40 साल पहले फिल्म ‘मिस्टर इंडिया’ से बॉलीवुड में बतौर चाइल्ड एक्टर डेब्यू करने वाले आफताब शिवदासानी सोमवार को जयपुर में थे। यहां उन्होंने दैनिक भास्कर से बातचीत में अपनी जर्नी शेयर की। उन्होंने कहा- मिस्टर इंडिया के ऑडिशन के दौरान 250 बच्चों में से 1 . पूरे करियर में आफताब ने काफी उतार-चढ़ाव देखे। उनका मानना है कि आज भी वह कुछ न कुछ नया सीख रहे हैं और आगे भी सीखते रहेंगे। अभी म्यूजिक वीडियो ‘तनहाइयां’ की है, जिसे जयपुर के अमन प्रजापत ने ही डायरेक्ट किया है। इसके प्रोड्यूसर सौरभ प्रजापत हैं। पढ़िए आफताब का पूरा इंटरव्यू… सवाल: किस तरह का गाना है। आपके लिए इसमें क्या खास रहा? आफताब शिवदासानी: यह एक सैड सॉन्ग है। इसलिए उसकी एक अलग फील है। इसे हमने जयपुर में ही शूट किया है। यह सबसे अच्छी बात है। इसमें मेरा एक ऑथेंटिक लुक है। मुझे उम्मीद है यह भी लोगों को काफी पसंद आएगा। वे हमें ढेर सारा प्यार देंगे। खास बात यह है कि मैं इसके डायरेक्टर अमन प्रजापत के साथ दूसरी बार काम कर रहा हूं। इससे पहले हमने बरसात नाम से म्यूजिक वीडियो तैयार की थी। सवाल: बतौर चाइल्ड एक्टर आपको 40 साल और एक्टर के तौर पर 25 साल हो चुके हैं। इस जर्नी को किस तरह देखते हैं। क्या बदलाव महसूस कर रहे हैं? आफताब शिवदासानी: जीवन में बदलाव तो आता ही है। अब तक जो भी एक्सपीरियंस हुए हैं। उसके कारण बदलाव आता है। इससे काफी कुछ सीखने को मिलता है। इतना सारा समय बीत चुका है। मैं अभी भी अपने आप को एक लर्नर के रूप में ही समझता हूं। बहुत सारी चीजों की मुझे अभी तक समझ नहीं है। उम्मीद करता हूं कि मैं जब तक यहां हूं। तब तक सीखता रहूं। खुद को अच्छा बनाता रहूं। खुद को इंप्रूव करने में लगा हुआ हूं। जयपुर में अपने नए गाने को प्रमोट करने पहुंचे आफताब। सवाल: मिस्टर इंडिया फिल्म की बात करें तो उससे जुड़ी कौन सी याद है, आप उस समय बहुत छोटे थे, कैसे एक्टिंग की तरफ आप आए थे? आफताब शिवदासानी: मेरे पेरेंट्स मिस्टर इंडिया फिल्म के कास्टिंग डायरेक्टर को जानते थे। जिन्होंने उस समय फिल्म की कास्टिंग की थी। वह बहुत अनोखी कास्टिंग थी। उस समय कोई कैमरा नहीं था। न कोई स्पेशल ऑडिशन इवेंट हुआ था। हमने सिर्फ शेखर सर से मुलाकात की थी। उन्होंने हर बच्चे के साथ लगभग 10 मिनट बात की थी। उस 10 मिनट में ही उन्होंने पहचान लिया कि किन बच्चों के साथ उन्हें काम करना है। इस फिल्म के लिए 200 से 250 बच्चों ने ऑडिशन दिए थे। इनमें से 10 बच्चों को चुना गया था। उन 10 बच्चों में मैं भी शामिल था। मैं उस समय 6-7 साल का था। उसके बाद तो इतिहास गवाह है कि कैसे मिस्टर इंडिया फिल्म देश में लोगों तक पहुंची। इस सफलता का श्रेय सभी किरदारों और डायरेक्टर, प्रोड्यूसर को जाता है। मैं अपने आप को खुश नसीब समझता हूं कि मैं उसे एक्सपीरिएंस का एक छोटा सा हिस्सा रहा था। सवाल: मस्त फिल्म से आपने डेब्यू किया था, उस डेब्यू को आप किस तरह से याद करते हैं? आफताब शिवदासानी: मेरा मानना है कि हर इंसान का डेब्यू कहीं ना कहीं जाकर स्पेशल जरूर होता है। मस्त फिल्म मेरे लिए सबसे ज्यादा स्पेशल है। मेरे करियर यानी दूसरी जिंदगी का अहम पड़ाव यहां से शुरू हो रहा था। मैं अपने आप को खुशनसीब समझता हूं कि मुझे उस तरह का मौका मिला। मैंने उस मौके को छोड़ा नहीं। मैंने अपना बेस्ट दिया। आज उसको 25 साल हो चुके हैं। इस सफर में मैं 60 फिल्में कर चुका हूं। मेरी कोशिश रहेगी की और भी बेहतरीन किरदार में निभा सकूं। सवाल: आपने अभी एक इंटरव्यू में कहा कि खुद ने ही टाइपकास्ट होने को तोड़ा है। कैसे टाइपकास्ट हुए और उसे कैसे ब्रेक किया? आफताब शिवदासानी: जब मैंने मस्त फिल्म से शुरुआत की थी, तब चॉकलेटी बॉय टाइपकास्ट हो गया। उसके बाद क्या यही प्यार है, कोई मेरे दिल से पूछे जैसी अलग-अलग फिल्में की। यहां से मैं रोमांटिक हीरो के रूप में टाइप कास्ट हो गया। उसके बाद कॉमेडी फिल्में आईं। इसके बाद मुझे कॉमेडी रोल ऑफर होने लगे। मुझे टाइप कास्ट बना लिया गया। यह सभी एक्टर्स के साथ होता रहता है। इस टाइपकास्ट को कुछ अलग करके ही तोड़ा जा सकता है। इस प्रयोग में कुछ चीज नहीं चलती हैं। तब उन चीजों को तोड़ नहीं पाते हैं। अगर कुछ चीज चल जाती है तो आप उस टाइप कास्ट को तोड़ सकते हैं। हम तो सिर्फ कोशिश कर सकते हैं। जयपुर में साफा पहनाकर आफताब का स्वागत किया गया। सवाल: आपने इस जर्नी में बहुत सारे उतार-चढ़ाव देखे हैं। सबसे मुश्किल वाला पल कौन सा था, उसके बारे में जरा बताएं? आफताब शिवदासानी: मेरा मानना है कि मुश्किल पल तो रोज होते हैं। आप उम्मीद लगाते हो कि जिंदगी आपको ऐसी-ऐसी चीज देगी। इसकी आपको जरूरत है। जो आप खुद के लिए चाहते हो, लेकिन जिंदगी कुछ और सोच कर रखती है। उसको स्वीकार करके रखना चाहिए। मुझे कोई मुश्किल आई, यह तो मैं नहीं कहूंगा। यह मेरे लिए लर्निंग वाला समय रहा है। इसी तरह अगर लोग भी सोचेंगे तो हमेशा खुश रहेंगे। सवाल: आप आउटसाइडर भी रहे हैं। उसका भी कुछ नुकसान आपको मिला है? आफताब शिवदासानी: मस्त फिल्म के जरिए जो मुझे लॉन्च मिला, वह एक बेहतरीन लॉन्च था। जो एक बड़े कलाकार के लिए होता है। जिन्हें इंडस्ट्री में ए लिस्ट कलाकार के रूप में भी कहा जाता है। उन्हें ऐसा लॉन्च मिलता है। इसलिए मुझे कभी कोई आउटसाइडर वाला फील नहीं हुआ। उतार-चढ़ाव जरूर आए, लेकिन परेशानी वाला कोई मैटर मेरे लिए सामने आया नहीं। स्ट्रगल शब्द जैसा अब तक मेरी डिक्शनरी में जुड़ा नहीं। मैं मेहनत में बिलीव करता हूं। मैं उसके लिए लगातार काम कर रहा हूं। जब चलना होता है तो उसे कोई नहीं रोक सकता। सवाल: जयपुर से जुड़ाव के बारे में बताएं, आप यहां पर दो गाने लगातार शूट कर चुके हैं, अपनी पत्नी के साथ एक आर्ट कैंप में भी आप आए थे? आफताब शिवदासानी: जयपुर की अलग ही…
Day: November 15, 2024
Diwali से पहले ऑटोमोबाइल सेक्टर में बूम, Pushya Nakshatra और Dhanteras पर वाहन खरीदने के लिए सर्वाधिक बुकिंग
दिवाली की रौनक बाजारों में साफ झलक रही है। प्रॉपर्टी मार्केट के साथ ही ऑटोमोबाइल ऐसा सेक्टर है, जहां जबरदस्त बिक्री देखने को मिल रही है। इंदौर के अधिकांश शो रूम में अभी पैर रखने की जगह नहीं है। लोग शुभू मुहूर्त में वाहन घर ले जाने के लिए एडवांस बुकिंग करवा रहे हैं। By prem jat Publish Date: Wed, 23 Oct 2024 06:20:00 AM (IST) Up to date Date: Wed, 23 Oct 2024 06:19:41 PM (IST) कई मॉडल में लंबी वेटिंग है और दीपावली के बाद ही वाहन मिल सकेंगे। HighLights विभिन्न कंपनियों के शोरूम पर बुकिंग कराने पहुंच रहे लोग इंदौर में अब तक 31.82 लाख कुल वाहनों की बुकिंग हुई इनमें 5.46 लाख कार और 21.35 लाख दोपहिया शामिल प्रेम जाट, नईदुनिया इंदौर। दीपावली (Diwali) से पहले ही बाजार में खरीदी का उल्लास दिखाई देने लगा है। रियल एस्टेट के बाद सबसे ज्यादा खरीदी-बिक्री आटोमोबाइल सेक्टर में हो रही है। इंदौर मध्य प्रदेश का ऑटोमोबाइल का गढ़ है और यहां पूरे प्रदेश से लोग वाहन खरीदने पहुंच रहे हैं। इससे शहर में ऑटोमोबाइल सेक्टर में जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है। आसान फाइनेंस की सुविधा और नए-नए माडलों के अलावा आकर्षक उपहार ने दीपावली के उत्साह को बढ़ा दिया है। पुष्य नक्षत्र और धनतेरस के लिए लोग बुकिंग करवा रहे हैं। सर्वाधिक वाहन इन्हीं दो दिन बिकेंगे। दीपावली के लिए सबसे ज्यादा बुकिंग इंदौर जिले में परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 31 लाख से अधिक वाहन रजिस्टर्ड हैं। इसमें 21 लाख से अधिक दोपहिया और साढ़े पांच लाख चार पहिया वाहन हैं। अक्टूबर माह में 14 हजार से अधिक वाहन अभी तक रजिस्टर्ड हो चुके हैं। दीपावली पर सर्वाधिक वाहनों की बुकिंग है। 24 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र और 29 अक्टूबर को धनतेरस पर सर्वाधिक वाहनों की बुकिंग इंदौर के शोरूमों पर हुई है। कई मॉडल में लंबी वेटिंग है, तो कई मॉडल में पसंद के कलर नहीं मिल पा रहे हैं। हर्ष हुंडई के मैनेजर मुकेश वैष्णव का कहना है कि विगत वर्ष की अपेक्षा इस बार ग्राहकों का रुझान कार सेगमेंट में रोवस्ट ग्रीन कलर और सनरूफ मॉडल में सर्वाधिक है। कम कीमत वाले सेगमेंट में भी कंपनियों ने सनरूफ मॉडल लांच किए हैं। 20 प्रतिशत का उछाल ऑटोमोबाइल सेक्टर के जानकारों का कहना है कि गत वर्ष की अपेक्षा इस बार दीपावली पर 15 से 20 प्रतिशत वाहनों की बिक्री में उछाल रहेगा। पुष्य नक्षत्र के विशेष संयोग के कारण लोग इस दिन अधिक वाहनों की बुकिंग करवा रहे हैं। धनतेरस की तरह पुष्य नक्षत्र पर सर्वाधिक वाहनों की बिक्री होगी। दीपावली ऑफर भी लुभा रहे वाहन निर्माता कंपनियों द्वारा ग्राहकों को विभिन्न मॉडल पर कई तरह के आकर्षक उपहार दिए जा रहे हैं। कहीं कैशबैक, कहीं डाउन पेमेंट में कमी, तो कहीं वाहन की एसेसरीज में छूट दी जा रही है। कंपनियों ने अपने कई मॉडल के दाम दीपावली ऑफर में कम किए हैं। मुहूर्त में वाहन खरीदने के लिए एडवांस बुकिंग अब पुष्य नक्षत्र पर सिर्फ बही खाते ही नहीं, अन्य वस्तुएं भी खरीदी जाती हैं। पुष्य नक्षत्र पर बड़ी संख्या में वाहन बिकेंगे। मुहूर्त में वाहन खरीदने के लिए लोगों ने एक माह पहले से बुकिंग करवा रखी है। कई मॉडल में लंबी वेटिंग है। – आदित्य कासलीवाल, उपाध्यक्ष ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन
इंदौर सराफा बाजार: सोना घटकर 77000 तक जाने की उम्मीद
विशेषज्ञों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाजार में मध्यम अवधि में सोना 2600 डालर और चांदी 3000 सेंट प्रति औंस तक आने की उम्मीद जाता रही हैं। भारतीय बाजारों के लिहाज से सोना हाजिर भाव 77000 रुपये और चांदी में 90000 रुपये तक आ सकते हैं। लेकिन विशेषज्ञ का रुख लंबी अवधि में सोने और चांदी में तेजी का ही बना हुआ है। By Lokesh Solanki Publish Date: Mon, 11 Nov 2024 08:13:29 PM (IST) Up to date Date: Tue, 12 Nov 2024 10:46:10 PM (IST) इंदौर सराफा बाजार में सोने और चांदी के भाव के बारे में यहां जानिये। HighLights डालर में मजबूती का असर देखा गया है। कामेक्स पर सोना वायदा 15 डालर टूटा। बाजारों में सोना केडबरी 450 रुपये घटा है। नईदुनिया प्रतिनिधि,इंदौर। अमेरिका में चुनावी नतीजे जारी होने के बाद अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता कम हो गई है। इससे अमेरिकी मुद्रा डालर के दामों में मजबूती आने लगी है। इससे कीमती धातुओं पर दबाव बनेगा। बीच में एक-दो दिन फेडरल रिजर्व की ब्याज दर कटौती के कारण जरुर सोना-चांदी मजबूत हुए थे लेकिन आगे गिरावट को बाजार तय मान रहा है। ट्रंप की आने वाली सरकार का रुख भी ऐसा ही रहेगा जो कीमती धातुओं के प्रति नकारात्मक रुख को बल देगा। इस बीच डालर में मजबूती आने से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतों में सप्ताह के पहले कारोबारी दिन एकतरफा गिरावट की स्थिति बनी रही। कामेक्स पर सोना वायदा 15 डालर टूटकर 2669 डालर प्रति औंस पर कारोबार करता देखा गया। इसके चलते भारतीय बाजारों में सोना केडबरी 450 रुपये घटकर 78950 रुपये प्रति दस ग्राम रह गया। सोना 1850 रु. घटा, चांदी 2700 रु. टूटी, वैवाहिक सीजन में अच्छी ग्राहकी की उम्मीद अमेरिका द्वारा विदेशी व्यापार पर टैरिफ लगाने से अब यूरोपीय संघ की मुद्रा यूरो भी दबाव में है। यूरो साढ़े छह माह के निचले स्तर तक गिर गया है। अमेरिकी चुनाव परिणाम के बाद डालर ऊंचा बना हुआ है। बाजार इस बारे में भी निश्चिंत नहीं है कि अमेरिका अगले महीने की फेड मीटिंग में ब्याज दरों में कटौती को जारी रखेगा। इस बीच चीन के केंद्रीय बैंक ने घोषणा की है कि अभी सोना खरीदी नहीं होगी। ऐसे में सोने और चांदी में अंतराष्ट्रीय स्तर पर दबाव दखा जा रहा है। नईदुनिया ने एक दिन पहले सोने के 77000 रुपये के स्तर पर जाने की उम्मीद जता दी थी। ऐसा ही कुछ मंगलवार के बाजार में घटित भी हुआ। सोने और चांदी में मुनाफा वसूली की बिकवाली का दबाव बढ़ गया। इसके चलते अंतरराष्ट्रीय बुलियन मार्केट में सोना 75 डालर टूटकर 2600 डालर से नीचे 2594 डालर प्रति औंस और चांदी भी 101 सेंट घटकर 30.78 डालर प्रति औंस पर कारोबार करती देखी गई। इससे भारतीय बाजारों भी प्रभावित रहे और सोने और चांदी की कीमतों में जोरदार गिरावट आई है। मंगलवार को इंदौर में सोना केडबरी 1850 रुपये टूटकर 77100 रुपये प्रति दस ग्राम और चांदी चौरसा 2700 रुपये टूटकर 90200 रुपये प्रति किलो रह गई। घटे दामों पर सराफा बाजार में एक बार फिर वैवाहिक सीजन वालों की खरीदारी जोर पकड़ सकती है। बुलियन विशेषज्ञ का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोना 2580-2585 डालर का अच्छा सपोर्ट मान रहे हैं। साथ ही साथ चांदी में निवेश को तरजीह दी जा रही है। कामेक्स पर सोना वायदा 2594 डालर तक जाने के बाद 2526 डालर और नीचे में 2590 डालर प्रति औंस और चांदी ऊपर में 30.28 डालर तक जाने के बाद 30.78 डालर और फिर नीचे में 30.18 डालर प्रति औंस पर कारोबार करता देखी गई। जानकारों का कहना है कारोबारी निलेश सारड़ा के अनुसार इन आंकड़ों से सोने-चांदी की आगे की दिशा तय होगी। हालांकि ट्रंप के जीतने के बाद से ही सोना-चांदी दबाव में है और यह दबाव सतत जारी रहने की उम्मीद है। कामेक्स पर सोना वायदा 2669 डालर तक जाने के बाद 2686 डालर और नीचे में 2653 डालर प्रति औंस चांदी ऊपर में 31.37 डालर तक जाने के बाद 31.41 डालर और फिर नीचे में 31.09 डालर प्रति औंस पर कारोबार करता देखी गई। इंटरनेशनल मार्केट में यह चल रहा है इस बीच वैश्विक बाजारों में चर्चा को बल मिल रहा है कि हाल ही में डोनाल्ड ट्रंप और पुतिन की बातचीत हुई। इसमें ट्रम्प ने पुतिन को युद्ध को खत्म करने की सलाह दी। इस विषय पर ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति से भी बात की और युद्ध को समाप्त करने की सलाह दी। बुलियन कारोबारी मान रहे हैं है कि इसी खबर के बाजार में आने से सोने-चांदी ने कारोबारी सप्ताह के पहले दिन नकारात्मक शुरूआत की। अब आगे इस सप्ताह अमेरिका के महंगाई के आंकड़े जारी होंगे। इंदौर के बंद भाव– सोना केडबरी रवा नकद में 78950 सोना (आरटीजीएस) 78850 सोना (91.60 कैरेट) (आरटीजीएस) 72100 रुपये प्रति दस ग्राम बोला गया। शनिवार को सोना 79400 रुपये पर बंद हुआ था। चांदी चौरसा नकद 92900 चांदी चौरसा (आरटीजीएस) 92800 चांदी टंच 93000 रुपये प्रति किलो और चांदी सिक्का 1080 रुपये प्रति नग बिका। शनिवार को चांदी चौरसा नकद 92900 रुपये पर बंद हुई थी। इंदौर के बंद भाव– सोना केडबरी रवा नकद में 77100 सोना (आरटीजीएस) 77000 सोना (91.60 कैरेट) (आरटीजीएस) 70500 रुपये प्रति दस ग्राम बोला गया। सोमवार को सोना 78950 रुपये पर बंद हुआ था। चांदी चौरसा नकद 90200 चांदी चौरसा (आरटीजीएस) 90000 चांदी टंच 90200 रुपये प्रति किलो और चांदी सिक्का 1050 रुपये प्रति नग बिका। सोमवार को चांदी चौरसा नकद 92900 रुपये पर बंद हुई थी।
आउट ऑफ फॉर्म हैं दोनों कप्तान, जोहेनिसबर्ग में जीत के लिए होगा बड़ा घमासान – News18 हिंदी
November 15, 2024, 11:19 IST cricket NEWS18HINDI नई दिल्ली. भारत और दक्षिण अफ्रीका के कप्तान इस सीरीज में कोई बड़ा स्कोर नहीं बना पाए है. सूर्यकुमार ने तीन मैच में 26 रन बनाए हैं वहीं कप्तान ए़डेन मार्करम ने इतने ही मैचों में 40 रन बना पाए है. यानि दोनों के पास जोहेनिसबर्ग में फॉर्म हासिल करने का अंतिम मौका होगा. दोनों कप्तानों ने अपना बैटिंग आर्डर भी बार बार बदला है जिससे दूसरे बल्लेबाजों को फायदा हुआ पर उनके खुद के फॉर्म में गिरावट आ गई.
IND vs BAN Gwalior T20: ग्वालियर में फील्डिंग के दौरान कप्तान सूर्यकुमार यादव को करना पड़ी माथापच्ची, जीत के बाद बताई दिल की बात
IND vs BAN Gwalior T20: भारत ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग का फैसला किया। भारत ने शानदार गेंदबाजी करते हुए बांग्लादेश टीम को 127 रन पर ऑल आउट कर दिया और 3 विकेट खोकर 48 गेंद शेष रहते जीत हासिल कर ली। By Arvind Dubey Publish Date: Mon, 07 Oct 2024 07:38:06 AM (IST) Up to date Date: Mon, 07 Oct 2024 07:54:53 AM (IST) मैदान पर फील्डिंग सेट करते कप्तान सूर्यकुमार यादव। (फाइल फोटो) HighLights 3 टी20 मैच की सीरीज में 1-0 से आगे IND अर्शदीप सिंह को चुना गया मैन ऑफ द मैच हार्दिक पांड्या ने किया ऑलराउंडर प्रदर्शन एजेंसी, ग्वालियर (IND vs BAN Gwalior T20)। बांग्लादेश के खिलाफ पहले टी20 में टीम इंडिया ने शानदार जीत दर्ज की। हालांकि, मैच के बाद कप्तान सूर्य कुमार यादव अपनी दिल की बात कही और बताया कि किस तरह फील्डिंग के दौरान उनको एक बात को लेकर हेडेक हो गई थी और माथापच्ची करना पड़ रही थी। सूर्य कुमार यादव ने पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में अपने खिलाड़ियों की तारीफ की। कहा कि जब आपके पास ज्यादा बॉलिंग ऑप्शन होते हैं तो कप्तान को हेडेक हो जाता है। यह अच्छा हेडेक होता है। कप्तान ने की युवा खिलाड़ियों की तारीफ सूर्यकुमार यादव ने कहा कि हमने टीम मीटिंग में जो तय किया था, उसी को मैदान पर उतारा। सभी खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला। खासतौर पर युवा खिलाड़ियों ने प्रभावित किया। युवा खिलाड़ियों को आने वाले मुकाबलों में भी मौका मिलेगा। हमारी बल्लेबाजी शानदार रही। कहीं-कहीं सुधार की गुंजाइश है, जिस पर हम बैठकर बात करेंगे और अगले मुकाबलों में और बेहतर करेंगे। बता दें, मैच के दौरान कप्तान सूर्यकुमार यादव ने 6 गेंदबाजों को अपनाया और सभी ने शानदार प्रदर्शन किया। अर्शदीप सिंह और वरुण चक्रवर्ती ने सबसे ज्यादा 3-3 विकेट लिए। ग्वालियर टी20 स्कोर कार्ड बांग्लादेश: 19.5 ओवर में 127 रन (मेहदी हसन मिराज 35 रन, अर्शदीप सिंह – वरुण चक्रवर्ती 3-3 विकेट) भारत: 11.5 ओवर में 132 रन (हार्दिक पांड्या नाबाद 39 रन, संजू सैमसन 29 रन, सूर्यकुमार यादव 29 रन) अपने बॉलिंग एक्शन के साथ एक्सपेरिमेंट कर रहे अर्शदीप सिंह मैच ऑफ मैच चुने जाने के बाद अर्शदीप सिंह ने बताया कि ग्वालियर में एक तरफ से हवा चल रही थी, जिसका फायदा उन्होंने उठाया। हालांकि जैसी चाहते थे, वैसे गेंदबाजी नहीं कर पाए। अर्शदीप सिंह के मुताबिक, मैं अपने बॉलिंग एक्शन के साथ थोड़ा एक्सपेरिमेंट कर रहा हूं। कोशिश है कि और बेहतर गेंदबाजी कर सकूं।
ऑस्ट्रेलिया से लौटोगे तो क्या साथ लेकर जाओगे… टीम इंडिया के सितारों को कोच गंभीर ने दिए खास टिप्स
नई दिल्ली. ऑस्ट्रेलिया दौरा भारतीय क्रिकेटरों के लिए सबसे बड़े चैलेंज के तौर पर होता है. यहां का अनुभव और कामयाबी किसी भी क्रिकेटर को बेहतर बनाती है. टीम इंडिया के कोच गौतम गंभीर ने पहली बार आस्ट्रेलिया का दौरा कर रहे युवा खिलाड़ियों को यह संदेश दिया है. गंभीर ने कहा कि आस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज उन्हें बेहतर क्रिकेटर बनाएगी. भारतीय टीम में शामिल 8 खिलाड़ी ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर पहली बार टेस्ट खेलने पहुंचे हैं. इनमें यशस्वी जायसवाल, ध्रुव जुरेल, अभिमन्यु ईश्वरन, सरफराज खान, नीतिश रेड्डी, हर्षित राणा, आकाश दीप और प्रसिद्ध कृष्णा शामिल हैं. अगर 8 खिलाड़ियों के लिए यह ऑस्ट्रेलिया का पहला दौरा है तो विराट कोहली और रविचंद्रन अश्विन जैसे दिग्गजों के पास यहां का अगाध अनुभव भी है. कोहली और अश्विन का यह पांचवां टेस्ट दौरा ( 2011-12, 14-15, 18-19, 20-21) है. जसप्रीत बुमराह का तीसरी (2018-19, 20-21) बार ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज खेलने पहुंचे हैं. ऐसे में विराट कोहली, रविचंद्रन अश्विन और जसप्रीत बुमराह से मिलने वाली सलाह नए खिलाड़ियों के काफी काम आएगी. भारत के बल्लेबाजी कोच अभिषेक नायर ने एक वीडियो में कहा, ‘गौती भाई (गंभीर) ने दौरे से पहले खिलाड़ियों से बात की. कुछ सीनियर खिलाड़ी भी साथ थे.’ उन्होंने कहा, ‘बुमराह, विराट, अश्विन ने खिलाड़ियों से बात की कि कैसे पहले वे युवा खिलाड़ी के तौर पर यहां आए थे और आस्ट्रेलिया दौरे के बाद उन्हें महसूस हुआ कि वे बेहतर क्रिकेटर बनकर लौट रहे हैं.’ यह वीडियो बीसीसीआई टीवी का है. कैलेंडर की सबसे रोचक सीरीज भारतीय क्रिकेटरों के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरान सबसे कठिन चुनौती है जिसका उन्हें सामना करना है. टीम इंडिया के बॉलिंग कोच मोर्ने मोर्कल ने कहा, ‘यह इंटरनेशनल कैलेंडर की सबसे रोचक सीरीज है क्योंकि दोनों टीमें एकदूसरे को एक मौका भी नहीं देना चाहेंगी. मुझे यकीन है कि पांचों टेस्ट काफी रोमांचक होंगे.’ Tags: Gautam gambhir, India vs Australia, Indian Cricket Group, Group india FIRST PUBLISHED : November 14, 2024, 14:57 IST
कॉर्पोरेट जगत में हिंदी के अवसर और चुनौतियां… सिंगापुर में जुटे वैश्विक स्तर पर दिग्गजों ने की चर्चा
ग्लोबल हिंदी फाउंडेशन द्वारा सिंगापुर में ग्लोबल हिंदी एक्सीलेंस समिट का आयोजन हुआ, जिसमें विविधता, समावेशन, एआई और भाषा की महत्वपूर्णता पर चर्चा की गई। सम्मेलन में विभिन्न भाषाओं का उत्सव मनाया गया और हिंदी कौशल पर जोर दिया गया। By Kushagra Valuskar Publish Date: Fri, 04 Oct 2024 07:33:13 PM (IST) Up to date Date: Fri, 04 Oct 2024 09:00:00 PM (IST) ग्लोबल हिंदी एक्सीलेंस समिट का आयोजन सिंगापुर में हुआ। डिजिटल डेस्क, इंदौर। ग्लोबल हिंदी फाउंडेशन द्वारा ग्लोबल हिंदी एक्सीलेंस समिट का आयोजन सिंगापुर में हुआ। इस समिट में विविधता, समावेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ऑटोमेशन पर चर्चा की गई। समिट में हिंदी की महत्वता पर जोर दिया गया। कार्यक्रम के पहले दिन का उद्घाटन सिंगापुर इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के चेयरमैन नील पारेख ने किया। गेस्ट ऑफ ऑनर डिप्टी हाई कमिश्नर पूजा टिल्लू थी। एआई से भाषा को बढ़ाने पर दिया जोर व्यावसायिक हस्तियों और विद्वानों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। IIT एलुमनी एसोसिएशन सिंगापुर के अध्यक्ष ध्रुव जैन ने एआई का इस्तेमाल कर हिंदी सीखाने पर जरूरी प्रकाश डाला। मीडिया और मार्केटिंग सलाहकार महक अंकर ने बताया कि कैसे भाषा की बाधाएं कार्यस्थलों को प्रभावित करती है। सिंगापुर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के मनोनीत अध्यक्ष मनीष त्रिपाठी ने वैश्विक हिंदी शिखर सम्मेलन के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि हिंदी तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली दुनिया की भाषा है। WWF के सीईओ विवेक कुमार ने सम्मेलन में मुख्य भाषण दिया। एआई वित्तीय अपराधों से निपटने में मददगार रूबी माथुर ने सतत विकास पर पैनल का संचालन किया, जहां सुमिता अंबस्ता सहित उद्योग जगत के नेता शामिल थे। पवन सिन्हा, सौरभ श्रीवास्तव, और मयूर सिंह ने सस्टेनिबिलिटी को संबोधित करने की तात्कालिकता पर जोर दिया। वित्तीय अपराध रोकथाम के विशेषज्ञ हिमांशु पारेख ने साझा किया कि कैसे एआई वित्तीय अपराधों से निपटने में मदद कर रहा है। विविधता और समावेशन सत्र का नेतृत्व पीईटीसी इंदौर की डॉ. अलका भार्गव ने और गोल्डन एग्री-रिसोर्सेज में स्ट्रैटेजिक कम्युनिकेशंस और ब्रांडिंग की उपाध्यक्ष अनन्या मुखर्जी ने किया। शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन हुए ये कार्यक्रम शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन भाषाओं की टेपेस्ट्री प्रदर्शित हुई, जो देवनागरी लिपि पर आधारित भाषाओं का उत्सव है। इस कार्यक्रम में कुमाऊंनी, गढ़वाली, संस्कृत, बुंदेलखंडी, मैथिली, भोजपुरी, मराठी और मारवाड़ी जैसी क्षेत्रीय भाषाओं में प्रदर्शन किया गया। प्रसिद्ध कवि विनीत पंछी ने अपनी कविताओं का पाठ किया, जबकि विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने नृत्य, रंगमंच और संगीत के माध्यम से भारत की भाषाई विरासत की समृद्धि को जीवंत कर दिया। आयोजन टीम में चित्रा गुप्ता, आराधना झा श्रीवास्तव, अंजनी चौधरी, कणाद मिश्रा शामिल थे। शिखर सम्मेलन में विभिन्न क्षेत्रों से आवाजें एक साथ आईं, जिनमें दैनिक न्यू मीडिया के प्रधान संपादक राजेश उपाध्याय, भी शामिल थे। ग्लोबल हिंदी फाउंडेशन की संस्थापक और सीईओ ममता मंडल ने कॉर्पोरेट जगत में, खासकर भारतीय बाजार में प्रवेश करने वाले व्यवसायों के लिए, हिंदी कौशल को प्रासंगिक और महत्वपूर्ण बनाने के अपने मिशन पर जोर दिया।
UP Information: पोस्टमॉर्टम में जिंदा युवक के साथ होने वाली थी चीड़-फाड़, सांसें चलती देख डॉक्टर हुए हैरान, फिर मचा हंगामा
सरधना में गोटका निवासी शगुन शर्मा सड़क दुर्घटना में गंभीर घायल हुआ और उसे मेडिकल में मृत घोषित कर दिया गया। लेकिन पोस्टमॉर्टम के दौरान उसकी सांसे चलती पाईं। उसे फिर से मेडिकल भेजा गया, लेकिन शाम को फिर मृत घोषित किया गया। परिजनों ने डॉक्टरों की लापरवाही का आरोप लगाया और डीएम से शिकायत करने की योजना बनाई है। By Anurag Mishra Publish Date: Fri, 01 Nov 2024 10:03:28 AM (IST) Up to date Date: Fri, 01 Nov 2024 10:03:28 AM (IST) शगुन शर्मा की सड़क हादसे में मौत। HighLights एक्सीडेंट के बाद गंभीर रूप से घायल हुआ था युवक। परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया। ग्रामीण डीएम से शिकायत करने की योजना बना रहे हैं। एजेंसी, सरधना। उत्तर प्रदेश के सरधना में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जिंदा युवक का डॉक्टर पोस्टमार्टम करने वाले थे, लेकिन उनको पता चला कि उसकी सांसें चल रही हैं। यह मामला सरूरपुर थाना क्षेत्र का है। गोटका निवासी युवक अपने बहन की शादी का कार्ड बांटने के लिए रिश्तेदार के साथ निकला था। इसी दौरान उसका सरधना क्षेत्र के अटेरना पुल पर एक्सीडेंट हो गया। अज्ञात वाहन की टक्कर से युवक गंभीर घायल हो गया, जिसको सीएचसी में परिजनों ने भर्ती कराया। डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए मेडिकल रेफर कर दिया। ग्रामीणों ने जानकारी दी कि मेडिकल में डॉक्टरों ने उसको जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। आगे की कार्यवाही के लिए उसके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया, जहां डॉक्टर ने उसके शव को टेबिल रखा। इस दौरान उन्होंने ध्यान दिया कि उसकी सांसे चल रही है। उन्होंने तुंरत ही उसको दोबारा मेडिकल भेज दिया, लेकिन शाम तक उसको फिर से मृत घोषित कर दिया गया है। परिजनों ने मचाया हंगामा परिजनों और ग्रामीणों ने युवक की मौत के बाद जमकर हंगामा किया। उन्होंने डॉक्टरों पर युवक का इलाज करने में लापरवाही का आरोप लगाया। अभी तक उन्होंने डॉक्टरों के खिलाफ लिखित शिकायत नहीं की है। बहन की शादी का कार्ड बांट रहा था युवक ग्रामीणों ने बताया कि सरूरपुर थाना क्षेत्र का गांव गोटका निवासी शगुन शर्मा पुत्र मनोज शर्मा की बहन की शादी होने वाली थी। वह अपने रिश्तेदार के साथ शादी का कार्ड बांटने निकला था। इसी दौरान अज्ञात वाहन ने उसको टक्कर मार दी। शगुर गंभीर घायल हो गया। डीएम से शिकायत करने की योजना शगुन शर्मा को सड़क दुर्घटना के बाद सरधना सीएचसी लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मेडिकल रेफर किया। डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। गांववालों व डॉक्टरों ने देखा था कि उसकी सांसे चल रही थीं। डॉक्टरों ने उसको फिर से मेडिकल भेज दिया, जहां शाम को दोबारा मृत घोषित किया। ग्रामीणों का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही से ऐसा हुआ है। वे डीएम से शिकायत करने की योजना बना रहे हैं।
The Kangana Ranaut case will probably be debated in court docket at this time | कंगना 28 नवंबर को हाजिर हों..आगरा कोर्ट का आदेश: नोटिस जारी कर जवाब मांगा; कहा था- किसान आंदोलन के समय रेप-मर्डर हुए – Agra Information
कंगना ने 24 अगस्त को दैनिक भास्कर को इंटरव्यू दिया था, यह फोटो तभी की है। बॉलीवुड एक्ट्रेस और BJP सांसद कंगना रनोट के खिलाफ मंगलवार को आगरा कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने उन्हें नोटिस जारी कर जवाब मांगा। साथ ही कंगना रनोट को 28 नवंबर को स्वयं हाजिर होकर अपना पक्ष रखने के आदेश दिए। . दरअसल, इसी साल 24 अगस्त को कंगना ने एक इंटरव्यू के दौरान दैनिक भास्कर से कहा था- किसान आंदोलन के समय रेप-मर्डर हुए। बिल वापसी न होती तो प्लानिंग लंबी थी। इसके बाद उनके खिलाफ आगरा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रमाशंकर शर्मा ने MP/MLA कोर्ट में 11 सितंबर को याचिका दाखिल की थी। आरोप लगाया कि कंगना ने धरने पर बैठे लाखों किसानों पर अभद्र टिप्पणी की। उन पर राष्ट्रद्रोह का केस लगे। कंगना के बयान से किसानों की भावनाएं आहत हुईं एडवोकेट रमाशंकर शर्मा ने कहा- मैं भी किसान परिवार से हूं। 30 साल तक खेती-किसानी की। किसानों और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रति सम्मान रखता हूं। कंगना ने हमारी और लाखों किसानों की भावनाएं आहत की हैं। 31 अगस्त को उन्होंने पुलिस कमिश्नर और थाना न्यू आगरा को शिकायत भेजकर कार्रवाई करने की मांग भी की थी। रमाशंकर शर्मा ने दैनिक भास्कर को बताया- 27 अगस्त को मैंने समाचार पत्रों को पढ़ा। इसमें लिखा था कि कंगना ने कहा है, अगस्त 2020 से दिसंबर 2021 तक किसान काले कानूनों के विरोध में दिल्ली बॉर्डर पर धरने पर बैठे थे। उस दौरान रेप और मर्डर हुए। अगर देश का नेतृत्व मजबूत नहीं होता तो देश में बांग्लादेश जैसे हालात होते। इसका मतलब साफ है कि उन्होंने किसानों को हत्यारा, बलात्कारी, आतंकवादी और उग्रवादी करार दिया। 7 नवंबर 2021 को कंगना रनोट का एक बयान छपा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि गाल पर चाटा खाने के बाद भीख मिलती है, आजादी नहीं। 1947 में जो आजादी हमें मिली, वो महात्मा गांधी के भीख के कटोरे में मिली थी। असली आजादी तब मिली, जब 2014 में सत्ता में नरेंद्र मोदी की सरकार आई। इसका मतलब साफ है कि आजादी में महात्मा गांधी, सरदार भगत सिंह, चंद्रशेखर जैसे तमाम महापुरुषों ने जो बलिदान दिया, वो बेकार है। इस तरह कंगना ने राष्ट्रपिता का अपमान किया। पहले भी किसानों पर विवादित बयान दे चुकी हैं कंगना 1- आंदोलनकारी किसानों की तुलना खालिस्तानी आतंकियों से की कंगना ने किसान आंदोलन के दौरान कई बयान दिए थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर आंदोलनकारियों की तुलना खालिस्तानी आतंकियों से की थी। उन्होंने लिखा था- खालिस्तानी आतंकवादी आज सरकार पर दबाव बना रहे हैं, लेकिन हमें एक महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को नहीं भूलना चाहिए। इंदिरा गांधी ने इन्हें अपनी जूती के नीचे कुचल दिया था। किसानों को खालिस्तानी बताकर कंगना ने इंस्टाग्राम पर स्टोरी लगाई थी। 2- किसान आंदोलन में महिलाएं 100 रुपए में शामिल होती हैं किसान आंदोलन के वक्त कंगना ने 27 नवंबर 2020 को एक सोशल मीडिया पोस्ट की। इसमें उन्होंने एक महिला का फोटो पोस्ट करते हुए लिखा था कि किसानों के प्रदर्शन में शामिल हुई यह महिला वही मशहूर बिलकिस दादी हैं। यह शाहीन बाग के प्रदर्शन में भी थी, जो 100 रुपए लेकर उपलब्ध हैं। सोशल मीडिया पर कंगना का वह पोस्ट जिसमें उन्होंने प्रदर्शनकारी महिला को 100 रुपए में उपलब्ध होने वाली बताया। कंगना ने जिस महिला की तस्वीर पोस्ट की, वह पंजाब में मानसा की किसान मोहिंदर कौर थीं। कंगना को बिलकिस बानो और मोहिंदर कौर को पहचानने में गलती हुई। हालांकि, कंगना ने बाद में यह पोस्ट डिलीट कर दी, लेकिन तब तक इसके स्क्रीनशॉट वायरल हो चुके थे। इसके बाद किसान मोहिंदर कौर ने कोर्ट में भी मानहानि का केस कर दिया, जिसकी सुनवाई चल रही है। कंगना के बयान पर CISF कॉन्स्टेबल ने जड़ा था थप्पड़ यह वीडियो थप्पड़ मारने के तुरंत बाद का है, जिसमें वहां बहस होती दिख रही है। 3 महीने पहले कंगना रनोट जब चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर आईं तो यहां CISF की महिला कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने उन्हें थप्पड़ जड़ दिया। CISF कॉन्स्टेबल का वीडियो भी सामने आया था। इसमें वह कह रही थीं कि कंगना ने जब किसान आंदोलन में शामिल महिला को 100 रुपए में धरना देने वाली कहा था, तो उसकी मां भी धरने पर बैठी थीं। थप्पड़ जड़ने के बाद एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने कुलविंदर कौर को हिरासत में ले लिया था। इसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था। —————- ये खबर भी पढ़ें- इटावा में कारोबारी ने पत्नी, 3 बच्चों को मार डाला, 16 घंटे बाद पुलिस को फोन कर ट्रेन के नीचे लेटा…बच गया; स्टेटस लगाया-सब खत्म इटावा में सर्राफा कारोबारी ने पत्नी और 3 बच्चों की हत्या कर दी, फिर घर का दरवाजा बंद कर भाग गया। 16 घंटे बाद डायल 112 को फोन किया। कहा- परिवार ने सुसाइड कर लिया। खुद भी ट्रेन से कट कर जान देने जा रहा हूं। वॉट्सऐप पर पत्नी, बच्चों का स्टेटस भी लगाया। लिखा- ये सब लोग खत्म। इसके बाद मोबाइल ऑफ कर लिया और पटरी के बीच में लेट गया। थोड़ी देर बाद मरुधर ट्रेन आई और ऊपर से गुजर गई। पटरी के बीच में होने से कारोबारी को मामूली खरोंच आई। पढ़ें पूरी खबर…
इंदौर सराफा बाजार: सोना 600 रुपये बढ़ा, चांदी सिक्का 1125 रुपये पर पहुंचा
सोने और चांदी की कीमतें बढ़ने से इस बार पुष्य नक्षत्र और धनतेरस में सोना-चांदी की बिक्री पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा लेकिन फिर भी ज्वेलर्स का उम्मीद है कि बरसों से चली आ रही परंपरा खरीदारी बाजार में जोरदार रहेगी। By Lokesh Solanki Publish Date: Wed, 23 Oct 2024 07:17:41 PM (IST) Up to date Date: Wed, 23 Oct 2024 07:58:20 PM (IST) इंदौर में सोने और चांदी के ताजा दाम यहां जानिये। HighLights इंदौर सराफा बाजार में सोना केडबरी 600 रुपये था। सोने-चांदी की कीमतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। चांदी चौरसा 98300 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई। नईदुनिया प्रतिनिधि,इंदौर। सराफा बाजार पुष्य नक्षत्र के लिए तैयार है। अमेरिकी चुनाव की अनिश्चितताओं, मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव और आगे मौद्रिक सहजता की बढ़ती उम्मीदों जैसे तमाम कारकों के असर से सोने-चांदी की कीमतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। बुधवार को काॅमेक्स पर सोना वायदा 16 डालर बढ़कर 2750 डालर प्रति औंस और चांदी वायदा 35 सेंट बढ़कर 34.56 डालर प्रति औंस पर कारोबार करती देखी गई। इससे बुधवार को इंदौर सराफा बाजार में सोना केडबरी 600 रुपये और बढ़कर 80900 रुपये प्रति दस ग्राम और चांदी चौरसा 600 रुपये उछलकर 98300 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई। यह जानकर ताज्जुब होगा कि चांदी चौरसा आरटीजीएस में इंदौर मार्केट में 99800 रुपये का आंकड़े पर पहुंच गया है और वह दिन भी दूर नहीं जब इसकी कीमत लाख रुपये के पार पहुंच जायेगी। कामेक्स पर सोना वायदा 2750 डालर तक जाने के बाद 2758 डालर और नीचे में 2737 डालर प्रति औंस और चांदी ऊपर में 34.56 डालर तक जाने के बाद 34.84 डालर और फिर नीचे में 34.44 डालर प्रति औंस पर कारोबार करता देखी गई। इंदौर के बंद भाव– सोना केडबरी रवा नकद में 80900 सोना (आरटीजीएस) 80800 सोना (91.60 कैरेट) (आरटीजीएस) 74000 रुपये प्रति दस ग्राम बोला गया। मंगलवार को सोना 80300 रुपये पर बंद हुआ था। चांदी चौरसा नकद 98300 चांदी चौरसा (आरटीजीएस) 99800 चांदी टंच 98400 रुपये प्रति किलो और चांदी सिक्का 1125 रुपये प्रति नग बिका। मंगलवार को चांदी चौरसा नकद 97700 रुपये पर बंद हुई थी।