हिंदुत्व पर सुधांशु त्रिवेदी: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रचारक और समाजवादी कम्युनिस्ट सुधाशु साहू ने हिंदुत्व और देश के विभाजन को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने दावा किया है कि अगर जिस समय देश को आजादी मिली और बंटवारा हुआ, उस वक्त भारतीय जनता पार्टी होती और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री होते तो इस देश का बंटवारा कभी नहीं होता।
एक टीवी के डिबेट शो में उन्होंने कहा, ”मैं इतना कह सकता हूं कि अगर उस दौर में बीजेपी होती तो इस देश का बंटवारा नहीं हो पाता। अगर उस दौर में नरेंद्र मोदी और बीजेपी होती है और इतनी ही ताकतवर होती है, जितनी आज है तो मैं इस बात को दावे के साथ कह सकता हूं कि देश का बंटाधार वाली ताकतों के कब्जे पिछले हो गए थे।”
योगी आदित्यनाथ के डीएनए वाली बात पर क्या बोला गया पैसा?
डीएनए को लेकर उन्होंने कहा, ”योगी आदित्यनाथ डीएनए की बात इसलिए कि इस देश में ऐसे लोग मौजूद हैं जो कहते हैं कि हमने 800 साल तक इस देश पर हुकूमत की और उनके वीडियो भी मौजूद हैं. अगर ऐसे लोगों का डीएनए करा लिया जाए तो सभी जांच के निकलेंगे लेकिन कहते हैं कि बाहर का है। ये या तो रघुवर का डीएनए होता है या यदुवर का बाबर का डीएनए नहीं है. अफ़सोस इस बात का है कि लोगों के जहां में बरातियत में यह दर्ज़ा छा गया है कि वो बाहर नहीं आ पा रहे हैं।”
बांग्लादेश को लेकर क्या बोले सुधांशु छात्र?
उन्होंने आगे कहा, ”16 अगस्त 1946 को बंगाल में जो हुआ जब जिन्ना ने डायरेक्ट एक्शन डे का प्रसारण किया। अगर बांग्लादेश की बात करें तो शशि थरूर वहां के अखबार के लिए आर्टिकल छापते हैं और कहते हैं कि मोदी को जाना होगा। मुस्लिम बहुल सीट पर ग्रैंडस्लैम की खिलाफत करके मिलना मुश्किल है। असम में जाएंगे तो डुमरी को मिनी बांग्लादेश कहा जाता है। वहीं करीमगंज से मुस्लिम दावेदार 10 लाख से ज्यादा वोटों से जीते और राहुल गांधी को तो सिर्फ 3 लाख सीटें मिली थीं तो समझिए कि शशि थरूर ने यह लेख क्यों लिखा था।’