पीएम नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में श्री बादल भोई जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय का वर्चुअली लोकार्पण किया। इसे लेकर दशहरा मैदान (पोलोग्राउंड) पर आयोजन हुआ। आयोजन का शुभारंभ सांसद विवेक बंटी साहू ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। By Dheeraj kumar Bajpai Publish Date: Fri, 15 Nov 2024 01:45:57 PM (IST) Up to date Date: Fri, 15 Nov 2024 01:45:57 PM (IST) छिंदवाड़ा में श्री बादल भोई आदिवासी संग्रहालय : नईदुनिया। HighLights सांसद बंटी बोले- भाजपा ने हमेशा ही आदिवासी समाज के हित में काम किया। महापौर विक्रम अहके ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा ही आदिवासियों को ठगा है। कार्यशाला, लाइब्रेरी, कार्यालय, 800 दर्शकों की क्षमता वाला ओपन एयर थिएटर। नईदुनिया, छिंदवाड़ा (Shri Badal Bhoi Tribal Museum)। छिंदवाड़ा में श्री बादल भोई जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय का वर्चुअली लोकार्पण किया। सांसद बंटी विवेक साहू, अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह, भाजपा जिला अध्यक्ष शेषराव यादव और महापौर विक्रम अहके मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान सांसद बंटी विवेक साहू ने कहा कि भाजपा ने हमेशा ही आदिवासी समाज के हित के लिए काम किया है। महापौर ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा ही आदिवासियों को ठगने का काम किया है महापौर विक्रम अहके ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा ही आदिवासियों को ठगने का काम किया है। कुछ पार्टियों भगवान श्री राम के नाम पर आदिवासियों को लड़ाने का काम करती हैं जबकि आदिवासी हमेशा ही भगवान श्री राम के प्रिय रहे है। भगवान श्री राम के प्रति आदिवासियों में अटूट श्रद्धा है। अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह ने बताई हकीकत अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह ने कहा कि लोग हमेशा ही सांसद बंटी विवेक साहू को पकड़ कर रखे। पहले के जो सांसद थे उनके बारे में जनता भली भांति जानती है। सांसद बंटी विवेक साहू सबके लिए सुलभ है। जनजातीय संस्कृति और स्वतंत्रता संग्राम की कहानियों को प्रदर्शित करने के लिए 6 गैलरियों का निर्माण किया। कार्यशाला कक्ष, एक लाइब्रेरी, कार्यालय के लिए स्थान, 800 दर्शकों की क्षमता वाला ओपन एयर थिएटर भी है। अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह बोले- शिल्प बाजार (शिल्पग्राम) और एक ट्राइबल कैफेटेरिया की भी सुविधा है। प्रथम गैलरी – रानी दुर्गावती को समर्पित रानी दुर्गावती के संघर्ष, उनकी वीरता और उनकी महान विरासत को संजोने वाली यह गैलरी उनके शासन, जनजातीय समाज में उनके योगदान और बाहरी आक्रमणकारियों से उनके संघर्ष को प्रदर्शित करती है। गैलरी दो – गोंड राजाओं का संघर्ष दूसरी गैलरी में ब्रिटिश शासनकाल में गोंड राजाओं द्वारा अपने राज्यों की स्वतंत्रता बनाए रखने के लिए किए गए संघर्ष का चित्रण किया गया है। इसमें गोंड जनजातीय राजाओं की स्वतंत्रता की इच्छा और ब्रिटिश सत्ता के खिलाफ उनकी लड़ाई को दिखाया गया है। गैलरी तीन – जंगल सत्याग्रह यह गैलरी 1927 के इंडियन फॉरेस्ट एक्ट के विरोध में जनजातीय समाज द्वारा किए गए संघर्ष को ‘जंगल सत्याग्रह’ के रूप में प्रस्तुत करती है। इसमें जंगलों पर अधिकार और वन संसाधनों के उपयोग के लिए जनजातीय समाज के आंदोलन को दर्शाया गया है। गैलरी चार – भील-भिलाला जनजाति का संघर्ष चौथी गैलरी भील-भिलाला जनजाति के उन वीर सेनानियों को समर्पित है जिन्होंने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ गोरिल्ला युद्ध का इस्तेमाल किया। यहां भीमा नायक, खाज्या नायक और टंट्या भील जैसे वीर स्वतंत्रता सेनानियों की गाथाओं का चित्रण है। गैलरी पांच और छह – कला एवं प्रदर्शनी गैलरी पाँच और छह को पेंटिंग और फोटो एग्जीबिशन के लिए आरक्षित किया गया है, जहाँ समय-समय पर प्रदर्शनी लगाई जाएगी ताकि जनजातीय इतिहास, संस्कृति और उनके योगदान को जीवंत रखा जा सके।
Day: November 15, 2024
Durban Demolition: वर्ल्ड चैंपियन IND का रुतबा कायम, पहले टी20 में SA को बुरी तरह धोया, संजू सैमसन ने रचा इतिहास
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चार टी20 मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला डरबन में खेला गया। भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मेजबान टीम को 61 रन से मात दे दी। टी20 विश्व कप के फाइनल में हारने के बाद दक्षिण अफ्रीका के पास बदला चुकाने का मौका था, लेकिन टीम नाकाम रही। By Arvind Dubey Publish Date: Sat, 09 Nov 2024 08:00:16 AM (IST) Up to date Date: Sat, 09 Nov 2024 10:44:28 AM (IST) दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डरबन टी20 में शतक लगाने के बाद संजू सैमसन। HighLights पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने बनाए 202 रन जवाब में सिर्फ 141 रन ही बना सकी द, अफ्रीकी टीम चार टी20 मैचों की सीरीज में 1-0 से आगे टीम इंडिया खेल डेस्क, इंदौर (India vs South Africa 1st T20): भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चार टी20 मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला शुक्रवार रात डरबन में खेला गया। टीम इंडिया ने वर्ल्ड चैंपियन का रुतबा कायम रखते हुए मेजबान टीम को 61 से मात दे दी। टॉस हारने के बाद सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी करने उतरी। भारत ने निर्धारित 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 202 रन बनाए। जवाब में दक्षिण अफ्रीकी टीम 17.5 ओवर में 141 रन पर ऑलआउट हो गई। भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका, जानिए डरबन टी20 का हाल टीम इंडिया की ओर से विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन और अभिषेक शर्मा ने पारी की शुरुआत की। संजू सैमसन ने विस्फोटक बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। उन्होंने 47 गेंद पर शतक ठोंका। कुल मिलाकर 50 गेंद पर 107 रन बनाकर आउट हुए। पारी में संजू सैमसन ने 7 चौके और 10 छक्के लगाए। संजू सैमसन के अलावा तिलक वर्मा ने 33 रन (18 गेंद, 3 चौके, 2 छक्के) और कप्तान सूर्यकुमार यादव ने 21 रन (17 गेंद, 2 चौके, 1 छक्का) का योगदान दिया। जवाब में दक्षिण अफ्रीकी टीम कभी भी मैच में नजर नहीं आई। कप्तान एडन मार्क्रम के रूप में उसका पहले विकेट महज 8 रन के कुल स्कोर पर गिर गया था। इसके बाद नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे। सबसे ज्यादा 25 रन क्लासन ने बनाए। वरुण चक्रवर्ती और रवि बिश्नोई ने 3-3 विकेट लिए। वहीं, आवेश खान के खाते में 2 और अर्शदीप सिंह के खाते में 1 विकेट गया। संजू सैमसन को शानदार बल्लेबाजी के मैन ऑफ द मैच चुना गया। विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन बने भारत के पहले बल्लेबाज संजू सैमसन टी20 क्रिकेट में लगातार दो शतक जड़ने वाले भारत के पहले बल्लेबाज बन गए हैं। इससे पहले उन्होंने हैदराबाद में बांग्लादेश के खिलाफ 47 गेंदों में 111 रन की पारी खेली थी। मैच के बाद संजू सैमसन ने बताया कि वे शानदार फॉर्म में चल रहे हैं और टीम के लिए इसका सबसे ज्यादा फायदा उठाना चाहते हैं। भारत को पसंद है डबरन डरबन की पिच और मैदान भारतीय टीम के लिए पसंदीदा बनते जा रहे हैं। टीम इंडिया ने यहां 7 मुकाबले खेले हैं, जिनमें से 5 में जीत मिली है। भारत और पाकिस्तान के बीच बॉल-आउट यहीं हुआ था। भारत ने एक बार फिर बल्ले और गेंद दोनों से शानदार प्रदर्शन किया।
IND VS AUS: जो दस साल से अकेला कर रहा है शिकार, पर्थ में वो फिर कर सकता टीम इंडिया पर बड़ा वार
नई दिल्ली. ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज हो तो आम तौर पर हम सिर्फ तेज गेंदबाजों के बारे में सोचते है, उछाल और रफ्तार के बारे में बात करते है और ऱणनीति बनाते है पर इस बार ऐसा नहीं है . बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में इस बार वो शख्स सुर्खियों में है जो पिछले 10 साल से अकेले ऑस्ट्रेलिया के लिए शिकार कर रहा है. वो अब तक 530 बल्लेबाजों को अपना निशाना बना चुका है और पर्थ के मैदान से उसका बेहद खास रिश्ता है .बात कर रहे है नाथन लायन की. नाथन लायन कितने खतरनाक शिकारी है इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते है जब से वो ऑस्ट्रेलियाई टीम में आए वो ज्यादातर अकेले स्पिनर के तौर पर खेले. ऑस्ट्रेलिया के लिए 100 से ज्यादा टेस्ट खेल चुके लायन ने मैदान पर शेर वाले जिगरे के साथ गेंदबाजी की है. आज के दौर में जब बल्लेबाज इतनी आक्रमक क्रिकेट खेल रहे है नाथन लायन ना तो गेंदों को फ्लाइट देने में डरते है और ना ही प्र.ोग करने में, इसी लिए आज वो दुनिया के सबसे बेहतरीन स्पिनर माने जाते है. लायन पर्थ में करते है शेरदिल गेंदबाजी नाथन नेथन लायन को पर्थ में गेंदबाजी करने से प्यार है और ऐसे में टीम इंडिया के लिए वो सबसे बड़ा खतरा है ये कहने में कोई इंकार नहीं कर सकता. पर्थ के नए मैदान पर ना निचेल स्टॉर्क की चलती है , ना पैट कमिंस कुछ असर डाल पाते है हेजलवुड भी यहां पर नाथन लायन के सामने फीके पड़ जाते है क्योंकि इस मैदान पर सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड लायन के नाम पर है. नाथन लायन की घूमती गेंदें यहां बल्लेबाजो का बड़ा इम्तिहान लेती है . नाथन लायन इस मैदान पर अब 26 विकेट ले चुके है. पिछली बार भारतीय बल्लेबाजों का शिकार 2018 में भारतीय टीम ने पर्थ के ऑप्टस मैदान पर टेस्ट मैच खेला था जिसमें ऑस्ट्रेलिया को जीत मिली थी. मेजबान टीम की इस जीत के हीरो थे नाथन लायन जिन्होंने पहली पारी में 34 ओवर में 67 रन देकर 5 विकेट लिए और दूसरी पारी में 19 ओवर गेदबाजी की और 37 रन देकऱ 3 विकेट लिए. कुल 8 विकेट लेने वाले नाथन लायन बने थे मैन आफ द मैच. इस मैच की दूसरी पारी में लायन ने विराट को आउट करके मैच का रुख मोड़ दिया था. फिरकी फोबिया का फायदा मिलेगा न्यूजीलैंड के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों की कलई जैसे खुली वो नेथन लायन ने भी देखा होगा. जिस दुविधा के साथ भारतीय बल्लेबाजों ने बेहद साधारण स्पिनर ऐजाज पटेल और सैंटनर के खिलाफ बल्लेबाजी की उसे देखकर लायन की उंगलियां मचल रही होगी कि वो अपनी पसंदीदा पिच पर जल्द से जल्द गेंदबाजी करें. पर्थ की पिच पर जो उछाल नाथन लायन अपने हाई आर्म एक्शन से हासिल करते है वो भारतीय बल्लेबाजों के लिए बड़ा चैलेंज होगा. साफ है स्पीड के लिए तैयारी तो ठीक है पर स्पिन के खिलाफ सावधानी हटी तो दुर्घटना होते देर नहीं लगेगी. Tags: Border Gavaskar Trophy, India vs Australia, Jasprit Bumrah, Nathan Lyon, Rishabh Pant, Virat Kohli FIRST PUBLISHED : November 15, 2024, 13:06 IST
Quetta Railway Station Blast Video: सामने आया क्वेटा रेलवे स्टेशन पर हमले का वीडियो, पलभर में उड़ गए लोगों के चिथड़े
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। सेना की एक टुकड़ी आतंकियों के निशाने पर थी, जो ट्रेनिंग पूरी कर एक अन्य ट्रेन से क्वेटा लौट रही थी। हमला आत्मघाती हमलावर ने किया, जो बीएलए की फिदायी इकाई माजिद ब्रिगेड का सदस्य था। By Arvind Dubey Publish Date: Sat, 09 Nov 2024 10:06:47 AM (IST) Up to date Date: Sat, 09 Nov 2024 12:45:10 PM (IST) धमाके के बाद रेलवे स्टेशन पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। HighLights विस्फोट ट्रेन के रवाना होने से पहले टिकट काउंटर के पास हुआ बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने बयान जारी कर ली जिम्मेदारी सेना की टुकड़ी थी निशाने पर, घायलों में कई की हालत बहुत गंभीर एजेंसी, क्वेटा। पाकिस्तान के क्वेटा शहर में रेलवे स्टेशन पर शनिवार को भीषण ब्लास्ट हुआ है। धमाके में 24 लोगों मारे गए हैं। मृतक संख्या लगातार बढ़ रही है। 30 से अधिक लोग घायल हैं। यह एक आतंकी हमला था, जिसे बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने अंजाम दिया। मृतकों में सेना के जवानों के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। (नीचे देखिए धमाके का वीडियो) इससे पहले समाचार एजेंसी पीटीआई ने डॉन की रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि क्वेटा रेलवे स्टेशन के पास हुए विस्फोट में एक दर्जन से अधिक लोगों के हताहत होने की खबर है। विस्फोट के समय ट्रेन प्लेटफॉर्म से पेशावर के लिए रवाना होने वाली थी। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने ली जिम्मेदारी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। बीएलए की तरफ से जारी वक्तव्य में कहा गया कि हम क्वेटा रेलवे स्टेशन पर पाकिस्तानी सेना पर हुए फिदायीन हमले की जिम्मेदारी लेते हैं। वक्तव्य के मुताबिक, आज सुबह क्वेटा रेलवे स्टेशन पर पाकिस्तानी सेना की एक इकाई पर फिदायीन हमला किया गया, जब वे इन्फैंट्री स्कूल में कोर्स पूरा करने के बाद जाफर एक्सप्रेस से लौट रहे थे। हमले को बीएलए की फिदायी इकाई माजिद ब्रिगेड ने अंजाम दिया था। आत्मघाती हमलावर के निशाने पर थी सेना शुरुआती जांच में आशंका जताई गई कि हमला आत्मघाती हमलावर ने किया है। जिस समय हमला हुआ, उस समय रेलवे स्टेशन पर आर्मी की मौजूदगी भी थी। मतलब सेना को निशाना बनाकर हमला किया गया था। हमले के बाद से पाकिस्तान में मौजूदा सरकार के खिलाफ गुस्सा है। लोगों का कहना है कि शाहबाज सरकार दहशतगर्दी रोकने में नाकाम रही है। बलूचिस्तान आर्मी के हमले लगातार बढ़ रहे हैं। पाक सेना के साथ ही आम लोगों को निशाना बनाया जाने लगा है। धमाके का वीडियो BLA claimed accountability for the assault in Quetta. Dozens have been killed. @CTCWP https://t.co/JhsAjN7b1J — Abdul Rehman (@rehman_bfsu) November 9, 2024 🎥 Pakistan’ın güneybatısındaki Quetta’da bir tren istasyonunu vuran ve onlarca kişinin ölümüne ve yaralanmasına yol açan patlamanın yerini belgeleyen görüntüler sosyal medyada yayıldı.#DijitalEvrenim pic.twitter.com/hq1E78J0RZ — Hasan Killik (@greenhousehasan) November 9, 2024 Replace : A blast on the platform of #Quetta railway station has left 12 useless and over 20 injured, per rescue sources. The injured are being taken to the hospital. The explosion occurred close to the ticket counter; #JaffarExpress, certain for Peshawar, was set to depart at 9 AM however… pic.twitter.com/XCmQJU95Ls — Ghulam Abbas Shah (@ghulamabbasshah) November 9, 2024
सच के साथी सीनियर्स: नासिक के लोगों को वेबिनार में बताए वित्तीय धोखाधड़ी से बचने के गुर
गूगल न्यूज इनीशिएटिव की पहल पर MICA के सहयोग से विश्वास न्यूज के इस अभियान का उद्देश्य समाज को भ्रामक सूचनाओं से निपटने के लिए तैयार करने के साथ उन्हें फैक्ट चेक की बुनियादी जानकारी से रूबरू कराना है। By Navodit Saktawat Publish Date: Wed, 13 Nov 2024 11:47:16 PM (IST) Up to date Date: Wed, 13 Nov 2024 11:48:58 PM (IST) नासिक में वेबिनार के माध्यम से नागरिकों को दी गई जानकारी। HighLights सतर्क रहने से बचा सकता है वित्तीय घपले से डिजिटल मीडिया के दौर में सूचनाओं की बाढ़ तेजी से बढ़ रहे हैं डिजिटल अरेस्ट के मामले नासिक। मोबाइल के बढ़ते इस्तेमाल के साथ-साथ साइबर क्राइम के मामलों में भी बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही भ्रामक व फर्जी पोस्ट भी शेयर की जा रही हैं। इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के मकसद से विश्वास न्यूज की तरफ से ‘सच के साथी-सीनियर्स’ अभियान के तहत 12 नवंबर को महाराष्ट्र के नासिक के लोगों के लिए वेबिनार का आयोजन किया गया। जागरण न्यू मीडिया की फैक्ट चेकिंग विंग विश्वास न्यूज के इस ऑनलाइन कार्यक्रम की शुरुआत डिप्टी एडिटर एवं फैक्ट चेकर पल्लवी मिश्रा ने की। उन्होंने कहा कि डिजिटल मीडिया के इस दौर में सूचनाओं की बाढ़-सी आ गई है। इन्हें जांच-पड़ताल कर ही आगे फॉरवर्ड करना चाहिए। इसके लिए उन्होंने रोचक उदाहरणों के माध्यम से गूगल लेंस और गूगल कीवर्ड के बारे में जानकारी दी। पल्लवी ने गूगल लेंस का डेमो देते हुए बताया कि उसमें फोटो अपलोड करने से तस्वीर से संबंधित जानकारी सामने आ जाती है। उन्होंने इसी तरह गूगल कीवर्ड से सर्च करने का तरीका भी समझाया। इसके अलावा पल्लवी ने महाराष्ट्र में होने वाले चुनाव को देखते हुए लोगों से जागरूक मतदाता बनने की अपील भी की। कार्यक्रम के दौरान डिप्टी एडिटर एवं फैक्ट चेकर शरद प्रकाश अस्थाना ने फाइनेंशियल फ्रॉड के तरीकों और उनसे बचाव के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि डिजिटल अरेस्ट के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि कोई भी सरकारी एजेंसी इस तरह से ऑनलाइन जांच नहीं करती है। ऐसा कोई भी मामला सामने आने पर 1930 पर कॉल करें या साइबर क्राइम डॉट जीओवी डॉट इन पर शिकायत करें। फ्री रिचार्ज का झांसा देकर साइबर अपराधी फिशिंग लिंक्स भेजते हैं। ऐसे संदिग्ध मैसेज के लिंक्स पर क्लिक नहीं करना चाहिए। इसके अलावा शरद ने एआई के फायदे और नुकसान बताते हुए डीपफेक वीडियो को पहचानने का तरीका भी बताया। 15 राज्यों में कार्यक्रम झारखंड और महाराष्ट्र से पहले यह मीडिया साक्षरता कार्यक्रम राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार में भी आयोजित किया जा चुका है। विश्वास न्यूज अपने मीडिया लिटरेसी अभियान के तहत 15 राज्यों के 50 शहरों में वरिष्ठ और अन्य नागरिकों को फर्जी व भ्रामक पोस्ट को पहचानने के तरीकों के बारे में प्रशिक्षण दे रही है। ‘सच के साथी-सीनियर्स’ अभियान के बारे में ‘सच के साथी-सीनियर्स’ विश्वास न्यूज का जागरूकता के लिए प्रशिक्षण और मीडिया साक्षरता अभियान है। विश्वास न्यूज जागरण समूह की फैक्ट चेकिंग टीम है, जो अब तक करीब छह करोड़ से अधिक नागरिकों को जागरूकता अभियान से जोड़ चुकी है। विश्वास न्यूज टीम इंटरनेशनल फैक्ट चेकिंग नेटवर्क (आईएफसीएन) और गूगल न्यूज इनीशिएटिव के साथ फैक्ट चेकिंग और मीडिया लिटरेसी पर 2018 से काम कर रही है।
Kamal haasans daughter shruti haasan modified her title due to fathers stardom | पिता कमल हासन के फेम से बचना चाहती थीं श्रुति: एक्ट्रेस बोलीं- कई बार पहचान छिपाई, बाद में समझी उनके बिना मैं कुछ नहीं
6 घंटे पहले कॉपी लिंक श्रुति हासन अक्सर अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में बनी रहती हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू में श्रुति हासन ने बताया कि फिल्मी परिवार में जन्म लेना अक्सर मुश्किल होता है, खासकर तब जब आपके पिता बड़े स्टार हों। एक्ट्रेस की मानें तो उन्होंने कई बार अपनी पहचान छिपाने की कोशिश भी की। हालांकि, बाद में उन्हें यह समझ में आ गया कि पिता कमल हासन के बिना वह खुद को नहीं सोच सकतीं। मदन गौरी से बातचीत में श्रुति हासन ने कहा, ‘लोग हमेशा मुझसे मेरे पिता के बारे में सवाल करते थे। ऐसा एक-दो बार नहीं, बल्कि कई बार होता था। मुझे लगता था कि मैं श्रुति हूं, मुझे अपनी पहचान चाहिए। लोग मुझे देखकर कहते थे यह तो कमल हासन की बेटी है। अगर कोई मुझसे पूछता, तो मैं कहती, नहीं, मेरे पिता डॉ. रामचंद्रन हैं, जो हमारे डेंटिस्ट का नाम था। मेरा नाम पूजा रामचंद्रन है। यह नाम मैंने खुद चुना था।’ श्रुति हासन ने कहा, ‘यह सिर्फ इस कारण नहीं था कि मेरे पिता एक एक्टर या फिर फेमस इंसान हैं, बल्कि बचपन से ही मुझे यह महसूस होता था कि वह बाकी सभी से अलग हैं। मुझे और मेरी बहन को बहुत जिद्दी लोगों ने पाला था, और यह हमारी आदत बन गई। जब मेरे माता-पिता अलग हुए, तो मैं मुंबई चली गई। यहां श्रुति बनकर रहना मुझे कभी अच्छा नहीं लगा। जब हर जगह पापा के पोस्टर लगे हों, तो उनके नाम से अलग होना बहुत मुश्किल था। आज मुझे लगता है कि कमल हासन के बिना श्रुति का कोई अस्तित्व नहीं है।’ श्रुति ने 1999 में अपना करियर शुरू किया था। वह साउथ इंडियन सिनेमा की लीडिंग अभिनेत्रियों में से एक मानी जाती हैं। श्रुति ने ‘डी-डे’, ‘रमैय्या वस्तावैया’, ‘गब्बर इज बैक’, ‘वेलकम बैक’, ‘रॉकी हैंडसम’ जैसी फिल्मों में काम किया है। वह शॉर्ट फिल्म ‘देवी’ में भी नजर आई थीं। खबरें और भी हैं…
मध्य प्रदेश में 22 नवंबर से समर्थन मूल्य पर ज्वार-बाजरा और दो दिसंबर से धान खरीदा जाएगा
मध्य प्रदेश के किसानों के लिए अच्छी खबर है। उनकी धान, ज्वार और बाजरा की उपज की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदारी जल्द शुरू होने जा रही है। किसानों को कोई परेशानी नहीं हो, इसके लिए उन्हें पहले से ही स्लॉट बुक कराने होंगे। उपज को भरने के लिए जूट के बोरों की व्यवस्था कर दी गई है। By Shashank Shekhar Bajpai Edited By: Shashank Shekhar Bajpai Publish Date: Mon, 11 Nov 2024 12:18:37 PM (IST) Up to date Date: Mon, 11 Nov 2024 12:28:35 PM (IST) उपज की गुणवत्ता का परीक्षण करने की जिम्मेदारी उपार्जन एजेंसी की होगा। फोटो- प्रतीकात्मक। HighLights किसान को उपज बेचने के लिए करनी होगी स्लॉट बुकिंग। खरीदारी की नोडल एजेंसी नागरिक आपूर्ति निगम होगी। उपज के भंडारण का काम काम राज्य भंडार निगम करेगा। राज्य ब्यूरो, भोपाल। प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान, ज्वार एवं बाजरा का उपार्जन पंजीकृत किसानों से किया जाएगा। ज्वार और बाजरा 22 नवंबर और धान को उपार्जन दो दिसंबर से किया जाएगा। उपार्जन की नोडल एजेंसी नागरिक आपूर्ति निगम होगी और भंडारण का काम राज्य भंडार निगम करेगा। गुणवत्ताहीन उपज खरीदने पर उसकी जिम्मेदारी संबंधी एजेंसी की होगी। किसानों को उपज बेचने के लिए स्लॉट बुकिंग करानी होगी, ताकि उन्हें इंतजार न करना पड़े। उपार्जन नीति का पालन करने में किसी भी प्रकार की लापरवाही मिलने पर संबंधित अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। खरीद की नीति सरकार ने की जारी खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद करने की नीति सरकार ने जारी कर दी है। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता सरंक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि उपार्जन मात्रा का निर्धारण पिछले तीन वर्षों में धान, ज्वार एवं बाजरा की उपार्जन मात्रा में औसत वृद्धि तथा बोवनी के रकबे के आधार पर किया जाएगा। गोदाम, केप परिसर में प्राथमिकता के आधार पर खरीदी केंद्र बनाए जाएंगे, ताकि अनावश्यक परिवहन न करना पड़े। सहकारी समिति स्तर पर केंद्र होंगे। इनका निर्धारण किसानों के पंजीयन और बोवनी के क्षेत्र के आधार पर किया जाएगा। धान के लिए 46 प्रतिशत पुराने और 54 प्रतिशत नए जूट के बोरे उपयोग में लाए जाएंगे। जबकि, ज्वार एवं बाजरे के लिए नए जूट के बोरों का इस्तेमाल किया जाएगा। उपज की गुणवत्ता का परीक्षण करने का दायित्व उपार्जन एजेंसी का होगा। मंडियों में समर्थन मूल्य से कम पर नहीं खरीदी जाएगी उपज कृषि उपज मंडियों में गुणवत्तायुक्त धान, ज्वार एवं बाजरा की खरीदी समर्थन मूल्य से कम पर नहीं की जाएगी। यदि औसत गुणवत्ता से कम की कोई उपज है, तो उसका नमूना रखना होगा। फसल के क्षेत्र का सत्यापन राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा किया जाएगा। धान उपार्जन के लिए मिलर्स को सीधे उपार्जन केंद्र या गोदाम से दी जाएगी और परिवहन का दायित्व मिलर्स का होगा।
APAR CARD Guidelines: जल्दी करें… अपार कार्ड अभी बन रहा निशुल्क, बाद में जेब से खर्च करने होंगे पैसे
शिक्षा मंत्रालय और भारत सरकार ने पूरे भारत में स्कूली विद्यार्थियों को विशिष्ट पहचान संख्या प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुसार अपार आईडी कार्ड लॉन्च किया। अपार आईडी , जिसे ‘ वन नेशन वन स्टूडेंट आईडी कार्ड ‘ के रूप में भी जाना जाता है By Manoj Kumar Tiwari Publish Date: Fri, 15 Nov 2024 10:52:30 AM (IST) Up to date Date: Fri, 15 Nov 2024 01:09:10 PM (IST) जिले के स्कूलों मे अपार आइडी कार्ड बनाने की कवायद शुरू कर दी गई। (सांकेतिक चित्र।) HighLights स्कूलों मे बड़ी संख्या मे छात्रों के अपार आइडी कार्ड बनाए जा रहे। अपार आइडी कार्ड बनवाने के लिए अभिभावकों की सहमति जरूरी। कार्ड को बनवाने के लिए छात्रों से मामूली दस्तावेज ही मंगाए जा रहे । नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर। जिले के स्कूलों मे अपार आईडी कार्ड बनाने की कवायद शुरू कर दी गई है। स्कूलों मे बड़ी संख्या मे छात्रों के अपार आईडी कार्ड बनाए जा रहे हैं। जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू ने बताया कि अपार आईडी कार्ड बनवाने के लिए अभिभावकों की सहमति जरूरी है। वहीं शिक्षक और स्कूल प्रबंधन को भी अभिभावकों को अपार कार्ड से जुड़े तथ्यों की जानकारी देने को कहा गया है, जिससे अभिभावकों के मन में किसी भी तरह का संशय न रहे। अभी निशुल्क अपार आईडी कार्ड बनाए जाएंगे जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि अभी निशुल्क अपार आईडी कार्ड बनाए जाएंगे। भविष्य में छात्रों को इसे बनवाने का खर्च खुद ही वहन करना पड़ सकता है। इसलिए अभिभावकों को अपार आईडी कार्ड से जुडी सभी जानकारियां देकर उनकी सहमति ली जा रही है। इस कार्ड को बनवाने के लिए छात्रों से मामूली दस्तावेज ही मंगाए जा रहे हैं, जैसे आधार कार्ड और जन्म प्रमाण पत्र आदि। कार्ड बनवाने वालों में समस्या आ रही सामने इस तरह की समस्या आ रही सामने कार्ड बनवाने वालों में एक बड़ा वर्ग ऐसे छात्रों की भी है जिन्हे कार्ड बनवाने मे तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है। जिन छात्रों के बर्थ सर्टिफिकेट और आधार कार्ड के नाम में अंतर है या आधार कार्ड और स्कूल में दर्ज जन्म तिथि में अंतर है उनका कार्ड नहीं बन पा रहे हैं। बीते दिन इसी तरह की समस्या महारानी लक्ष्मी बाई स्कूल में देखी गई थी। अभिभावकों को चिल्हाटी स्थित एआरटीओ सेंटर जाकर सुधरवाने को कहा गया था। क्या है अपार आईडी कार्ड अपार आईडी कार्ड आधार कार्ड की तरह ही सभी स्कूली विद्यार्थियों के लिए तैयार की जाएगी। इसमें विद्यार्थियों के लिए 12 अंकों का यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर होगा। इसमें बच्चों के नाम से लेकर उनके अभिभावकों तक की जानकारी होगी। इस आइडी को डिजिटल लाकर से जोड़ा जाएगा। इसमें बच्चे का नाम, पता, कक्षा, रोल नंबर, उनके नंबर, डीएमसी, परीक्षा परिणाम, क्रेडिट स्कोर, अभिभावकों का नाम, कारोबार, घर का पता आदि की जानकारी दर्ज होगी। कार्ड में होगी यह जानकारी एक तरह से इसमें विद्यार्थी की हर प्रकार की निजी जानकारी होगी। ये आईडी प्री नर्सरी से लेकर अंतिम पढ़ाई तक एक ही रहेगी। इस आइडी के माध्यम से दुनिया के किसी भी कोने में विद्यार्थी अपने शैक्षणिक रिकार्ड को डिजिटल रूप देख सकेंगे और उसका उपयोग कर सकेंगे। अपार आईडी कार्ड के लाभ अपार आईडी कार्ड विद्यार्थी की आजीवन पहचान संख्या के रूप में कार्य करता है, जिससे उन्हें अपनी शैक्षणिक प्रगति और उपलब्धियों पर सुचारू रूप से नज़र रखने में मदद मिलती है। अपार नंबर स्कूल, डिग्री कॉलेज, जूनियर कॉलेज और स्नातकोत्तर सहित सभी स्तरों पर छात्रों के शैक्षणिक रिकॉर्ड पर नज़र रखेगा। अपार आईडी कार्ड छात्रों के डेटा को डिजिटल रूप से एक स्थान पर रखेगा, जिसमें सीखने के परिणाम, परीक्षा परिणाम, रिपोर्ट कार्ड, स्वास्थ्य कार्ड और सह-पाठ्यचर्या उपलब्धियां जैसे ओलंपियाड रैंकिंग, विशेषज्ञ कौशल प्रशिक्षण आदि शामिल होंगे। स्कूल छोड़ देने वाले छात्रों पर नजर रखना उपयोगी है, ताकि सरकार उन्हें समाज में पुनः शामिल करने तथा शिक्षा के अवसरों से पुनः जोड़ने का प्रयास कर सके। यह छात्रों को उनकी सभी शैक्षणिक जानकारी को एक संस्थान से दूसरे संस्थान में स्थानांतरित करने में मदद करेगा। नतीजतन, देश में कहीं भी नए कॉलेज में प्रवेश पाना आसान हो जाएगा। अपार आईडी को सीधे ABC बैंक से जोड़ा जाएगा। इस प्रकार, जब कोई छात्र सेमेस्टर या कोर्स पूरा करता है, तो क्रेडिट सीधे ABC में दर्ज हो जाते हैं, जिससे वे सभी भारतीय कॉलेजों में मान्य हो जाते हैं। यह छात्रवृत्ति, डिग्री, पुरस्कार और अन्य छात्र प्रमाण-पत्र जैसे शैक्षणिक डेटा को डिजिटल रूप से केंद्रीकृत करेगा।अपार कार्ड छात्र के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करता है। इसमें छात्र का नाम, पता, जन्मतिथि, लिंग, फोटो, खेल गतिविधियाँ, शिक्षा ऋण , छात्रवृत्ति, पुरस्कार आदि की जानकारी शामिल है।
CG Pre Board Examination: वार्षिक परीक्षा से पहले दसवीं- बारहवीं के विद्यार्थी कर ले तैयारी, देनी होगी प्री बोर्ड परीक्षा
छत्तीसगढ़ में प्री बोर्ड के लिए प्रदेश के सभी डीईओ को दसवीं और बारहवीं का सिलेबस 10 जनवरी तक पूरा करने के लिए कहा गया है। सरकारी आदेश में इस बात का भी उल्लेख है कि सभी डीईओ अभी से प्रत्येक स्कूलों में अभी से तैयारी कर ले। शिक्षा विभाग ने समय सारणी की तैयारी शुरू कर दी है। By Devendra Gupta Publish Date: Fri, 15 Nov 2024 11:45:45 AM (IST) Up to date Date: Fri, 15 Nov 2024 01:07:12 PM (IST) विद्यालय में अध्यापन कराते शिक्षक, (फाइल फोटो नईदुनिया) HighLights सरकारी स्कूलों में भी पहली बार प्री बोर्ड परीक्षा का आयोजन। परीक्षा का आयोजन जनवरी के तीसरे सप्ताह में किया जाएगा। परीक्षा परिणाम बेहतर करने के उद्देश्य से शासन ने अनिवार्य किया। नईदुनिया प्रतिनिधि, कोरबा। निजी स्कूलों के तर्ज पर अब सरकारी स्कूलों में भी पहली बार प्री बोर्ड परीक्षा का आयोजन होगा। विद्यार्थियों को परीक्षा के पूर्णरूप से तैयार करने के उद्देश्य से इसका आयोजन जनवरी के तीसरे सप्ताह में किया जाएगा। सभी हाई और हायर सेकेंडरी सरकारी स्कूलों में प्री बोर्ड के पहले शत प्रतिशत कोर्स पूरा करना होगा। सरकारी स्कूलों ने प्री बोर्ड की तैयारी शुरू की निजी स्कूलों के संचालक परीक्षा परिणाम बेहतर करने कई तरह के उपाय अपनाते हैं। वहीं लेकिन सरकारी स्कूलों में इस तरह के उपाय नहीं अपनाए जाते। जिसके कारण कई बार सरकारी स्कूल के बच्चे पिछड़ जाते हैं। निजी स्कूल की तुलना में सरकारी शिक्षकों पर अधिक खर्च किए जानेते है। इस के बाद भी अधिकांश स्कूलों में परीक्षा परिणाम निराशाजनक रहता है। व्यवस्था को सुधारने और परीक्षा परिणाम बेहतर का है यह प्रयास। उद्देश्य से सरकार ने प्री-बोर्ड को शासन ने अनिवार्य कर दिया है। सभी सरकारी स्कूलों ने प्री बोर्ड की तैयारी शुरू कर दी है। अच्छे परिणाम के उद्देश्य से प्री-बोर्ड को शासन ने अनिवार्य कर दिया है। सभी सरकारी स्कूलों ने प्री बोर्ड की तैयारी शुरू कर दी है। प्री बोर्ड के लिए प्रदेश के सभी डीईओ को दसवीं और बारहवीं का सिलेबस 10 जनवरी तक पूरा करने के लिए कहा गया है। सरकारी आदेश में इस बात का भी उल्लेख है कि सभी डीईओ अभी से प्रत्येक स्कूलों में अभी से तैयारी कर ले। प्रश्न पत्र तैयार करने के लिए विषयवार समिति का गठन किया जाएगा। माध्यमिक शिक्षा मंडल निर्धारित ब्लू प्रिंट के अनुसार प्रश्नपत्र तैयार किया जाएगा। गोपनीयता की अनिवार्यता भी तय की गई है। अध्यापन स्तर सुधारने के लिए जिला शिक्षा विभाग ने औचक निरीक्षण शुरू कर दिया है। बिना सूचना के स्कूलों में अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी की जा रही है। ज्यादातर स्कूलों में अभी कोर्स अधूरा दिवाली व दशहरा की छुट्टी के बाद अब स्कूलों में पढ़ाई रफ्तार पकड़ने लगी है। अतिथि शिक्षकों की भर्ती फिलहाल दसवीं बारहवीं बोर्ड की पढ़ाई पूरी नहीं हो पाई है। माह भर पहले ही हिंदी माध्यम सरकारी स्कूलों में 118 अतिथि शिक्षकों की भर्ती हुई है। शिक्षकों में हाल ही में अध्यापन शुरू किया है। निजी शिक्षकों को दूसरी गतिविधियों में लगा दिया गया है। कई शिक्षकों की ड्यूटी बीएलओ में लगाया गया है, तो कई शिक्षक अन्य गतिविधियों में शामिल हैं। ऐसे में कोर्स पूरा करने शिक्षकों पर भी दबाव है। शिक्षकों के हड़ताल और उनके निजी अवकाश का भी असर बच्चों की पढ़ाई में देखा जा रहा है। यदि एक माह में पढ़ाई नहीं होती है तो छात्रों को प्री बोर्ड परीक्षा में शामिल होने कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। स्वामी आत्मानदं स्कूलों को शिक्षको की भर्ती का इंतजार जिले में केंद्रीय पाठ्यक्रम बोर्ड के तहत संचालित हो रही 15 अंग्रेजी माध्यम स्वामी आत्मानंद स्कूलों में शिक्षकों के 121 पद खाली है। आधा शिक्षा सत्र बीतने के बाद अब जाकर शिक्षकों की भर्ती की अनुमति मिली है। केंद्रीय शिक्षा बोर्ड से संबद्ध हिंदी माध्यम के आत्मानंद स्कूलों में 20 शिक्षक के पद अब भी खाली हैं। समय रहते शिक्षकों की व्यवस्था नहीं किए जाने से यहां अध्ययनरत बच्चों के अभिभावकों की चिंता बढ़ गई है। पसान आत्मानंद स्कूल में शिक्षक नहीं होने की शिकायत लेकर गांव के बच्चे पखवाड़े भर पहले कलेक्टोरेट पहुंच गए थे। जिला शिक्षा अधिकारी ने उन्हे आश्वासन देकर वापस भेजा था।
SA vs IND: बारिश में धुल सकता है टी20 मैच! पढ़ें दूसरे मैच की मौसम और पिच रिपोर्ट
साउथ अफ्रीका और भारत के बीच चार मैचों की T20 सीरीज का दूसरा मैच गकेबेहरा में खेला जाएगा, जो भारतीय समयानुसार रात 7:30 बजे शुरू होगा। पहले मैच में भारत ने जीत हासिल कर 1-0 की बढ़त बनाई है। हालांकि, दूसरे मैच में बारिश और आंधी-तूफान की संभावना जताई जा रही है। By Anurag Mishra Publish Date: Solar, 10 Nov 2024 01:07:02 PM (IST) Up to date Date: Solar, 10 Nov 2024 01:07:02 PM (IST) दूसरे टी20I मैच में बारिश की संभावना। फाइल फोटो HighLights गकेबेहरा में होगा दूसरा टी20 मैच दूसरे मैच में बारिश व आंधी की संभावना भारत ने पहले मैच में जीत कर बढ़त बनाई स्पोर्ट्स डेस्क, इंदौर। डरबन में संजू सैमसन के शतक के बदौलत टीम इंडिया साउथ अफ्रीका को पहले टी20 मैच में हराने में कामयाब हो पाई थी। अब टीम इंडिया दूसरी जीत के लिए गकेबेहरा में उतरेगी। दोनों टीमें रविवार 10 नवंबर को एक-दूसरे से भिड़ेंगी। पहले टी20 मैच में संजू सैमसन को छोड़कर बाकी बल्लेबाज पूरी तरह से फेल रहे थे। जिम्बाब्वे के खिलाफ शतक जड़ने के बाद से ही अभिषेक शर्मा का बल्ला खामोश हो गया है। वह खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। हार्दिक व कप्तान सूर्यकुमार यादव भी कुछ खास नहीं कर पाए हैं। पहले टी20 मैच में मौसम विभाग ने बारिश की चेतावनी जारी की थी, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था। अब दूसरे टी20 मैच को लेकर भी यही संभावना जताई जा रही है। मौसम रिपोर्ट एक्यूवेदर ने अनुमान जताया है कि भारत और साउथ अफ्रीका के मैच के दौरान 11 प्रतिशत संभावना है कि आंधी-तूफान आए। 49 प्रतिशत संभावना है कि टॉस के दौरान तेज बारिश हो जाए। 40 प्रतिशत संभावना मैच के दूसरे हिस्से में बारिश की है। बारिश की वजह से मैच में रुकावट आ सकती है। इस दौरान तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने वाला है। मैच पिच रिपोर्ट सेंट जॉर्ज पार्क की पिच बल्लेबाजों व गेंदबाजों के लिए अनुकूल है। पिच पर शुरुआत में बल्लेबाज कमाल दिखाते हैं, लेकिन मैच के आगे बढ़ने के साथ यह गेंदबाजों के लिए फायदेमंद हो जाती है। टॉस जीतने के बाद ज्यादातर टीमें बल्लेबाजी करना ही पसंद करती हैं। साउथ अफ्रीका ने गकेबेहरा में अच्छा रिकॉर्ड बनाया है। यहां टीम ने 4 में से 3 मैच में प्रतिद्वंदी टीम को पटखनी दी है। इस पिच पर भारत को भी साउथ अफ्रीका को भी हार का सामना करना पड़ा था।