई रेल लाइन 144 किलोमीटर की होगी। इसमें 12 नवीन स्टेशन का प्रस्ताव है। उम्मीद की जा रही है कि एक -दो महीने के भीतर ही अंबिकापुर से रेणुकूट तक नई रेल लाइन को स्वीकृति मिल जाएगी। छत्तीसगढ़ के साथ केंद्र और उत्तर प्रदेश में भी भाजपा की सरकार होने का फायदा भी नई रेल लाइन स्वीकृति को लेकर मिलेगा। तीन राज्य के सांसदों ने दी सहमति अंबिकापुर से रेणुकूट रेल सेवा विस्तार के लिए छत्तीसगढ़ के अलावा झारखंड, मध्य प्रदेश तथा उत्तर प्रदेश के लोकसभा व राज्यसभा के सदस्यों ने भी सहमति दी है। सरगुजा के वर्तमान सांसद चिंतामणि महाराज ने पिछले दिनों दिल्ली में केंद्रीय रेल मंत्री से भी मुलाकात की थी। छत्तीसगढ़ के अधिकांश वर्तमान सांसदों के अलावा पूर्व सांसदों ने इस मांग का समर्थन किया है। रांची से सांसद व केंद्र में मंत्री संजय सेठ के अलावा उत्तर प्रदेश के पूर्व सांसद पकौड़ी लाल कोल, मध्यप्रदेश के राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह सहित कई पूर्व सांसदों ने भी अंबिकापुर से रेणुकूट नई रेल लाइन के लिए अपना समर्थन दिया है। रेणुकूट की दूरी सबसे कम,राजस्व भी बेहतर अंबिकापुर से रेणुकूट और बरवाडीह तक नई रेल लाइन और सर्वे का प्रस्ताव दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर से जुड़ा हुआ है जबकि विंढमगंज से अंबिकापुर रेल लाइन का प्रस्ताव पूर्व मध्य रेलवे का है।अंबिकापुर से रेणुकूट तक नई रेल लाइन की दूरी सिर्फ 144 किलोमीटर है जबकि बरवाडीह 199 तथा विंढमगंज 181 किलोमीटर है। कम दूरी की रेणुकूट तक रेल लाइन में खर्च भी काम आएगा। यात्री और माल परिवहन की दृष्टि से यह सर्वथा उपयुक्त है। शिक्षा,स्वास्थ्य,पयर्टन को मिलेगा बढ़ावा अंबिकापुर से रेणुकूट तक नई रेल लाइन से विकास के द्वार खुलेंगे। अंबिकापुर सीधे राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से जुड़ जाएगा। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के अलावा बनारस, प्रयागराज, अयोध्या पहुंचना बेहद आसान हो जाएगा। रेणुकूट से देश के अलग-अलग शहरों के लिए रेल गाड़ियों का परिचालन होता है। शिक्षा,स्वास्थ्य,पर्यटन,अध्यात्म और रोजगार की दृष्टि से यह रेल लाइन उत्तर छत्तीसगढ़ की जीवन रेखा के रूप में काम आएगी। तो कम लागत,कम दूरी और कम समय में पूरा होगा काम अंबिकापुर से रेणुकूट होकर दिल्ली 1030 किमी, बिंढमगंज होकर 1111 किमी ,गढ़वा रोड होकर 1157 किमी और बरवाडीह होकर 1245 किमी दूर है।यही स्थिति प्रस्तावित चारों रेल लाइन को लेकर वाराणसी, प्रयागराज,अयोध्या और लखनऊ की दूरी का भी रहेगा। सरगुजा के हित में सबसे उपयोगी व आवश्यक रेल लाइन हमारे जिले, संसदीय क्षेत्र ,संभाग को प्रदेश की राजधानी रायपुर और देश की राजधानी दिल्ली से कम दूरी कम समय में जोड़ने वाली होनी चाहिए। इसी अनुरूप होने वाले निर्णय से ही सरगुजा का भला होगा।अंबिकापुर – रेणुकूट रेल लाइन ही अधिकतम रेट आफ़ रिटर्न के साथ ज्यादा उपयोगी और ब्यवहारिक है। यह रेल मार्ग कम लागत और दूरी के साथ सबसे कम समय में पूरी की जा सकती है। मुकेश तिवारी क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति सदस्य, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे