Day: November 25, 2024

Actress Munmun Sen’s husband Bharat Deb Verma passed away | एक्ट्रेस मुनमुन सेन के पति भारत देव वर्मा का निधन: शाही परिवार से  ताल्लुक रखते थे, ममता बनर्जी ने शोक जताया

21 मिनट पहले कॉपी लिंक एक्ट्रेस मुनमुन सेन के पति, राइमा सेन और रिया सेन के पिता भारत देव वर्मा का आज कोलकाता में निधन हो गया। आज 19 नवंबर को कोलकाता में भारत देब वर्मा ने अपने घर में सुबह करीब नौ बजे अंतिम सांस ली। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत देव वर्मा की तबीयत बिगड़ते ही उन्हें अस्पताल ले जाने के लिए कोलकाता के ढाकुरिया स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल से एम्बुलेंस बुलाई गई थी। एम्बुलेंस पहुंचने से पहले ही उनका निधन हो गया। वे 83 साल के थे। पति के अचानक दुनिया से चले जाने से मुनमुन सेन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। अपने पिता के निधन की खबर सुनते ही एक्ट्रेस राइमा सेन कोलकाता के लिए रवाना हो गई हैं। जब यह खबर मिली तब वे जयपुर में शूटिंग कर रही थीं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारत देव वर्मा के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘मुनमुन सेन के पति और खुद मेरे बहुत बड़े शुभचिंतक भरत देव वर्मा के निधन से दुखी हूं। उनका निधन मेरे लिए बहुत बड़ी क्षति है। भारत देव वर्मा शाही परिवार से ताल्लुक रखते हैं। वह त्रिपुरा के राजघराने से थे। भरत की मां इला देवी कूच बिहार की राजकुमारी थीं और जयपुर की महारानी गायत्री देवी की बड़ी बहन थीं। भरत की दादी इंदिरा वडोदरा के महाराजा सेरजी राव गायकवाड़ तृतीय की इकलौती बेटी थीं। उनकी शादी एक्ट्रेस मुनमुन सेन से हुई थी। वे एक्ट्रेस राइमा सेन और रिया सेन के पिता हैं।

सोने का आज का भाव: सोना ने फिर से 19 नवंबर को 732 रुपये की कमाई की, पढ़ें अपने शहर का भाव

आज सोने और चांदी की कीमतें: अगर आप सोना खोज रहे हैं, तो आपको आज सोना 866 रुपये महंगा लगेगा। 24 कैरेट सोने की कीमत 74 हजार 605 रुपए हो गई है। चांदी की कीमत आज 1844 में तेजी से आई। द्वारा (*19*)अनुराग मिश्रा प्रकाशित तिथि: मंगल, 19 नवंबर 2024 02:17:31 अपराह्न (IST) अद्यतन दिनांक: मंगल, 19 नवंबर 2024 02:17:31 अपराह्न (IST) सोना- अव्यवस्थित के भाव में फिर दिख रही तेजी। (फ़ॉलो फोटो) पर प्रकाश डाला गया 19 नवंबर को सोने की कीमत में तेजी आई है। 18 नवंबर की कीमत से 732 रुपये महंगा सोना। चांदी का भाव 90843 रुपये के स्तर पर पहुंच गया है। (*19*)बिजनेस डेस्क, रेस्तरां। सोने इनवेस्ट में एक बहुत अच्छा स्थान है, क्योंकि यह जोखिम मुक्त रिटर्न की वैधता देता है। भारत में त्योहारी सीजन में सोने की खरीददारी से कीमत में बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में आपके लिए सोने में इनवेस्टमेंट करना कमाल हो सकता है। 19 नवंबर को सोने के दाम में तेजी आई है। 24 कैरेट सोने के 100 ग्राम का भाव 7320 रुपये हो गया। 19 नवंबर 2024 को 24 कैरेट सोने की कीमत 75 हजार 540 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। 18 नवंबर 2024 की तुलना में सोने के भाव में आज 732 रुपये ज्यादा हो गए। चांदी का भाव भी तेजी से आंका गया है। चांदी का भाव 90 हजार 843 रुपये प्रति किलो हो गया है। राष्ट्रीय स्तर पर 999 यूरो वाले चांदी के भाव में 18 नवंबर से 1554 रुपये की तेजी आई है। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स के मुताबिक 18 नवंबर की शाम को 999 करोड़ रुपये वाले 24 कैरेट सोने की कीमत 74808 रुपये थी। 19 नवंबर को 999 वाले 24 कैरेट सोने की कीमत 75540 रुपये हो गई। 18 नवंबर की शाम को 999 स्वर्ण वाली चांदी की कीमत 89289 रुपये थी। 19 नवंबर को 999 यूरो वाली सिल्वर की कीमत 90843 रुपये हो गई। 19 नवंबर को 995 गैलेक्सी वाले सोने की कीमत 75237 रुपये हो गई। 916 लेजर वाले सोने की कीमत 69195 रुपये हो गई है। 750 जापानी वाले सोने की कीमत 56655 रुपये हो गई है। 585 गैलेक्सी वाले सोने की कीमत 44191 रुपये हो गई है। भारत के 7 प्रमुख महानगरों में 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का भाव इंदौर (इंदौर में सोने का भाव) 75020 लखनऊ (लखनऊ में सोने की कीमत) 75,230 मुंबई (मुंबई में सोने की कीमत) 75020 जयपुर (जयपुर में सोने का भाव) 75270 दिल्ली (दिल्ली में सोने की कीमत) 75,230 कानपुर (कानपुर में सोने का भाव) 75,230 मेरठ (मेरठ में सोने का भाव) 75,230 मिस्ड कॉल बंद सोने- खरीदें का भाव आईबीजेए केंद्र सरकार की ओर से शनिवार और रविवार को कोई रेट जारी नहीं किया गया है। 22 कैरेट और 18 कैरेट सोने के सिक्कों का रेट पता है, तो 8955664433 पर मिस्ड कॉल कर सकते हैं। मिस्ट कॉल के कुछ ही समय बाद एसएमएस के माध्यम से रेट मिल जाते हैं। सोने या चांदी का मूल्य जानने के लिए www.ibja.co या ibjarate.com पर भी जा सकते हैं।

स्टैंडअप कॉमेडियन यश राठी के खिलाफ FIR दर्ज, IIT के वार्षिक उत्‍सव में की थी अश्लील और आपत्तिजनक बातें

बीते नौ नवंबर को आईआईटी भिलाई में हुए वार्षिक उत्सव में अश्लीलता परोसने वाले कॉमेडियन यश राठी के खिलाफ जेवरा सिरसा पुलिस ने धारा 296 (अश्लील गाने गाना) के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। प्रस्तुति के दौरान अश्लील और आपत्तिजनक बातें कहने के वीडियो प्रसारित होने के बाद इसकी खूब आलोचना हुई थी। By Ashish Kumar Gupta Publish Date: Tue, 19 Nov 2024 02:12:45 PM (IST) Up to date Date: Tue, 19 Nov 2024 02:12:45 PM (IST) HighLights 9 नवंबर को IIT भिलाई के वार्षिक उत्सव में स्टैंड-अप कॉमेडी ने की प्रस्तुति। कॉमेडियन यश राठी पर अश्लीलता और आपत्तिजनक बातें कहने का आरोप। कॉमेडियन का वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद विवाद बढ़ा। भिलाई। भिलाई में आईआईटी के वार्षिक उत्सव में बीते 9 नवंबर को हुए एक कार्यक्रम ने विवाद खड़ा कर दिया है। इस कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले स्टैंड-अप कॉमेडियन यश राठी पर अश्लीलता और आपत्तिजनक बातें करने का आरोप लगा है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद तीखी आलोचना शुरू हो गई। सोमवार को भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) और एनएसयूआई ने इस घटना को लेकर प्रदर्शन किया। इन संगठनों ने कॉमेडियन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। भाजयुमो की शिकायत पर जेवरा सिरसा पुलिस ने यश राठी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 296 (अश्लील गाने गाने) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, और यह कार्यक्रम के आयोजन और उसमें प्रस्तुत की गई सामग्री पर भी सवाल खड़े कर रहा है।

All is well between Asit Modi and Dilip Joshi | असित मोदी और दिलीप जोशी के बीच सब ठीक: जेठालाल बोले- मतभेद की खबरें महज अफवाह हैं, हमारे बीच कोई लड़ाई नहीं हुई

50 मिनट पहले कॉपी लिंक तारक मेहता का उल्टा चश्मा टीवी शो हमेशा सुर्खियों में रहता है। इस बार शो कास्ट और मेकर्स के बीच झगड़े को लेकर चर्चा में है। दरअसल, तारक मेहता के उल्टा चश्मा के जेठालाल गड़ा यानी दिलीप जोशी और शो के प्रोड्यूसर असित मोदी के बीच आपसी मतभेद की खबरें कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर चल रही हैं। लेकिन अब दिलीप जोशी ने रिएक्शन दिया है। दिलीप जोशी ने न्यूज18 से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा जो भी खबरें मीडिया में आ रही हैं, वो सब अफवाहें हैं। मेरे और असित भाई के बीच कोई लड़ाई नहीं हुई है। ये सभी खबरें अफवाह है – दिलीप जोशी दिलीप ने असित मोदी को लेकर कहा- असित भाई और शो को किसी तरह से बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। ऐसी चीजों को बार-बार देखने से दुख होता है। मुझे हैरानी होती कि कुछ लोग शो की सफलता से खुश नहीं हैं। मुझे नहीं पता कि इन अफवाहों को फैलाने के पीछे कौन है, लेकिन मैं यह कहना चाहता हूं कि मैं इस शो का हिस्सा हूं, मैं हर दिन शो के लिए उसी प्यार और जुनून के साथ काम कर रहा हूं। मैं ये शो छोड़ कर कहीं नहीं जा रहा हूं। मैं इतने लंबे समय से इस शो का हिस्सा रहा हूं और आगे भी इसका हिस्सा बना रहूंगा। क्या है पूरा मामला ? न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक ये पूरा मामला इसी साल अगस्त का है। खबरें थीं कि दोनों के बीच यह लड़ाई छुट्टियों के लेकर हुई थी। दरअसल, दिलीप जोशी ने असित मोदी से कुछ दिनों की छुट्टी मांगी थी, लेकिन असित मोदी ने उनसे बात नहीं की। उसी दिन कुश शाह यानी गोली का आखिरी दिन था। दिलीप जोशी उस दिन असित मोदी से बात करने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन वो आए और सीधा कुश से मिलने चले गए। जिससे दिलीप जोशी को गुस्सा आ गया। कहा जा रहा है कि बात इतनी बढ़ गई थी कि दिलीप जोशी ने उनका कॉलर पकड़ लिया और शो को छोड़ने की धमकी दे दी थी। इससे पहले भी हुए हैं विवाद रिपोर्ट्स के मुताबिक, इससे पहले भी दिलीप जोशी और असित मोदी के बीच मतभेद हुए हैं। शो की हांगकांग शूटिंग के दौरान भी दोनों के बीच काफी झगड़ा हुआ था, लेकिन उस दौरान गुरुचरण सिंह सोढ़ी ने दोनों के बीच सुलह करा दी थी। कई कलाकार छोड़ चुके हैं शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ करीब पिछले 16 साल से टीवी का पॉपुलर शो रहा है। दिलीप जोशी पहले दिन से ही शो का हिस्सा हैं। वहीं इस शो के कई सदस्य दिशा वकानी, राज अनादकट, भव्य गांधी, गुरुचरण सिंह और जेनिफर मिस्त्री शो को छोड़ चुके हैं।

G-20 नेताओं की ग्रुप फोटो में PM मोदी सबसे आगे, गायब रहे बाइडन, ट्रूडो और मेलोनी

ब्राजील के रियो डी जनेरियो में दो दिवसीय जी20 सम्मेलन चल रहा है। इसमें शामिल होने पहुंचे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया के सबसे प्रभावशाली नेताओं को संबोधित किया। इसके बाद जी20 फैमिली फोटोशूट हुआ, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति, कनाडा और इटली के पीएम मौजूद नहीं थे। By Shashank Shekhar Bajpai Edited By: Shashank Shekhar Bajpai Publish Date: Tue, 19 Nov 2024 02:27:21 PM (IST) Up to date Date: Tue, 19 Nov 2024 02:27:21 PM (IST) जी20 सम्मेलन में पहुंचे नेताओं के फोटोशूट के दौरान समय पर नहीं पहुंचे बाइडन। HighLights अमेरिकी अधिकारी बोले- सभी नेताओं के आने से पहले हुआ फोटोशूट। वैश्विक नेताओं के बीचोंबीच सबसे आगे खड़े दिखे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। अमेरिका, फ्रांस, इटली के राष्ट्राध्यक्षों से पीएम मोदी ने की संक्षिप्त चर्चा। डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ब्राजील के रियो डी जनेरियो में जी20 शिखर सम्मेलन चल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दुनिया के सबसे प्रभावशाली नेताओं को संबोधित किया। इसके बाद यहां पहुंचे नेताओं का एक फोटोशूट कराया गया। इस जी20 फैमिली फोटोशूट में पीएम मोदी सबसे आगे वैश्विक नेताओं के बीचों-बीच खड़े दिखे। तुर्की, ब्राजील समेत विभिन्‍न देशों के राष्‍ट्राध्‍यक्ष उनके साथ थे। हालांकि, फोटोशूट के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी गायब दिखे। कुछ लोगों का कहना है कि इन नेताओं की नाराजगी और विरोध को इसका कारण है। वहीं, अमेरिकी अधिकारियों ने इसके लिए लॉजिस्टिकल टीम को जिम्मेदार ठहराया है। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि फोटो सभी नेताओं के आने से पहले ही खींच ली गई थी। लिहाजा, कुछ नेता वहां उस समय तक नहीं पहुंचे थे। पीएम मोदी ने कई नेताओं से की अहम बातचीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन में दुनिया भर के नेताओं से मुलाकात की। जी20 सम्मेलन के लिए पीएम मोदी ने सोमवार को औपचारिक और अनौपचारिक बैठकें कीं। इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के साथ पीएम नरेंद्र मोदी ने द्विपक्षीय बैठक भी की। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि ब्राजील की अध्यक्षता के दौरान पिछले साल नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन में लिए गए ‘जन-केंद्रित निर्णयों’ को आगे बढ़ाया गया है। उन्होंने आगे कहा कि भारत की सफलता का मुख्य कारण उनकी सरकार का ‘बुनियादी बातों की ओर वापस लौटना’ और ‘भविष्य की ओर बढ़ने’ का दृष्टिकोण है। It’s all the time a pleasure to fulfill with Prime Minister @NarendraModi, as our partnership with India is each wealthy and multifaced. We reviewed the progress on the initiatives launched throughout my State go to final January, in addition to key worldwide points. pic.twitter.com/WSatqfqout — Emmanuel Macron (@EmmanuelMacron) November 19, 2024 मैक्रों से की मुलाकात, इन मुद्दों पर हुई चर्चा फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से भी पीएम मोदी ने मुलाकात की। अंतरिक्ष, ऊर्जा और AI जैसे क्षेत्रों में मिलकर काम करने के तरीकों पर इस दौरान चर्चा हुई। मैक्रों ने एक्स पर लिखा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलना हमेशा खुशी की बात होती है, क्योंकि भारत के साथ हमारी साझेदारी समृद्ध और बहुआयामी है। हमने पिछले जनवरी में मेरी राजकीय यात्रा के दौरान शुरू की गई पहलों की प्रगति के साथ-साथ प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मुद्दों की भी समीक्षा की।’ वहीं, पीएम मोदी ने भी अपनी एक्स पोस्ट में फ्रेंच भाषा में लिखा कि अपने मित्र राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मिलना हमेशा बेहद खुशीभरा होता है। हमने इस बारे में भी चर्चा की कि भारत और फ्रांस अंतरिक्ष, ऊर्जा, AI और ऐसे भविष्य के अन्य क्षेत्रों में मिलकर कैसे काम करते रहेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति से हुई संक्षिप्त मुलाकात वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन के इतर सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से संक्षिप्त मुलाकात की। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद यह दोनों नेताओं के बीच हुई पहली मुलाकात है। मोदी ने मुलाकात की फोटो एक्स पर साझा की है।

कवच प्रणाली: मराठा-चंदेरिया और नागादा-भोपाल सेक्शन में भी कवच ​​से लैस होगी, 160 किमी तक की स्पीड से होगी तैयारी

कवच भारतीय रेलवे इजाद द्वारा की गई तकनीक है, जिसमें इंजन पर लगे सेंसर और सिस्टम के मदद से दो हिस्सों के अवशेष- सामने आने पर स्वचालित ब्रेक लग जाते हैं। रेलवे लगातार इस तकनीक का विस्तार कर रहा है। अब रियल एस्टेट-चंदेरिया और नागादा-भोपाल सेक्शन में नीमच, मंदसौर, मसामान, भोपाल तक की स्पीड से चलते हैं। द्वारा नरेंद्र जोशी प्रकाशित तिथि: मंगल, 19 नवंबर 2024 02:36:26 अपराह्न (IST) अद्यतन दिनांक: मंगल, 19 नवंबर 2024 02:36:26 अपराह्न (IST) ‘शून्य दुर्घटना’ के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए रेलवे ने यह तकनीक अपनाई है। पर प्रकाश डाला गया जारी किए गए टेंडर, नई तकनीक का होगा उपयोग आउटगोइंग की गति बढ़ाने के लिए लगातार काम जारी मुंबई-दिल्ली रूट के 789 किमी से 503 किमी नरेन्द्र जोशी, मराठा। ऑक्सफोर्ड की गति बढ़ाने के साथ ही सुरक्षा को लेकर रेलवे संसाधन मजबूत हो रहा है। दिल्ली-मुम्बई रेल मार्ग के साथ ही मराठा रेल मंडल से लेकर चंदेरिया और नागदा तक भोपाल तक का सेक्शन भी सुसज्जित होगा। इसके लिए रेल मंडल से टेंडर जारी हो गए हैं। काम पूरा करने के लिए दो साल की समय सीमा निर्धारित की गई है। इसे नीमच, मंदसौर के साथ ही मज्जन, भोपाल तक स्कोडा की गति से जारी किया गया। रायलम-चंदेरिया और नागादा-भोपाल खंड पर कवच संस्करण 4.0 का प्रस्ताव रखा गया है। इसमें 120.72 करोड़ रुपए की लागत आएगी। रायलम रेल मंडल के 427.83 किलोमीटर के पूर्ण ब्लॉक सेक्शन में यह सिस्टम लगेगा। चार दिसंबर तक शर्ते तय जा सकती हैं। मुंबई-दिल्ली रेल मार्ग 789 किमी से 503 किमी पूरा है यहां मुंबई-दिल्ली रेल मार्ग पर क्रॉस्को की स्पीड 160 किमी प्रति घंटे के लिए मिशन में ब्रिजों के स्केल, ओह का रख-रखाव, सिग्नलिंग सिस्टम में सुधार, कर्व का री-एलाइनमेंट, एचबीआईएम स्लीपरप्लांट दिए गए हैं। वर्तमान में वडोदरा-अहमदाबाद खंड सहित मुंबई सेंट्रल-नागदा खंड पर 90 लोको के साथ 789 किमी पर कवच का काम चल रहा है। इसमें 503 किमी तक लोको का परीक्षण हो चुका है। 90 में से 73 लोकोमोटिव पहले ही कव्ज़ सिस्टम से लॉन्च किया जा चुका है। वडोदरा-रतलाम-नागदा खंड के 303 किलोमीटर में 173 लोको ट्रायल पूरा हो चुका है। मार्च 2025 तक काम पूरा होने की संभावना है। कवच क्या है (What’s Kawach) स्वचालित ट्रेन सुरक्षा तकनीक ‘कवच’ ट्रेन सुरक्षा और इंटरैक्टिव इंटरनैशनल को बढ़ावा देती है। इंजन पर लगे सेंसर, कंप्यूटर सिस्टम से एक ही ट्रैक पर दो के विवरण- सामने आने पर ऑटोमैटिक ब्रेक लॉग जाते हैं। आरडीएस ने समुद्री यात्रियों को रोकने, खतरे में सिग्नल पासिंग से बचने में लोको पायलटों की सहायता के लिए कवच विकसित किया है। इससे 200 किमी प्रति घंटे की गति कम की जा सकती है। ट्रेनों की गति सीमा के भीतर चली जाएगी और इसकी वास्तविक समय निगरानी भी होगी। यह भी काम किया ट्रैक पर पशु आदि न आएं, इसके लिए नागदा-गोधरा खंड में लगभग 56 करोड़ की लागत से रेलवे ट्रैक के दोनों ओर कुल 160 किमी का प्लाइज़ोलम का निर्माण होना है। करीब 100 किमी की सिलिकॉनवाल बनाई गई है।

डिंडौरी के दलदल कपोटी में हाथियों के झुंड ने घर किए क्षतिग्रस्त, खेत में लगी फसल तहस-नहस

मध्‍य प्रदेश के डिंडौरी में हाथियों का उत्‍पात चरम पर है। सोमवार की शाम भी हाथियों का दल छत्तीसगढ़ में प्रवेश कर गया था, लेकिन दो घंटे के बाद ही वह तेजी से एक बार फिर वापस लौट आया। हाथियों की दहशत इतनी कि ग्रामीण शाम होते ही घरों में दुबक जाते हैं। By Dheeraj kumar Bajpai Publish Date: Tue, 19 Nov 2024 02:11:12 PM (IST) Up to date Date: Tue, 19 Nov 2024 02:11:12 PM (IST) हाथियों का उत्पात मंगलवार को भी कम होता नजर नहीं आ रहा है। (सांकेतिक चित्र) HighLights हाथियों का दल चकमी, बोयरा और दलदल कपोटी गांव में घुसा। उत्पात मचाते हुए हाथियों के दल ने फसलों को नुकसान पहुंचाया। वन विभाग का अमला ग्रामीणों को सतर्क करने में जुटा हुआ है। नईदुनिया, गोरखपुर डिंडौरी (Dindori Information)। जिले के पश्चिम करंजिया वन परिक्षेत्र के कई गांव में फसलों और घरों को नुकसान पहुंचाने के बाद हाथियों का दल तेजी से वन परिक्षेत्र पूर्व करंजिया की ओर बढ़ रहे हैं। हाथियों का उत्पात मंगलवार को भी कम होता नजर नहीं आ रहा है। घर में रखे राशन को भी हाथियों ने खाया सोमवार की रात हाथियों ने बोयरा सहित दलदल कपोटी और चकमी गांव में फसलों को प्रभावित करने के साथ मकान को भी क्षतिग्रस्त किया है। ग्राम बोयरा में खेत,खनिहाल की फसल को नुकसान पहुंचाने के साथ घर में रखे राशन को भी हाथियों ने खाया। गोकुल दास के कच्छे मकान को भी तोड़ दिया घर में उत्‍पात मचाने के बाद हाथियों का दल दलदल गांव में गोकुल दास के कच्छे मकान को भी तोड़ दिया। चार हाथियों का दल गुरुवार की सुबह से ही छत्तीसगढ़ से डिंडौरी जिले की सीमा में प्रवेश किया था। तभी से लगातार अलग-अलग गांव में धान की फसलों के साथ भवनों को भी हाथियों ने नुकसान पहुंचाया है। हाथियों से बचने के लिए की जा रही कवायद वन विभाग का अमला ग्रामीणों को सतर्क करने में जुटा हुआ है। राहत की बात यह है कि अब तक कोई भी जनहानि नहीं हो सकी है। प्रधानमंत्री योजना के तहत बने पक्के आवासों में रहने के लिए कहा है। चकमी में कृष्ण सिंह मरावी, जगमोहन सिंह, श्याम सिंह फसलें नष्ट कीं। दो घंटे के लिए जिले की सीमा पार कर छत्तीसगढ़ में प्रवेश बताया गया कि सोमवार की शाम भी हाथियों का दल दो घंटे के लिए जिले की सीमा पार कर छत्तीसगढ़ में प्रवेश कर गया था। यद्यपि कुछ समय बाद ही वह तेजी से एक बार फिर वापस लौट आया। पद चिन्ह के आधार पर हाथियों की तलाश में वन विभाग जुटा हाथियों के दल की दिशा पश्चिम करंजिया वन की जगह पूर्व वन परिक्षेत्र करंजिया की ओर हो गई है। पद चिन्ह के आधार पर हाथियों की तलाश में वन विभाग काअमला जुटा हुआ है। प्रभावित किसानों और ग्रामीणों को मुआवजा देने की पहल बताया गया कि प्रभावित किसानों और ग्रामीणों को मुआवजा देने की पहल की गई है। गौरतलब है कि कलेक्टर ने एक दिन पहले सोमवार को ही प्रभावित क्षेत्र का अधिकारियों के साथ दौरा कर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए थे। हाथी तेजी से छत्तीसगढ़ की सीमा की ओर बढ़ रहे हैं। यद्यपि वे अभी भी जिले की सीमा में ही है। हाथियों ने अब तक छह मकान को अधिक क्षतिग्रस्त करने के साथ लगभग दो दर्जन किसानों की फसलों को बुरी तरह तबाह किया है। प्राची मिश्रा, रेंजर

भोपाल को झुग्गी मुक्त बनाने के लिए प्रशासन ने शुरू किया अभियान, आयुर्वेद अस्पताल के पास जमींदोज जमीन से जमींदोज

शहर को झुग्गी मुक्त बनाने के लिए नौ कलस्टर में रखा गया है। सबसे पहले वल्लभ भवन मंत्रालय के पास से बनी नौ झुग्गी विरासत को हटाया गया था। इस संबंध में सर्वे कर रिपोर्ट तैयार करने के लिए अधिकारियों को एक सप्ताह का समय दिया गया है। द्वारा मदनमोहन मालवीय प्रकाशित तिथि: मंगल, 19 नवंबर 2024 02:44:04 अपराह्न (IST) अद्यतन दिनांक: मंगल, 19 नवंबर 2024 02:44:04 अपराह्न (IST) फ़ारिजा आयुर्वेदिक अस्पताल की ज़मीन पर अवैध झुग्गियों का निर्माण हुआ। पर प्रकाश डाला गया पांच हजार वर्ग फीट जमीन का आवंटन किया गया। कलेक्टर के निर्देश पर जग्गियों को हटाने की पहली कार्रवाई। इन झुग्गियों में रह रहे परिवार को दूसरी जगह बदल देंगे। नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। शहर को झुग्गी मुक्त बनाने का अभियान सोमवार से शुरू किया गया। सबसे पहले फ्लोरिडा भूमि पर बनी तीन झुग्गियों को तोड़कर पांच परिवारों को हटाया गया था। अब दूसरी जगह शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है। पांच हजार वर्ग फीट जमीन पर रिवायत फैक्ट्रीज एन्युलैटिक्स को प्लॉट दिया गया था, यह परिवार झुग्गी में निवास कर रहे थे। उदाहरण के लिए कोलार एसेट का पूर्व में नाटक किया गया था। बता दें कि रजिस्ट्रार कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने पिछले दिनों शहर को झुग्गी मुक्त कराने के लिए विभिन्न बस्तियों के साथ बैठक कर अधिकारियों को सर्वे कर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए थे। सबसे पहले वल्लभ नगर में स्थित नौ झुग्गी-साहित्य को हटाने की कार्रवाई जारी है। 15 साल से निवास कर रहे थे परिवार नूतन यूनिवर्सल के पास राजस्व के लगभग पांच हजार वर्ग फुट जमीन जिले के लिए एक अनोखा सुपरमार्केट है। इस जमीन पर पिछले करीब 15 साल से कुछ लोगों ने कब्जा कर झुग्गी बना ली थी और यहां रह रहे थे। उदाहरण के लिए पूर्व में फ़िल्में ली गई थीं और उनकी समीक्षा भी की जा रही थी। इसी के तहत सोमवार को तीन झुग्गियों का ढांचा है और उनमें रहने वाले पांच परिवारों को अलग-अलग जगह स्थानांतरित कर दिया गया है। जल्द ही बर्राई या अन्य स्थान पर स्थायी निवास उपलब्ध होगा। इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन के बाद कार्रवाई की जाएगी। वल्लभ भवन से होगी प्रथम चरण की शुरुआत शहर को झुग्गी मुक्त बनाने के लिए नौ कलस्टर में रखा गया है। सबसे पहले कलस्टर के प्रथम चरण की शुरुआत में वल्लभ भवन मंत्रालय के पास बनी नौ झुग्गी को हटाया गया था। इस संबंध में सर्वे कर रिपोर्ट तैयार करने के लिए अधिकारियों को एक सप्ताह का समय दिया गया है। इसी रिपोर्ट के आधार पर ही झुग्गी की पटरी तैयार की जाएगी। जिसे शासन ने आदेश दिया और जो भी निर्देश देगा उसके आधार पर कार्रवाई शुरू हो जाएगी। इनका कहना है शहर को झुग्गियों से मुक्त कराने के लिए विभिन्न जिलों में स्थित गढ़ों पर बनी झुग्गियों को आकर्षक बनाया जा रहा है। इसी के तहत नूतन शास्त्रा के पास मियाजी आयुर्वेदिक अस्पताल की जमीन पर बनी झुग्गियों को हटाने की कार्रवाई की गई है। इन परिवार को अभी भी अस्थायी रूप से स्थानांतरित किया गया है। जल्द ही इसी तरह दूसरी जगह पर रहने के लिए जगह दी जाएगी। – अविश्वासी राय, नोबेल, कोलार

CGPSC घोटाला: CBI की पहली ही गिरफ़्तारी में मेधावी जोड़ी का खुला राज, सफल होने पर खूब लूटी थी वाहवाही

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने सीजीपीएससी 2021 भर्ती परीक्षा घोटाले में तत्कालीन अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी और बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड के निदेशक श्रवण कुमार गोयल को गिरफ्तार कर घोटाले की पुष्टि की है। गोयल पर आरोप है कि उन्होंने अपने बेटे और बहू के लिए डिप्टी कलेक्टर पद पर चयन के लिए रिश्वत दी। By Sandeep Tiwari Publish Date: Tue, 19 Nov 2024 12:24:30 PM (IST) Up to date Date: Tue, 19 Nov 2024 12:28:56 PM (IST) सीजीपीएससी 2021 की भर्ती परीक्षा घोटाला। फाइल फोटो HighLights कांग्रेस सरकार में अन्‍य भर्तियाें की निष्पक्षता को लेकर उठे सवाल। अन्य कथित मेधावियों पर भी जल्द कसेगा सीबीआई का शिकंजा। गोयल पर बेटे-बहू के लिए डिप्टी कलेक्टर पद पर रिश्वत देने का आरोप। राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, रायपुर। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने सीजीपीएससी 2021 की भर्ती परीक्षा घोटाले में तत्कालीन अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी और बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड रायपुर के निदेशक को श्रवण कुमार गोयल को गिरफ्तार कर घोटाले की पुष्टि कर दी है। पहली ही गिरफ्तारी में पूर्ववर्ती कांग्रेस की भूपेश सरकार की भर्ती परीक्षाओं में हुए भ्रष्टाचार का राज खुल गया है। गिरफ्तार किए गए उद्योगपति श्रवण कुमार गोयल पर अपने बेटे शशांक गोयल और बहू भूमिका का डिप्टी कलेक्टर पद पर चयन के लिए रिश्वत देने का आरोप है। भर्ती परीक्षा के परिणाम जिस समय आए थे तब पति-पत्नी की जोड़ी ने खूब वाहवाही भी लूटी थी। इस परीक्षा में कई ऐसी जोड़ियां सामने आई थीं, जिसके कारण ये मामला संदेह के दायरे में आ गया था। सीजीपीएससी घोटाले में बुरी तरह से फंसी भूपेश सरकार मामले में भाजपा प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने राज्यपाल से शिकायत की थी। बाद में भाजपा ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया था। विधानसभा चुनाव 2023 से पहले पूर्ववर्ती कांग्रेस की भूपेश सरकार सीजीपीएससी घोटाले में बुरी तरह से फंसी और भूपेश सरकार की कुर्सी हिल गई। पूर्व गृह मंत्री व भाजपा नेता ननकी राम कंवर ने हाई कोर्ट बिलासपुर में आरोप पत्र दाखिल करके कई भाई-बहन, बेटी-दामाद और रिश्तेदारों को लेकर सवाल उठाया था। इसको लेकर हाई कोर्ट ने भी राज्य सरकार से पूछा था कि अधिकारियों और नेताओं के बेटा-बेटियों का चयन कैसे हो गया। कोर्ट ने 18 अभ्यर्थियों की नियुक्ति पर रोक लगाते हुए शासन को जांच करने कहा था। प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद सात फरवरी 2024 को ईओडब्ल्यू और एसीबी ने अपराध दर्ज किया था। बाद में मामला सीबीआई को दे दिया गया है। इसमें पीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी, सचिव जीवन किशोर ध्रुव, परीक्षा नियंत्रक के साथ ही अफसरों और कांग्रेसी नेताओं को आरोपी बनाया गया है। पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर द्वारा कोर्ट में दाखिल आरोप पत्र में ये रहे आरोप टामन सोनवानी के पांच रिश्तेदारों की जोड़ी पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर द्वारा कोर्ट में दाखिल आरोप पत्र में पीएससी के पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी के पांच रिश्तेदारों की नियुक्ति की सूची सौंपी गई थी। इसमें उनके करीबी रिश्तेदार नितेश की नियुक्ति डिप्टी कलेक्टर के पद पर की गई है और उनके सरनेम को छिपाया गया है। बहू निशा कोशले का भी चयन डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुआ है। बड़े भाई के बेटे साहिल का चयन डीएसपी के पद पर हुआ है। इसमें भी सरनेम नहीं लिखा गया है। उनके भाई की बहू दीपा अजगले आदिल की नियुक्ति जिला आबकारी अधिकारी और बहन की बेटी सुनीता जोशी को श्रम अधिकारी बनाया गया है। पीएससी सचिव व नियंत्रक के रिश्तेदार आयोग के सचिव व सेवानिवृत्त आइएएस जीवन किशोर ध्रुव के रिश्तेदार सुमित ध्रुव डिप्टी कलेक्टर बने थे। मामले में जीवन किशोर ध्रुव के खिलाफ भी जांच चल रही है। पीएससी के सहायक नियंत्रक ललित गनवीर की बहू का भी पीएससी में चयन हुआ है। राज्यपाल के सचिव रहे खलको के बेटा-बेटी की जोड़ी राज्यपाल के सचिव रहे अमृत खलको की बेटी नेहा खलको और उनके बेटे निखिल खलको के डिप्टी कलेक्टर बनने पर जांच के दायरे में रखा गया है। भाई-बहन के चयन ने सबको चौकाया दीनदयाल उपाध्याय नगर सेक्टर-2 निवासी, रायपुर की प्रज्ञा नायक ने सीजीपीएससी 2021 में पहली रैंक प्राप्त की थी। प्रज्ञा के भाई प्रखर नायक ने भी सीजीपीएससी में 20वां रैंक हासिल की थी। कोर्ट में दाखिल आरोप पत्र में लिखा गया था कि कांग्रेस नेता के ओएसडी के रिश्तेदार की बेटी प्रज्ञा नायक और बेटा प्रखर नायक का चयन हुआ है। इनके चयन ने सबको चौका दिया था। कांग्रेस नेता सुधीर कटियार के बेटी-दामाद कांग्रेस नेता रहे सुधीर कटियार के बेटी-दामाद के चयन को लेकर सवाल उठाए गए थे। उनके दामाद शशांक गोयल को पीएससी में तीसरा और उनकी बेटी भूमिका कटियार को चौथा रैंक मिला था। डीआईजी-नेताओं की बेटियां आरोप पत्र के मुताबिक बस्तर नक्सल ऑपरेशन के डीआईजी ध्रुव की बेटी साक्षी ध्रुव डिप्टी कलेक्टर बनीं थी। इसी तरह कांग्रेस नेता के ओएसडी के साढू भाई की बेटी खुशबू बिजौरा डिप्टी कलेक्टर, कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला की बेटी स्वर्णिम शुक्ला के डिप्टी कलेक्टर बनने के बाद प्रश्न खड़े हुए थे। आरोप पत्र के अनुसार कांग्रेस नेता की बेटी अनन्या अग्रवाल का चयन भी डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुआ है। जांच के घेरे में सहायक प्राध्यापक भर्ती भी भूपेश सरकार में हुई असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा 2019 में भी जमकर्र भर्राशाही हुई। इसमें भी एक कांग्रेस नेता के बेटी-दामाद का चयन हुआ है। नौ जुलाई को दर्ज कराई गई एफआईआर के अनुसार 2019 में की गई 1,384 असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्ती में भी गड़बड़ी की गई है। पहले तो इस परीक्षा में अनुपस्थित अभ्यर्थी का चयन कर लिया गया। वहीं, एक ही परीक्षा केंद्र में बैठे 50 अभ्यर्थियों में 36 लोगों को भी असिस्टेंट प्रोफेसर बना दिया गया। इसमें सीजीपीएससी में तत्कालीन अध्यक्ष रहे टामन सिंह सोनवानी, कुछ अधिकारियों और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के रिश्तेदारों के नाम भी शामिल हैं।

थाना परिसर में मंदिर निर्माण पर दो सप्ताह में जवाब दें…अन्यथा 25 हजार जुर्माना लगाया गया, हाई कोर्ट ने सख्त निर्देश दिए

आंध्र प्रदेश के जबलपुर में सिविल लाइन, विजय नगर, मदन महल और लार्डगंज थाना परिसरों में बने मंदिरों के गले के कंटक बन गए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने टेम्पल हटवाने का स्पष्ट निर्देश दिया था, लेकिन अभी तक किसी ने जवाब नहीं दिया है। (*25*) द्वारा धीरज कुमार बाजपेयी प्रकाशित तिथि: मंगल, 19 नवंबर 2024 02:58:42 अपराह्न (IST) अद्यतन दिनांक: मंगल, 19 नवंबर 2024 02:58:42 अपराह्न (IST) अंतरिम आदेश के तहत सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों की रोशनी में परिसरों में मंदिर निर्माण पर रोक लगा दी गई थी: नईदुनिया। पर प्रकाश डाला गया इस तरह का निर्माण स्वयं पुलिस करा रही है। कोई भी सामान लीक नहीं हुआ और न ही दिया जा सकता है। सिविल सेवा नियमों के तहत कार्रवाई की जा सकती है। नईदुनिया, जबलपुर (एमपी हाई कोर्ट)। उत्तराखंड के पुलिस विभाग के अंदर अवैध रजिस्ट्री के मामले में सरकार जवाब पेश नहीं कर पाई। उससे तीन सप्ताह का समय मांगा गया। हाई कोर्ट ने दो हफ्ते की आखिरी मोहलत दी और कहा कि दो हफ्ते में जवाब पेश नहीं हुआ तो 25 हजार की रकम के साथ ही जमा होगा। जापान के चार शोरूम उदाहरण हैं सुपरमार्केट की ओर से शरारती प्रशांत वर्मा ने बताया कि जापानी के चार स्टोर उदाहरण हैं। वास्तिवकता ये है कि पूरे प्रदेश में इस तरह के निर्माण स्वयं पुलिस द्वारा किये जा रहे हैं। इनमें से कोई भी जारी नहीं किया गया है और न ही दिया जा सकता है। केस की अगली सुनवाई 12 दिसंबर को पोस्ट की गई है उच्च न्यायालय ने इस मामले की अगली सुनवाई 12 दिसंबर को निर्धारित की है। फाइल में ऐसे निर्माण का विमोचन और दोषी अधिकारियों पर सिविल सेवा नियमों के तहत मुकदमा की मांग की गई है। न्यायालय के निर्देशों पर … केस की अगली सुनवाई 19 नवंबर को सेट की गई थी। आकृति, पेंटिंग का कार्य निषेध का आदेश दिया गया है। राज्य के विभिन्न थाना परिसरों में मंदिर निर्माण का कार्य चल रहा है। अवैध मंदिर हटवाए जाने का भी निर्देश जारी किया जाना चाहिए। मनही के बाद भी थाना परिसरों में मंदिर निर्माण का काम चल रहा है। मदन महल पुलिस आर्किटेक्चर में निर्मित मंदिर अद्वितीय के परिसरों में मंदिर निर्माण पर रोक लगाई गई थी रिले, हाई कार्ट के मुख्य न्यायाधीश सुरेश कुमार कैट और गणतंत्र विवेक जैन की पीठ ने पिछले सुनवाई के दौरान अंतरिम आदेश के माध्यम से जबलपुर सहित प्रदेश के सभी विश्राम के मैदानों में मंदिर निर्माण पर रोक लगा दी थी। विजय नगर पुलिस प्रशासन में निर्मित मंदिर निगमों को नोटिस जारी कर उत्तर-तलब कर लिया गया था राज्य शासन, मुख्य सचिव, मुख्य सचिव गृह, अत्याधिक प्रशासन, पुलिस कारखाना, जबलपुर के रजिस्ट्रार-एसपी और सिविल लाइन, विजय नगर, मदन महल और लार्डगंज थाने के अधिकारियों को नोटिस जारी कर जवाब-तलब कर लिया गया था। सिविल लाइन पुलिस प्रशासन में निर्मित मंदिर सर्वोच्च न्यायालय के स्पष्ट निर्देशों का फिर भी निर्माण एसएम ग्रिय जैन और अमित पटेल ने पक्ष रखा था। उन्होंने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट निर्देश हैं। फिर भी जापान सहित राज्य भर में निर्माण जारी है। लार्डगंजपुलिस प्रशासन में निर्मित मंदिर राज्य शासन समेत अन्य से जवाब मांगा गया था सिविल सेवा नियमों के विरूद्ध सम्बंधित थानेदारों पर भी कार्रवाई की व्यवस्था दी जानी चाहिए। उच्च न्यायालय ने प्रारंभिक तर्क सुनवाई के बाद सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों की रोशनी में अंतरिम आदेश के तहत थाना परिसरों में मंदिर निर्माण पर रोक लगा दी थी। साथ ही राज्य शासन सहित अन्य से उत्तर माँगा गया था।