Day: November 25, 2024

मौसम में आई ठंडक तो बदला भगवान का खानपान व परिधान

जैसे ही ठंड ने दस्‍तक दी है और अपना रूप दिखाना शुरू कर दिया है। वैसे ही भगवान का भी खानपान व परिधान बदल गए हैं। हर मंदिर में भगवान के सामान्‍य परिधानों की जगह गर्म कपडे आ गए हैं और भोग में भी गर्म चीजें आ गई हैं। By Jogendra Sen Publish Date: Tue, 19 Nov 2024 11:56:51 AM (IST) Up to date Date: Tue, 19 Nov 2024 11:56:51 AM (IST) मौसम में आई ठंडक तो बदला भगवान का खानपान व परिधान। लक्ष्‍मीनारायण मंदिर। HighLights भगवान को भी सताने लगी ठंड, भोग भी बदला परिधान में गर्म वस्त्र धारण कराये जा रहे हैं ठाकुरजी को कुनकुन पानी से स्नान कराया जा रहा है नईदुनिया प्रतिनिधि,ग्वालियर। वैसे तो इस भगवान पर शीत,ग्रीष्म व बारिश का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। सनातन धर्म में भाव पूजा को प्रधानता दी गई है। इसलिए ऋतू परिवर्तन होने पर मंदिर के पट खुलने, बंद होने, मंगला व शयन आरती के समय परिवर्तन के साथ भगवान के परिधान और बाल्य भोग व राजशी भोग की थाली का बदल जाता है। पहली बार नगर में सोमवार को ठंड का एहसास होने पर ऊनी वस्त्र धारण कराये गये और भोग की थाली में गरम तासीर वाले खाद्य पदार्थ और पेय अर्पित किया। इसके साथ ही भगवान को लगने वाला इत्र भी बदल दिया गया है। बाजार में ठाकुरजी व राधारानी सहित अन्य देवी-देवताओं के ऊनी कपड़े बाजार में उपलब्ध हैं। कुछ श्रद्धालु अपने ठाकुरजी को बचाने के लिए हाथों से भगवान के गरम वस्त्र तैयार कर रही हैं। मार्गशीर्ष (अगहन) मास के तीसरे दिन ठंड ने अपने तेवर दिखाने शुरु कर दिये हैं।रात से नगर के क्षितिज कोहरे के धुंध नजर आने लगी और लोगों को सोमवार को गरम कपड़े पहने के लिए मजबूर होना पड़ा हैं। ठंड का एहसास होने पर सोमवार को भगवान के परिधान भी बदल दिये गये हैं। ठाकुर जी को ठंडे पानी से सर्दी-जुकाम नहीं हो जाए,इसलिए उन्हें कुन-कुने पानी से स्नान कराकर ऊनी परिधान और सिर टोपी धारण कराई गई। सनातन धर्म मंदिर सनातन धर्म मंदिर के मुख्य पुजारी रमाकांत शास्त्री ने बताया कि मार्ग शीर्ष की प्रतिपदा से मंदिर की दिनचर्या परिवर्तन शीत ऋतू के अनुसार किया गया है। मंदिर के पट अब प्रतिदिन सुबह साढ़े छह बजे खुलेंगे, श्रृंगार आरती सुबह आठ बजे होगी, राजभोग आरती साढ़े ग्यारह बजे होगी। शाम को पट चार बजे खुलेंगे रात साढ़े आठ बजे शयन आरती होगी। भगवान चक्रधर व गिरिराज धारण मंदिर में सभी विरीजित देवों के परिधान भी शरद ऋतू के अनुसार धारण कराये जा रहे है। हल्की शाल भी ठाकुरजी को ओढ़ोई जा रही है। इसके अलावा ऊनी वस्त्र भी ठाकुरजी धारण कर रहे हैं। भोग- भगवान चक्रधर के भोग में अब परिवर्तन हो गया है। तिल-गुड़ के मिष्ठान के साथ मौसमी हरी सब्जियां, सूखे मेबे, भतुआ की रायता, मैंथी, आलू के परांठे व पनीर अर्पित किया जा रहा है। इसके साथ ही केशर का दूध अर्पित किया जा रहा है। लक्ष्मीनारायण मंदिर लक्ष्मीनारायण मंदिर के मुख्य पुजारी संजय लव्हाटे ने बताया कि एकादशी से परिधान,भोग व पट खोलने के समय परिवर्तन किया जाता है। दीपावली के बाद भी गर्मी होने के कारण इस वर्ष मंगलवार से मंदिर की दिनचर्या बदली जा रही है। मंदिर के पट सुबह साढ़े छह बजे बजाये की सुबह सात बजे खुलेंगे और मंगलाआरती सुबह साढ़े नौ बजे होगी और शाम को मंदिर के पट शाम पांच बजे के बजाये साढ़े चार बजे खुलेंगे और शयन आरती का समय रात साढ़े नौ बजे होगा।श्री हरि व माता लक्ष्मी को ऊनी परिधान धारण कराये जायेंगे साथ ही ऊनी टोपा लगाया जाएगा। भोग में सुबह दाल-चाबल,हरी सब्जी के साथ चपाती के साथ बाजरा, मक्का, के भोग अर्पित किये जायेंगे और ड्राइफ्रूट व खीर अर्पित की जायेगी। शाम को शयन कराने से पहले केशर का दूध मेबा मिष्ठान के साथ अर्पित किये जायेगा।

इन 5 पेसर्स पर लग सकती है बड़ी बोली, 10 करोड़ से ज्यादा की कमाई करने का रखते हैं दम – News18 हिंदी

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MP Information: विधानसभा में मोहन सरकार को घेरने में जुटी कांग्रेस की नजर, तैयारी होगी रिपोर्ट

विधानसभा में उपनेता माइकल कटारे का कहना है कि आगामी विधानसभा सत्र में हम सरकार से वे सभी प्रश्न पूछेंगे, जो प्रश्न जुड़े हुए हैं। वित्तीय प्रशासन स्थापित हुआ है तो रोजगार की बात बेमानी हो गई है। हम विभाग रिपोर्ट तैयार करेंगे और जनता के सामने सरकार की हकीकत लाएंगे। द्वारा वैभव श्रीधर प्रकाशित तिथि: मंगल, 19 नवंबर 2024 03:16:15 अपराह्न (IST) अद्यतन दिनांक: मंगल, 19 नवंबर 2024 03:16:15 अपराह्न (IST) मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रतिस्पर्धी सिंघार। पर प्रकाश डाला गया 16 दिसंबर से विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होगा। शीतकालीन सत्र में प्रवेश प्रश्न, कांग्रेस कर रही तैयारी। भाजपा की घोषणाओं को लेकर भी सरकार आएगी कांग्रेस को। राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल : प्रदेश में बीजेपी की मोहन सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के खुलासे पर है। 16 दिसंबर से शुरू होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र में इंटरव्यू से चुना-चुनकर प्रश्न लगाए जा रहे हैं। कानून-व्यवस्था, आदिवासियों, आदिवासियों की जाति वर्ग पर हो रहे अत्याचारों के अलावा कृषि, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, निजीकरण विकास एवं आवास, लोक निर्माण, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से संबंधित विषय प्रमुख हैं। प्रदेश में उद्योग जगत के साथ निवेश की स्थिति को लेकर सदन में भी सरकार को घेरने की तैयारी है। कांग्रेस कर रही तैयारी प्रदेश कांग्रेस ने जनजाति-जनजाति और जनजाति वर्ग के लोगों पर दशमांश में हुए हमलों की घटनाओं को लेकर अलग-अलग दल की प्रस्तुति की। रिपोर्ट को आधार बनाने के लिए कानून व्यवस्था के विषय पर सरकार को कठघरे में खड़ा करने का प्रयास करने की तैयारी की जा रही है। भोपाल में एमडी नशाखोरी, अवैध नशाखोरी के बढ़ते उपयोग, अपहरण, महिलाओं और अवशेषों के साथ हुई हमलों की घटनाओं को प्रमुखता से उठाया जाएगा। साथ ही कर्मचारियों से जुड़े हुए संबंध और अलगाव अलगाव पर सरकार से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की जाएगी। कर्मचारियों का मुद्दा अहम पूर्वी, प्रदेश में आठ साल से साम्यवादी बंद हैं। हजारों कर्मचारी पात्र होने के बाद भी सैनिक बिना ही सेवानिवृत्त हो गये। कांग्रेस ने नाइकल नाच 14 से 27 प्रतिशत पर कब्जा कर लिया है, कोर्ट में मामला अभी भी सामिल है और 13 प्रतिशत अनारक्षित रोककर रखा गया है। लोक निर्माण विभाग में कॉन्स्टिव स्टाफ के प्रकरण सामने आ रहे हैं तो कई इंजीनियरों पर अभी तक काम ही शुरू नहीं हुआ है। घोषणाओं को भी लेकर आएं तैयारी की तैयारी किसानों से घरों का 2,700 और धान का 3,100 रुपये प्रति योजना तो महिलाओं को लाडली बहना योजना में 3,000 रुपये की घोषणा, मुख्यमंत्री लाडली बहना आवास योजना लागू करने जैसी कई घोषणाएं कीं, भाजपा ने विधानसभा चुनाव के पहले की बात कही, पर अब तक नहीं हुआ। शहरों के मास्टर प्लान अटके हुए हैं तो घर-घर नल से जल निकासी की योजना में भी इंजीनियर सामने आ रहे हैं। इन सभी सारणी को लेकर सूची में कहा गया है कि वे सभी विधानसभाओं में अपने क्षेत्र के अलावा प्रदेशभर में प्रभाव बनाए रखने वाले विषयों को प्रमुखता से सूची सरकार से उत्तर मांगें। उत्तर प्रदेश के उपनेता माइकल कटारे का कहना है कि आगामी विधानसभा सत्र में हम सरकार से वे सभी प्रश्न पूछेंगे, जो कि जुड़े हुए हैं। वित्तीय प्रशासन स्थापित हुआ है तो रोजगार की बात बेमानी हो गई है। अराजकतावादी अराजकता की स्थिति है। आपदा में काम ही नहीं हो रहे हैं। हम विभाग रिपोर्ट तैयार करेंगे और जनता के सामने सरकार की हकीकत लाएंगे।

जिंदगी दांव पर लगाकर ट्रेन का सफर, जोनल स्टेशन में हर कदम पर सुरक्षा नियमों की अनदेखी, नहीं करते मनाही

ट्रेन की गेट पर बैठकर यात्रा करना भी अपराध की श्रेणी में आता है। ऐसे यात्रियों को मना करने की जवाबदारी प्लेटफार्म पर तैनात जवान की होती है। लेकिन, सामान्य दिनों में एक भी जवान नजर आते। इसके अलावा दिव्यांग व महिला कोच में भी ऐसे यात्रियों का कब्जा रहता है, जिन्हें कोच में चढ़ने की अनुमति तक नहीं है। इसके चलते कभी भी हादसा हो सकता है। By Manoj Kumar Tiwari Publish Date: Tue, 19 Nov 2024 11:49:25 AM (IST) Up to date Date: Tue, 19 Nov 2024 11:49:25 AM (IST) ट्रेन के गेट की सीढ़ी पर बैठकर प्रतिदिन यात्री करते हैं यात्रा। HighLights रेलवे स्टेशन में यात्री प्रतिदिन जिंदगी दांव पर लगाकर सफर कर रहे हैं। रेलवे यात्रियों को सुरक्षित यात्रा कराने के लिए दायित्वों का निर्वहन करें। यात्रियों पर कार्रवाई करने का अधिकार भी आरपीएफ को दिया गया है। नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर। रेलवे स्टेशन में यात्री जिंदगी दांव पर लगाकर सफर कर रहे हैं। सुरक्षा नियमों को लांघकर जिस परिस्थिति में यात्री ट्रेन में चढ़ते हैं, उसकी वजह से कभी भी दुर्घटना हो सकती है। सबसे विडंबना की बात है कि यह उल्लंघन आरपीएफ, जीआरपी के अलावा रेलवे के अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारियों के सामने हो रहा है। लेकिन, इनमें एक भी यात्रियों को मनाही नहीं करते। सभी की जिम्मेदारी रेलवे स्टाफ होने के नाते सभी की जिम्मेदारी बनती है कि यात्री को सुरक्षित यात्रा कराने के लिए दायित्वों का निर्वहन करें। बिलासपुर स्टेशन में यह नजारा प्रतिदिन देखा जा सकता है। कभी भी पटरी पार नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से इसलिए मना किया जाता है। क्योंकि कभी भी वह ट्रेन की चपेट में आ सकते हैं। ऐसे यात्रियों पर कार्रवाई करने का अधिकार भी आरपीएफ को दिया गया है। वह रेलवे अधिनियम के तहत कार्रवाई कर सकते हैं। यह कार्रवाई विशेष अभियान के दौरान होती है। अभियान समाप्त होते ही ऐसे यात्रियों पर कार्रवाई तो दूर मनाही करने वाला कोई भी स्टेशन में नहीं होता। इसी तरह ट्रेन की गेट पर बैठकर यात्रा करना भी अपराध की श्रेणी में आता है। इसके बावजूद जोनल स्टेशन से छूटने वाली अधिकांश ट्रेनें खासकर लोकल भी यात्री गेट पर ही बैठकर यात्रा करते हैं। अव्यवस्था के लिए रेल प्रशासन जिम्मेदार कहीं न कहीं इस अव्यवस्था के लिए रेल प्रशासन जिम्मेदार है। जोनल स्टेशन में अधिकांश ट्रेनों को प्लेटफार्म दो-तीन या चार पांच में लिया जाता है। प्लेटफार्म एक पर केवल मालगाड़ी ही चलती है। यात्री जब ठीक ट्रेन छूटने के समय पहुंचते है, तो वह पटरी पार करते हैं। इन्हें रोकने- टोकने वाला कोई नहीं होता। इसके अलावा ट्रेनों के रद होने के कारण चलने वाली ट्रेनों में इतनी अधिक भीड़ हो जाती है कि पैर रखने की जगह नहीं रहती। भीड़ से बचने के लिए यात्री गेट पर बैठकर यात्रा करते हैं। पुरी- अहमदाबाद एक्सप्रेस में आरपीएफ गुप्तचर शाखा की कार्रवाई, 46 किलो गांजा बरामद ट्रेन के एसी कोच से गांजा की तस्करी हो रही है। पुरी-अहमदाबाद एक्सप्रेस में जांच के दौरान ऐसा ही मामला सामने आया है। आरपीएफ गुप्तचर शाखा की टीम ने दो आरोपितों को 46.350 किलोग्राम गांजा के साथ पकड़ा है। मामला शुक्रवार का है। नागपुर रेल मंडल की आरपीएफ अपराध गुप्तचर शाखा प्री -इलेक्शन सीजर (महाराष्ट्र, झारखण्ड) के मद्देनजर जांच कर रही थी। 12843 पुरी-अहमदाबाद एक्सप्रेस में गुप्त निगरानी के दौश्रान ए-2 कोच के सीट नंबर पांच पर दो लोगों के दो ट्राली बैग, दो पिट्टू बैग एवं एक थैला रखा हुआ था। पूछताछ में आरोपित सुदीप पाइक और सुदीप लीमा निवासी ओडिशा पहले तो गुमराह करने का प्रयास करने लगे। लेकिन, जब सख्ती बरती गई और तलाशी लेने पर गांजा बरामद हुआ। गांजा पलासा से नंदुरा ले जाना स्वीकार किया। टीम ने इस मामले की सूचना मंडल सुरक्षा आयुक्त नागपुर को दी। इसके बाद एनडीपीएस के तहत नायब तहसीलदार मोहाड़ी के समक्ष नियमानुसार कार्रवाई की गई।

भोपाल में एक साल बाद फिर से ऑटोमोबाइल अथॉरिटीज के प्रयास, चार विभाग संयोजन की रिपोर्ट

नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। शहर में व्यवस्थापन के लिए एक बार फिर से जिला प्रशासन ने प्रयास शुरू कर दिया है। शामिल चार विभाग जिला प्रशासन, नगर निगम, यातायात पुलिस एवं परिवहन के अधिकारियों की समिति का गठन। यह समिति शहर के यातायात का सर्वेक्षण कर रिपोर्ट तैयार करेगी और उसी के आधार पर व्यवस्था को स्थापित करेगी। यह निर्देश डॉक्टर कौशलचंद्र विक्रम सिंह ने सोमवार को ट्रैफिक सुरक्षा समिति की बैठक के दौरान अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही अगली बैठक में कमेटी को प्रजेंटेशन देंगे। नवीनतम प्रकाशित खबरें अभी भी जारी हैं। एक साल पहले हुई बैठक में सड़क पर उतरे थे मतदाता शहर के ऑटोमोबाइल सेक्टर को लेकर एक साल पहले स्टॉक होल्डर आशीष सिंह ने अधिकारियों के साथ बैठक ली थी। साथ ही वह स्वयं पिछले साल 15 जून, 10 जुलाई और 21 नवंबर को सदक़ों पर उतरे थे। इस दौरान इस एसोसिएशन ने विभिन्न संस्थाओं की रोटियां, लेफ्ट टर्न और कई ब्लाइंड स्पाट टीमों कर नगर निगम और शेयरधारकों के अधिकारियों को सहयोगियों के निर्देश दिए थे, लेकिन एकजुटता वर्ष के होने के कारण काम पूरा नहीं हो सका। अब नामांकन ने एक बार फिर से प्रयास शुरू किया है। चार जोन में विभाजित शहर यातायात व्यवस्था का अध्ययन करने के लिए शहर को चार जोन में विभाजित किया गया। जाम का समय, जाम का कारण और जाम के दूसरे दौर में रूट पर डायवर्सन को लेकर भी अध्ययन करेंगे। जाम का समय : ट्रैफिक पुलिस शहर के चार जोन से जुड़ने वाली प्रमुख सदक़ों पर होने वाले जाम के समय को नाटकीय बना रही है। जाम के कारण : परिवहन और नगर निगम बड़ी सड़कें, भारी यातायात सड़क पर बने खतरनाक मोड़, पुराने निर्माण और अवरोधों का भी अध्ययन करेंगे। इसके अलावा मुख्य अभिलेख पर दाऊ अभिलेख वाले ई-चित्र, एटो अभिलेख की जानकारी अभिलेख रहेंगे। निरीक्षण : अलग-अलग रेस्टोरेन्ट वाले थेले और अन्य स्थान वाले स्थान पर जाम लगने लगता है और बदलाव करने की योजना बनाई जाएगी। इन नवीनीकरण पर जाम व दुर्घटनाएँ अधिक करोंद क्रॉस रोड, नादरा बस स्टैंड, भारत ताकीज क्रॉस रोड, बागसेवनिया प्लाजा क्रॉस रोड, राजीव गांधी क्रॉस रोड, 10 नंबर मार्केट, व्यापमं क्रॉस रोड, बैसाख अस्पताल के सामने वाली सड़क, अन्ना नगर, प्रभात चौक, रंग महल से टीटी नगर प्लाजा रोड सहित अन्य क्षेत्र में यातायात जाम और दुर्घटनाएं होती रहती हैं। इनका कहना है शहर के उपकरणों को व्यवस्थित करने के लिए, साथ में मिलकर काम करने वालों को आमंत्रित किया जाएगा। अगली सुरक्षा समिति की बैठक में सीमेंट की समस्या के समाधान पर चर्चा होगी। -संजय सिंह, मोबाइल फोन शहर में विभिन्न स्थानों पर निर्माण कार्य भी चल रहे हैं। जहां पुस्तकालय व्यवस्था की व्यवस्था की जाती है, जबकि अन्य स्थानों पर अन्य स्थानों से जाम के स्थान रखे जाते हैं। इन सभी सामानों का पता समिति द्वारा बनाया जाएगा। रिपोर्ट के आधार पर ट्रैफिक सुधार कार्य देखें। – कौशलचंद्र विक्रम सिंह, रजिस्ट्रार

Fertilizer Disaster: खाद के लिए अफसर के पैरों पर गिरे अन्नदाता, फिर भी लौटे खाली हाथ

प्रदेश भर में खाद की कमी गहराती जा रही है, जिसके कारण किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। नर्मदापुरम में किसान एसडीएम से खाद की उपलब्धता को लेकर प्रदर्शन किया। By Neeraj Pandey Publish Date: Tue, 19 Nov 2024 03:39:58 PM (IST) Up to date Date: Tue, 19 Nov 2024 03:39:58 PM (IST) एसडीएम ने खाद की उपलब्धता की पुष्टि की। HighLights प्रदेश में खाद संकट बढ़ा, किसान परेशान नर्मदापुरम में किसानों ने किया चक्काजाम श्योपुर में किसानों को खाद का वितरण नर्मदापुरम : प्रदेश भर में खाद का संकट दिनों दिन गहराता जा रहा है। खाद की तलाश में किसान एक शहर से दूसरे शहर में भी चक्कर काटने को मजबूर हैं। कहीं खाद लेने के लिए धक्का-मुक्की की स्थिति बन रही है तो कहीं किसान धरना-प्रदर्शन और चक्काजाम करने को विवश हो रहे हैं। सोमवार को नर्मदापुरम जिले के सिवनीमालवा कस्बा में किसान सड़क पर उतर आए। प्रदर्शन कर चक्काजाम भी किया। जब इससे भी बात नहीं बनी तो लहलहाते फसल के सपने देख रही आंखों पर खाद संकट के आंसू न आएं, इसलिए अन्नदाता एसडीएम सरोज सिंह परिहार के सामने नतमस्तक हो गए। एसडीएम का कहना है कि खाद की कोई कमी नहीं है। कृषि अधिकारियों को भी खाद उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। 20 को लगेगी रेक, 300 मिट्रिक टन डीएपी मिलेगा श्योपुर में नकद विक्री केंद्र से डीएपी सहित यूरिया एवं अन्य रासायनिक उवर्रक का वितरण किसानों को किया जा रहा है। श्योपुर केंद्र पर वर्तमान में 100 मिट्रिक टन डीएपी, 3500 मिट्रिक टन यूरिया तथा 200 मिट्रिक टन एनपीके की उपलब्धता है। 20 नवंबर को लगने वाली रेक से श्योपुर को 300 मिट्रिक टन डीएपी एवं 200 मिट्रिक टन एनपीके मिल रहा है। किसानों की मांग अनुसार उवर्रक की आपूर्ति निरंतर रूप से की जा रही है तथा मांग अनुसार उवर्रक उपलब्ध हो रहा है। श्योपुर सहित बड़ौदा एवं विजयपुर में नकद विक्रय केंद्रों से उवर्रक का वितरण किया जा रहा है। इसी प्रकार बीरपुर मार्केटिंग सोसायटी सहित अन्य सहकारी संस्थाओं से भी खाद का वितरण किया जा रहा है। सतेंद्र सिंह डीएमओ, मार्कफेड श्योपुर

भोपाल में नगर निगम के अनाधिकृत परियोजना पर अनैच्छिक, अनैच्छिक मकानों को लेकर हितग्राहियों ने प्रदर्शन किया

2017 में आवास योजना के तहत 12 नंबर बस स्टॉप शुरू होने वाले प्रोजेक्ट में टाटाजी, एलीजी और ईडब्ल्यूएस फ्लैट बनाए जा रहे हैं। प्रोजेक्ट की लागत 247 करोड़ रुपये है और इसे पूरे दो साल हो गए। लेकिन सात साल बाद भी यह अधूरा है। द्वारा पंकज श्रीवास्तव प्रकाशित तिथि: मंगल, 19 नवंबर 2024 04:11:45 अपराह्न (IST) अद्यतन दिनांक: मंगल, 19 नवंबर 2024 04:11:45 अपराह्न (IST) निगम के निगम ने अपनी मांगें स्थिर रखीं। पर प्रकाश डाला गया हितग्राहियों ने नगर निगम मुख्यालय का संकेत दिया। एक हितग्राही निगम निगम के स्टेप्स में ग्रुप रो बनाया गया। निगम कर्मचारी के नियुक्ति के बाद शांत हुआ मामला। नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। नगर निगम के अन्य प्रोजेक्ट में हो रही देरी से नाराज गंगानगर के हितग्राहियों ने सोमवार को एमएस बीटी निगम कार्यालय का अचानक अंत कर दिया। प्रोजेक्ट और हाउस न मीटिंग की वजह से परेशान लोग साज-सज्जा पर बैठे। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के पोस्ट को भी अपने हाथों में लेकर प्रशासन से अपनी नाराजगी को तुरंत पूरा करने की अपील की। भोपाल में घर का सपना देख रहे हैं हजारों हितग्राही, इस परेशानी से परेशान हैं। हालाँकि, निगम द्वारा बताए गए अवचेतन ने अपने मन में फिर से उम्मीद जगाई है। अब देखिए यह है कि प्रशासन अपने वादे पर कितना खरा उतरता है और प्रॉजेक्ट प्रोजेक्ट्स को समय पर पूरा कर पाता है या नहीं। अन्वेषक ने निगम निगम को घेरा विरोध-प्रदर्शन के दौरान हितग्राहियों ने निगमायुक्त हरेंद्र नारायण और महापौर मालती राय को एनजीओ की मांग पर रोक लगा दी। गुस्साए लोगों ने निगम कर्मचारियों का अपमान कर अपनी सहमति जताई। पुलिस ने भीड़ को रॉकेट की कोशिश की, लेकिन राक्षस अपनी दादी को पूरा करने पर अड़े रहे। प्रदर्शन के दौरान एक हितग्राही कॉर्पोरेशन के कलाकारों ने ग्रुप स्टेप्स में काम किया। वह पुरातात्विक मित्रता से भटक रहा हूं, मुझे मकान दे दो। इस भावनात्मक अपील से स्थिति और गंभीर हो गई। निगमायुक्त ने लोगों को दिया रोजगार। इसके बाद घटना शांत हुई। हितग्राहियों का दर्द हितग्राहियों ने निगम पर लगाया वादा खिलाफी का आरोप। एक हितग्राही का कहना था कि उन्होंने छह साल पहले 12 नंबर बस स्टॉप प्रोजेक्ट में फ्लैट बुक किया था। नगर निगम ने मकान मालिक के पट्टे का वादा किया था, लेकिन अब तक न तो मकान बना है और न ही बिजली या पानी की व्यवस्था की गई है। मेरे वेतन का अधिकांश हिस्सा भाड़ा और लोन की किस्त में चला जाता है। परियोजना की स्थिति और देरी का कारण 2017 में आवास योजना के तहत 12 नंबर बस स्टॉप शुरू होने वाले प्रोजेक्ट में टाटाजी, एलीजी और ईडब्ल्यूएस फ्लैट बनाए जा रहे हैं। प्रोजेक्ट की लागत 247 करोड़ रुपये है और इसे पूरे दो साल हो गए। लेकिन सात साल बाद भी यह अधूरा है। निगम के गंगानगर और भानपुर समेत अन्य जिलों में भी ऐसे कई प्रोजेक्ट हैं, जो देरी का शिकार हैं। जल्द ही समाधान का लैपटॉप परफॉर्मेंस के बाद कॉर्पोरेशन के एक्टर हरेंद्र नारायण ने कहा कि सभी प्रोजेक्ट जल्द ही खत्म हो जाएंगे। निरीक्षण कर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने हितग्राहियों को विश्वास दिलाया कि मकानों का पेज जल्द ही शुरू हो जाएगा।

Vegetable Price Hike: टमाटर के दाम सुर्ख, प्याज निकाल रही आंसू, आलू में भी तेजी

शहर की मंडियो में टमाटर की आवक कम हो गई है। इस वजह से टमाटर के दाम बढ गए हैं। साथ ही प्‍याज भी महंगी हो गई है।गली मोहल्ले और कालोनियों में खुली सब्जियों की दुकान पर प्याज टमाटर के भाव 60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। By Anoop Bhargav Publish Date: Tue, 19 Nov 2024 11:27:57 AM (IST) Up to date Date: Tue, 19 Nov 2024 11:31:56 AM (IST) टमाटर के दाम सुर्ख, प्याज निकाल रही आंसू, आलू में भी तेजी। सांकेतिक चित्र। HighLights हरी पत्तेदार सब्जियाें में हल्की मंदी, बथुआ के दाम में तेजी प्याज और टमाटर के भाव 60 रुपये प्रति किलो तक पहुंचे मंडियों में आवक बढ़ने के बाद दाम नीचे आने की उम्मीद है नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। शहर की मंडियों में टमाटर की आवक घटने से सर्दी में टमाटर के दाम सुर्ख हो रहे हैं। प्याज के रेट भी लोगों के आंसू निकाल रहे हैं। गली मोहल्ले और कालोनियों में खुली सब्जियों की दुकान पर प्याज टमाटर के भाव 60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि बारिश की वजह से टमाटर की फसल खराब हो गई थी, इसीलिए आवक घटी है इस कारण रेट बढ़े हैं। सब्जी मंडी के थोक विक्रेता बताते हैं कि इस माह के अंत तक प्याज टमाटर के भाव घटने की संभावना है। विवाह मुहूर्त के सीजन का भी सब्जियों पर असर पड़ा है। प्याज की मांग बढ़ी तो इसके भाव 60 रुपये से नीचे नहीं आ रहे हैं। टमाटर के भाव भी नीचे नहीं आ रहे हैं। सर्दियों के समय हरी सब्जियों की अच्छी फसल होती है, इसलिए हरी सब्जियों की आवक तेजी से बढ़ रही है, लेकिन बथुआ के भाव आसमान छू रहे हैं। मंडी में भले ही बथुआ 40 से 50 रुपये किलो में मिल रहा है, लेकिन बाजार में 60 से 80 रुपये किलो तक बेचा जा रहा है। हरी पत्तेदार सब्जियां में हल्की मंदी देखने को मिल रही है। इन सब्जियों के दाम भी औसतन 20 से 40 रुपये किलो है। सब्जियों का राजा आलू जो अक्सर दस रुपये किलो मिल जाता है, नया आलू 50 रुपये किलो मिल रहा है। मंडी में नए आलू की कीमत 32 रुपये किलो है। ऐसे में सब्जी का एक थैला 500 से 800 रुपये का पड़ रहा है। सब्जी विक्रेता राजकुमार कुशवाह ने बताया कि अभी प्याज, टमाटर, आलू के भाव तेज चल रहे हैं। थोक में सब्जियां सस्ती हैं, लेकिन कालोनियों और अन्य बाजारों में सब्जी महंगी हो जाती है। आवक कम होना भी एक कारण है। हरी सब्जियों के सेहत काे लेकर फायदे मैथी के फायदे : मैथी की पत्तियों में फाइबर पाया जाता है, जिसे खाने के बाद भूख कम लगती है और पेट भरा हुआ रहता है। यह वजन घटाने, हाई ब्लड शुगर को कंट्रोल करने, पाचन संबंधी कोई भी समस्याओं को दूर करने में मददगार होती है। वहीं ये शरीर में बैड कोलेस्ट्राल बढ़ने से भी रोकता है। बथुआ के फायदे: बथुआ विटामिन बी1, बी2, बी3, बी5, बी6, बी9 और विटामिन सी से भरपूर होता है। इसमें कैल्शियम, लोहा, मैग्नीशियम, मैगनीज, फास्फोरस, पोटाशियम, सोडियम व जिंक आदि मिनरल्स भी पाए जाते हैं। इसमें पोषक रेशे होते हैं, जो पेट को साफ रखते हैं। पालक के फायदे : पोषक तत्वों से भरपूर पालक सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसे खाने से आप पाचन से जुड़ी समस्याओं से बच सकते हैं। पालक में कई तरह के विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं, जो आपको बीमारियों से बचाते हैं। इसके अलावा पालक खाने से कैंसर, हृदय रोग, डायबिटीज और मोटापे जैसी कई गंभीर बीमारियों का खतरा कम हो सकता है। सब्जी के थोक और फुटकर दाम सब्जी मंडी भाव बाजार भाव आलू 40/- 50/- टमाटर 40/- 60/- प्याज 60/- 70/- गोभी 10/- 20/- मैथी 20/- 30/- पालक 15/- 30/- बथुआ 60/- 80/- बैंगन 15/- 20/- गाजर 40/- 60/-

ऋषभ पंत का सुनील गावस्कर को करारा जवाब, कहा- पैसों के लिए मेरा…

नई दिल्ली. दिल्ली कैपिटल्स के पूर्व कप्तान ऋषभ पंत को आईपीएल 2025 के लिए रिटेन नहीं किया गया है. हो सकता है कि दिल्ली मेगा नीलामी में उनपर फिर से बोली लगाए. पंत ने महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर के अनुमान को खारिज किया कि उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग की मेगा नीलामी से पहले अपनी रिटेंशन फीस को लेकर मतभेद के कारण दिल्ली कैपिटल्स टीम छोड़ी. सुनील गावस्कर ने स्टार स्पोटर्स से कहा ,‘‘ नीलामी के समीकरण अलग होते हैं. हमें नहीं पता कि यह कैसे होगी. लेकिन मेरा मानना है कि दिल्ली टीम फिर ऋषभ पंत को खरीदना चाहेगी. कई बार रिटेंशन के समय फ्रेंचाइजी और खिलाड़ी के बीच फीस को लेकर बात होती है. हो सकता है कि वहां कुछ मतभेद हो.’’ पंत ने भी यह वीडियो देखी और इसपर रिप्लाई किया. My retention wasn’t in regards to the cash for positive that I can say — Rishabh Pant (@RishabhPant17) November 19, 2024

संत हिरदाराम नगर रेलवे स्टेशन पर बना प्लेटफार्म नंबर चार, पर काम नहीं हुआ, यात्री फ़रशन

संत हिरदाराम नगर स्टेशन पर निर्मित प्लेटफार्म चार पर स्टेशन मास्टर का कार्यालय शुरू हुआ, लेकिन एक प्लेटफार्म से दूसरे पर जाने के लिए मैकेनिकल कनेक्टिविटी नहीं है। द्वारा दिलीप मंगतानी प्रकाशित तिथि: मंगल, 19 नवंबर 2024 04:31:01 अपराह्न (IST) अद्यतन दिनांक: मंगल, 19 नवंबर 2024 04:31:01 अपराह्न (IST) संत हिरदाराम नगर स्टेशन (फोटो) पर प्रकाश डाला गया स्टेशन के पुनर्निर्माण का कार्य जारी। नवीनीकृत ही बहुराष्ट्रीय अभिलेखीय निर्माण। निर्माण कार्य में धीमी गति से चल रहा है निर्माण कार्य। नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल : अमृत ​​भारत स्टेशन योजना कार्य के तहत संत हिरदाराम नगर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास किया जा रहा है। इसी तरह के स्टेशन का विकास करते हुए प्लेटफ़ॉर्म चार को तैयार किया गया है। इस प्लेटफ़ॉर्म पर स्टेशन मास्टर का ऑफिस बनना भी शुरू हो गया था, लेकिन अभी तक प्लेटफ़ॉर्म पर तीन से चार को जोड़ने के लिए फ़ोबी का निर्माण नहीं हुआ है। सिटी से आने वाले कई यात्री फंसे हुए हैं। वहीं, मल्टीपल लेवल पार्टनरशिप का भी काम पूरा नहीं हुआ है। स्टेशन पुनर्निर्माण का कार्य पूरा नहीं होने के कारण स्टेशन पर यात्रियों की समस्या बनी हुई है। रेलवे लाइन पार कर नेटवर्क पर आ रहे लोग संत हिरदाराम नगर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को कोई समस्या हो या स्टेशन मास्टर को सूचना दे तो स्टेशन के एक नंबर पर या उससे बाहर जाकर एक क्लास लंबा फेरा लगाना पड़ रहा है। इसके बाद प्लेटफ़ॉर्म चार पर जा सकते हैं। वहीं, कई यात्री तो प्लेटफ़ॉर्म चार से प्लेटफ़ॉर्म कर तीन पर आने को मजबूर हैं। बन रही मल्टीपल कतारें स्टेशन के पुनर्निर्माण कार्य के साथ स्टेशन के बाहर मल्टी लेवल रैक की व्यवस्था की जा रही है, ताकि लगभग 400 गाड़ियाँ बनी रहें। लेकिन पिछले साल से मल्टी लेयर रॉकेट का काम चल रहा है, जो अभी जमीन पर ही है। वहीं स्टेशन के बाहर जगह-जगह कम होने के कारण रोजाना जाम की स्थिति बनी रहती है। एटो ड्राइवर ने भी स्टेशन के मुख्य द्वार पर ही एटो स्टैंड बनाया है, जिससे यात्रियों को आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। संत हिरदाराम नगर रेलवे स्टेशन के तीन और चार नंबर प्लेटफॉर्म के बीच पिलर का काम पूरा हो चुका है। एक सप्ताह में गार्डरिंग लॉन्च का काम किया जाएगा। वहीं, फरवरी में एफओबी पूरी तरह से यात्रियों के लिए यात्रा शुरू कर देगी। -नवल अग्रवाल, एसीएम व प्रवक्ता भोपाल रेल मंडल