Day: December 26, 2024

पुष्पा 2 बॉक्स ऑफिस कलेक्शन दिन 21 अल्लू अर्जुन रश्मिका मंदाना की फिल्म इक्कीसवें दिन तीसरे बुधवार का कलेक्शन भारत में

पुष्पा 2 बॉक्स ऑफिस कलेक्शन दिवस 21: अल्लू अर्जुन और रश्मीका मंदाना स्टार ‘पुष्पा 2: द रूल’ बॉक्स ऑफिस पर टीएस से मास होने का नाम नहीं ले रही है। इस फिल्म ने अपनी शानदार कमाई साउथ से लेकर बॉलीवुड तक के बॉक्स ऑफिस तक पहुंचाई और बड़े-बड़े एक्टर्स की फिल्मों के रिकॉर्ड को मिट्टी में मिला दिया है। फिल्म को रिलीज हुए अब करीब तीन हफ्ते हो गए हैं लेकिन ये ‘पुष्पराज’ देखने को तैयार नहीं है। यहां जानते हैं ‘पुष्पा 2: द रूल’ की रिलीज के 21वें दिन कितना कारोबार हुआ? ‘पुष्पा 2: द रूल’ ने 21वें दिन की कितनी कमाई? ‘पुष्पा 2: द रूल’ की वाइल्ड फायर ने खतरे में डाल दिया है। इस फिल्म में उम्मीद से ज्यादा शानदार प्रदर्शन किया गया है और दस्तावेजों के नए सिरे दिए गए हैं। फिल्म को यूं तो क्रिटिक्स से मिक्स्ड रिव्यू मिला था लेकिन दर्शकों से इसे शानदार रिस्पॉन्स मिला कि रिलीज के पहले दिन से लेकर आज तक बस ये नया मॉडल सेट किया जा रहा है। यहां तक ​​कि इस देश की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई है फिर भी इसकी गर्लफ्रेंड में कमी नहीं आ रही है। दिलचस्प बात ये है कि एक्टर वरुण की हालिया रिलीज फिल्म ‘बेबी जॉन’ भी ‘पुष्पा 2: द रूल’ का सिंहासन नहीं हिला पाई है। ‘बेबी जॉन’ के आते ही ‘पुष्पा 2: द रूल’ की कमाई में तेजी से बढ़ोतरी हुई। इसी के साथ अल्लू अर्जुन की फिल्म का 21वें दिन का इतिहास रचा गया है। इन सबके बीच फिल्म की कमाई की बात करें तो ‘पुष्पा 2: द रूल’ ने पहले हफ्ते 725.8 करोड़ और दूसरे हफ्ते 264.8 करोड़ की कमाई की थी। इसके बाद फिल्म ने 16वें दिन 14.3 करोड़, 17वें दिन 24.75 करोड़, 18वें दिन 32.95 करोड़, 19वें दिन 13 करोड़ और 20वें दिन 14.5 करोड़ की कमाई की। वहीं अब फिल्म की रिलीज के 21वें दिन की कमाई के शुरुआती आंकड़े आ गए हैं. सेनिल्क की अर्ली ट्रेंड रिपोर्ट के मुताबिक ‘पुष्पा 2: द रूल’ ने रिलीज के 21वें दिन 19.75 करोड़ की कमाई की है। इसी के साथ ‘पुष्पा 2: द रूल’ ने 21 दिन में 1109.85 करोड़ की कमाई कर ली है। फिल्म ने 21 दिनों में कुल 316.3 करोड़ रुपये, हिंदी में 716.65 करोड़ रुपये, तमिल में 55.35 करोड़ रुपये, कन्नड़ में 7.48 करोड़ रुपये और मलयालम में 14.07 करोड़ रुपये की कमाई की है। ‘पुष्पा 2: द रूल’ ने 21वें दिन का इतिहास रचा‘पुष्पा 2: द रूल’ का इतिहास 21वें दिन का है। इस फिल्म ने भारतीय सिनेमा में 11 सौ करोड़ के क्लब की शुरुआत की है। पुरानी बात ये है कि रविवार को नई रिलीज बेबी जॉन पर भी ये 21 दिन पुरानी फिल्म भारी पड़ी है। ‘ऑब्जेक्टपुष्पा 2: द रूल’ जिसकी समीक्षा से कमाई कर रही है फिर भी रुकना मुश्किल लग रहा है वैसे ही अब क्रिसमस और नए साल की छुट्टियों का फिल्म को जबरदस्त फायदा मिलने वाला है। ऐसे में फिल्म 1200 करोड़ और इससे भी ज्यादा कमाई कर सकती है। हर किसी के संपर्कें बॉक्स ऑफिस नंबर पर हैं। ये भी पढ़ें:-इस वजह से बचपन में तीन दिन तक नहीं थे अनिल कपूर, भाई बोनी ने किया खुलासा

दूरसंचार विभाग टेलीग्राम पर चल रहे कई घोटालों से लोगों को सावधान रखें

मोबाइल ऐप्स ने हमारे जीवन को आसान बना दिया है। मनोरंजन से लेकर घर के सामान तक, किसी भी काम के लिए बाहर जाने की जरूरत अब खत्म हो गई है। लोग अपना ज्यादातर समय मोबाइल ऐप्स पर ही बिता रहे हैं। इसी वजह से साइबर जालसाजों की भी बिजनेस ऐप्स पर नजर रहती है। यहां वो लोग अपना शिकार तोड़ते हैं और अपनी मेहनत की कमाई को चंद सेकंड में अपने अकाउंट में शेयर कर लेते हैं। टेलीग्राम के जरिए भी ऐसे कई घोटाले हो रहे हैं, जिनमें लेकर सरकार ने आगाह किया है। तारकोल पर कैसे फंसे जा रहे लोग? सामाजिक विभाग ने एक वीडियो जारी कर लोगों से टेलीग्राम ऐप के जरिए हो रहे स्कैम से बचने को कहा है। वीडियो में बताया गया है कि स्कैमर्स स्टार्स पर लोग जुट गए हैं। स्कैमर्स बड़ी कंपनी के नाम से चैनल या ग्रुप क्रिएटर, ऑनलाइन लोन का क्रेडिट कार्ड, फर्जी लॉटरी ऑफर या फर्जी वेबसाइट का लिंक और क्रेडिट कार्ड का दबाव घोटाला करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे सभी कम्यूनिकेशन से सावधान रहें और आर्टिकल्स पर भी ध्यान दें। टेलीग्राम पर घोटाला‼️ अगर कोई ये दावा कर रहा है तो हो जाएं अलर्ट pic.twitter.com/dD9Gj1ULyd – DoT इंडिया (@DoT_India) 22 दिसंबर 2024 बढ़ रहे हैं साइबर क्राइम देश में साइबर क्राइम की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। साइबर जालसाज मोबाइल ऐप्स, ईमेल और फोन कॉल्स समेत हर तरह से लोगों को फंसाने की कोशिश में लगे रहते हैं। आजकल डिजिटल रेस्टोरेंट के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में अतिरिक्त सावधानी की जरूरत है. छोटा-सा छोटा भी भारी पड़ सकता है। साइबर क्राइम से कैसे बचें? किसी भी अनपेक्षित लिंक, वेबसाइट, संदेश को न खोलें। फोन पर किसी से भी ओटीपी या अन्य निजी जानकारी साझा न करें। हमेशा प्ले स्टोर या ऐप स्टोर से ही ऐप डाउनलोड करें। अनाधिकृत और प्रमाणित पार्टी मानक से डाउनलोड किए गए ऐप को नुकसान हो सकता है।साइबर क्राइम का शिकार होने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें। ये भी पढ़ें- सावधान! फोन में दिख रही हैं ये चीजें तो घुस आया है वायरस, बचे रहने की जरूरत

जीरा पानी के फायदे वजन घटाने के लिए जीरा पानी का उपयोग कैसे करें हिंदी में पूरा लेख पढ़ें

जीरा का पानी, जिसे जीरा पानी के नाम से भी जाना जाता है, स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम के साथ-साथ औसत पीने से वजन में मदद मिल सकती है। जीरे में ऐसे यौगिक होते हैं जो नारियल को बढ़ावा दे सकते हैं और कैलोरी को अधिक भर्ती से भर्ती में मदद कर सकते हैं। यह पाचन में भी मदद करता है, जो सूजन को रोक सकता है और आपके पाचन तंत्र को निष्क्रिय कर सकता है। जीरे का पानी बनाने के कुछ तरीके इस प्रकार हैं: दो ओरिएंटल गियर को 1.5 क्वॉर्ट पानी में डुबोएं, 1.5 क्वार्ट को पानी में डुबोएं और पानी पी लें। रात भर मसाले एक कप पानी में एक बड़ा चम्मच जीरा रात भरे हुए, फिर दोपहर, अच्छा लें और पी लें। भारतीय रसोइयाें में स्वाद से लेकर लाॅक तक लाॅजीज बनाने के लिए एक से एक इंग्रेडिएंट्स मौजूद रहते हैं। यूँ ही नहीं भारतीय व्यंजनों का लोहा पूरी दुनिया करती है। व्यंजनों में लगाए जाने वाले हर एक इंग्रेडिएंट के अपने-अपने अलग-अलग महत्व हैं। कई इंग्रेडिएंट तो अकेले ही कई स्वास्थ्य स्टूडियो से जुड़ने में सक्षम होते हैं, जैसे कि जीरा। जीरे का उपयोग अधिकतर व्यंजनों को बढ़ाने और स्वादिष्ट बनाने के लिए किया जाता है। शायद आप ही जानते होंगे कि जीरा वज़न के लिए भी एक बेहतरीन नियुक्ति साबित हो सकती है। अपने बढ़े हुए वजन से परेशान लोग जीरे के पानी का सेवन कर सकते हैं। इतना ही नहीं, इस पेय पदार्थ के अलावा भी कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जिनके बारे में आपको जान लेना चाहिए। जीरे का पानी क्या है? ‘जीरे का पानी’ एक पिशाच ड्रिंक है। पानी में जीरे को लेबल कर इस ड्रिंक को तैयार किया जाता है. यह एक तरह से काढ़ा है, जिसके सेवन से आप कई लाभ देख सकते हैं। जीरे का पानी पीने के फायदे 1. वजन में अनुपात जीरे का पानी पीने से इम्यूनिटी मजबूत होती है। ब्लड डीवीडी कंट्रोल में रहता है. यही नहीं, वजन में भी ये बहुत बड़ा हिस्सा है. जीरा एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण से भरपूर होता है। इसमें एंटी एंटीसेप्टिक और एंटीसेप्टिक गुण भी होते हैं। जीरा वास्तव में वेट लॉस के लिए औषधि साबित हो सकता है। 2. पाचन तंत्र का निर्माण सबसे आसान है जीरे के पानी के डॉक्स से जुड़े कई प्लांट्स में आप मदद कर सकते हैं, जैसे कब्ज, सूजन और मतली। कुछ डॉक्युमेंट्स से पता चलता है कि जीरे में थीयमोल नाम का एक कपाउंड होता है, जो डाइजेस्टिव एंजाइमों को स्टिम लाइब्रेरी कर सकता है और डी लॉन्च को बढ़ावा देने में मदद करता है। यह भी पढ़ें: सावधान ! बिल्लियां तेजी से फैला हुआ हो सकता है बर्ड फ्लू, रिसर्च में हैरान करने वाला खुलासा रिप्रेजेंटेटिव एपी मेटाबॉलिज़मजीरा एक ऊर्जा बूस्टर के रूप में जाना जाता है। ये मेटाबॉलिज्म को तेज करने में भी मदद मिल सकती है। इसके अलावा ये ड्रिंक कोल्ड ड्रिंक बर्न करने के मसाले में भी तेजी से लाती है. अगर आपका मेटाबॉलिक रेट स्लो है तो जीरा वॉटर फाउंडेशन शुरू करें। ये आपकी ऊर्जा स्तर में सुधार और बेहतर अनुभव कराता है। कैलोरी में कमजीरे के पानी में कैलोरी भी काफी कम होती है. एक ओरिएंटल गियर में केवल 7 से 8 कैरेट होते हैं। यही कारण है कि जब भी आप प्यासा लगें तो जीरे का पानी पियें। ये आपके कई स्वास्थ्य प्रमाणों को दूर करने में लाभकारी साबित हो सकते हैं। अस्वीकरण: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया पर आधारित है। आप भी अमल में आने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें। ये भी पढ़ें: माइक्रोवेव ओवन दिवस 2024: क्या खराब हो सकता है माइक्रोवेव ओवन, जानें नीचे स्वास्थ्य उपकरण देखें-अपने बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) की गणना करें आयु कैलकुलेटर के माध्यम से आयु की गणना करें

बिरयानी विक्रेता पर कॉलेज में घुसकर छात्रा से मारपीट और शारीरिक उत्पीड़न का आरोप

बिरयानी छात्रा से मारपीट: तमिलनाडु की अन्ना यूनिवर्सिटी के एक इलेक्ट्रानिक चैनल पर छापेमारी के आरोप में बिरयानी विक्रेता को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने रविवार (25 दिसंबर 2024) को यह जानकारी दी। यूनिवर्सिटी के कॉलेज में पढ़ाई होती है। क्लोजर ने अपनी याचिका में कहा कि जब वह 23 दिसंबर 2024 को रात करीब साढ़े आठ बजे कॉलेज परिसर की एक इमारत के पीछे अपने दोस्त से बात कर रही थी तभी एक जानकार ने उन्हें धमाका कर दिया। प्रोडक्शन ने अपनी याचिका में कहा है कि प्रोडक्शन ने अपना यौन उत्पीड़न किया है। कॉलेज के पास बिरयानी की दुकान स्थित है ग्रेटर चेन्नई सिटी पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ऑर्केस्ट्रा ने कोट्टूरपुरम महिला पुलिस थाने में शिकायत दर्ज की और मामला दर्ज कर जांच जारी की है। पुलिस ने बताया, “जांच के दौरान वैज्ञानिक प्रमाण के आधार पर कोट्टूर (कॉलेज के पास का एक रेजिडेंट) के ज्ञानशेखरन को गिरफ्तार किया गया है। सत्यार्थी ने अपनी मान्यता दी है। वह बिरयानी की दुकान पर स्थित है।” अतीत के अतीत की पहचान कर रही पुलिस पुलिस ने कहा कि वह इस जांच में क्या बात कर रही है और क्या अपराध कर रही है। उन्होंने बताया, “विश्वविद्यालय परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और सुरक्षा अधिकारियों की नियुक्ति की गई है।” पुलिस ने कहा कि विश्वविद्यालय के अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श के बाद छात्रों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए कार्रवाई की जाएगी और ‘संयुक्त सुरक्षा समीक्षा’ की जाएगी। विश्वविद्यालय के स्ट्रेटेजी जे. प्रकाश ने एक बयान में कहा कि जांच में पुलिस को पूरा सहयोग दिया जा रहा है। विश्वविद्यालय की आंतरिक शिकायत समिति ने भी जांच शुरू कर दी है। इस बीच छात्रों ने ‘स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (एसएफआई) और ‘ए डेटाबेसडब्ल्यूए’ के ​​खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए राज्य की ओर से संचालित यूनिवर्सिटी परिसर के सामने विरोध प्रदर्शन किया। वहीं अन्नाद्रमुक के विद्रोही के पलानीस्वामी ने इस घटना को “शर्मनाक” बताया और नाटकीय सरकार की कड़ी निंदा की। ड्रमुक के प्रवक्ता ए सरवनन ने कहा कि यह घटना बहुत ही यादगार है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और तस्वीरें दर्ज कर लीं। ये भी पढ़ें: ‘नीतीश कुमार-नवीन पटनायक को मिले भारत रत्न’, गिरिराज सिंह की मांग पर टूटा नया विवाद

क्रिसमस 2024 दुनिया भर में रूस, इथियोपिया, सर्बिया, मिस्र जैसे कई देश 7 जनवरी को मनाते हैं

ईसा मसीह के जन्म के दिन को क्रिसमस के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है, जो साल के आखिरी महीने यानी 25 दिसंबर को मनाया जाता है। हालाँकि, ऐसे कई देश हैं, जो 25 दिसंबर को क्रिसमस सेलिब्रेट नहीं करते और न ही धोखा देते हैं। दुनिया में कई देश हैं, जो 25 दिसंबर की सालगिरह 7 जनवरी को क्रिसमस फेस्टिवल मनाते हैं। यह तारीख जूलियन कैलेंडर पर आधारित है, जो दुनिया के सबसे ज्यादा विचारधारा में इस्तेमाल होने वाले ग्रेगोरियन कैलेंडर से 13 दिन पीछे है। इस दिन को मनाए जाने वाला क्रिसमस ऑर्टडॉक्स कहा जाता है। रूसी ऑथर्डॉक्स चर्च जूलियन कैलेंडर का पालन करता है, जो 7 जनवरी को अपना आधिकारिक क्रिसमस दिवस बनाता है। इथियोपिया 7 जनवरी को क्रिसमस को रेस्तरां के रूप में स्थापित किया जाता है, जो एक आध्यात्मिक अवकाश दिवस होता है। इस दिन पारंपरिक ढाँचे वाले लोग चर्च जाते हैं। सर्बिया में क्रिसमस यूल समूह की स्थापना जैसे पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ शुरू होती है और रूढ़िवादी धार्मिक अनुष्ठानों और उत्सव के भोजन के साथ जारी रहती है। मिस्र में रहने वाले ईसाई ईसाई 7 जनवरी को क्रिसमस से पहले लगातार 43 दिन तक उपवास रखते हैं, जो इस्लाम धर्म का सबसे बड़ा पर्व आईडी से-जुलता लगता है। जब मुस्लिम लोग 30 दिनों से लेकर अब तक रेजायम के दौरान रुके हुए हैं। आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च 6 जनवरी को क्रिसमस मनाता है। इसे ईसा मसीह के जन्म और बपतिस्मा दोनों का सम्मान करने के लिए एपिफेनी पर्व के साथ जोड़ा गया है। वहीं कई देश ऐसे भी हैं, जो आधिकारिक तौर पर क्रिसमस नहीं चाहते हैं। इनमें सऊदी अरब, उत्तर कोरिया, चीन और जापान शामिल हैं। पर प्रकाशित: 26 दिसंबर 2024 06:59 पूर्वाह्न (IST) विश्व फोटो गैलरी विश्व वेब स्टोरीज

नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी 2025, लौट आएगी 100 साल पुरानी बीमारी, धरती से टकराएगा बड़ा क्षुद्रग्रह

नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी 2025: दुनिया के मशहूर भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस की साल 2025 को लेकर आए भविष्यवाणियां इन दिनों चर्चा में हैं। पूर्व में इनमें से एक की भविष्यवाणी भविष्यवाणियां सत्य के करीब रही हैं। नया साल आने वाला है. नए साल 2025 में ज्योतिषाचार्य और प्रॉपर्टी के अनुसार बहुत खास होने वाला है। नास्त्रेदमस ने नए साल को लेकर कुछ खास भविष्यवाणी की हैं। नास्त्रेदमस (नोस्ट्राडमस) 2025 को लेकर की गई भविष्यवाणी के अनुसार आने वाले दिनों में दुनिया में जारी सभी युद्धों में से एक रूस-नाजायज़ का अंत हो सकता है क्योंकि दोनों पक्षों की सेनाएं थक चुकी हैं और अब संयुक्त राष्ट्र के पास की सेनाओं को भी सूचित करें धन नहीं है. इंग्लैंड ने फिर से अपनी 100 साल पुरानी घातक बीमारी का सामना किया, जो एक क्राउन वॉर की तरह है। जिसमें लाखों लोगों की मौत हो सकती है, 2025 में एक बड़ा एस्टेरॉयड धरती से टकरा सकता है या गुजरात के करीब हो सकता है। इसके अलावा, पूरे यूरोप में मधुमेह और क्रॉनिकल्स की समस्या का भी सामना किया जा सकता है। नास्त्रेदमस का अब तक क्या भविष्य सच हो गया है नास्त्रेदमस ने 16 शताब्दी में ऐसे कई भविष्यवाणियां कर दी थीं जो बाद में सच साबित हुईं जैसे- एडोल्फ हिटलर का उदय, अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या, कोविड-19 महामारी, इजरायल- हमास युद्ध, रूस- यूक्रेन युद्ध, 1984 में हुई इंदिरा गांधी की हत्या और राजीव गांधी की हत्या आदि। नास्त्रेदमस कौन हैंनास्त्रेदमस का जन्म 14 दिसम्बर 1503 को फ्रांस में हुआ था। कुल मिलाकर अपने जीवन में करीब तीन हजार भविष्यवाणियां कर रखी हैं, लेकिन पिछले 50 वर्षों में सिर्फ 800 भविष्यवाणियां ही सत्य की प्रस्तुति पर सही निकली हैं। इसके अलावा, फ्रांस के मेस बाबहम ने 4 मई 1555 को फ्रांसीसी भाषा में एक पुस्तक का भी प्रकाशन किया था, जिसका नाम नास्त्रेदमस की अचुक फ्यूचरवानियां था। वर्ष 1566 में 63 वर्ष की आयु में उनकी मृत्यु हो गई। यह भी पढ़ें- मीन वार्षिक प्रेम राशिफल 2025: नए साल में लव लाइफ के लिए कूल रहें, पढ़ें मीन वार्षिक लव राशिफल अस्वीकरण: यहां चार्टर्ड सूचना सिर्फ अभ्यर्थियों और विद्वानों पर आधारित है। यहां यह जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह के सिद्धांत, जानकारी की पुष्टि नहीं होती है। किसी भी जानकारी या सिद्धांत को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।

कैसे अमेरिका की नजरों से बचकर वाजपेयी ने किया था परमाणु परीक्षण, जानिए तरीका

देश के पूर्व प्रधानमंत्री और भारतरत्न अटल बिहारी शहीद की आज 100वीं सालगिरह है। अटल बिहारी वाजयेपी को देश एक साम्राज्यवादी के साथ भारत को परमाणु शक्ति देना भी याद है। अटल बिहारी परिवार के प्रधानमंत्री रहते हुए देश ने पोखरण की भूमि पर 11 मई 1998 को परमाणु परीक्षण II का सफल परीक्षण किया था। उस वक्त पड़ोसी देश पाकिस्तान समेत अमेरिका तक की नजर भारत पर टिकी हुई थी। जानिए भारत ने कैसे किया परमाणु परीक्षण. परमाणु परीक्षण भारत के इतिहास में 11 मई का दिन बेहद ख़राब है। क्योंकि इसी दिन 1998 में भारत ने परमाणु परीक्षण किया था। भारत में हर साल यह दिन राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया जाता है। यह एक फिल्म भी नहीं है, जिसका नाम परमाणु: द स्टोरी ऑफ पोखरण है। इस फिल्म को देखने से समझ आता है कि ये ट्रायल इतना आसान नहीं था. अमेरिका के पास परमाणु बम बता दें कि इस परीक्षण में भारत और दुनिया के शक्तिशाली देशों को भी शामिल किया गया था। लेकिन अमेरिका की तरह शक्तिशाली देशों ने इस परीक्षण को अंजाम देना इतना आसान नहीं था। इस परीक्षण का पूरा श्रेय वैज्ञानिकों, सेना के अधिकारियों, वैज्ञानिकों के साथ भारत के प्रधान मंत्री अटल बिहारी शाही और उनके शिष्य मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार एपीजे अब्दुल कलाम को दिया जाता है। भारत ने परमाणु शक्ति बनाई है। पोखरण में परमाणु परीक्षण हुआ राजस्थान के पोखरण में परमाणु परीक्षण हुआ था। बता दें कि पोखरण फील्ड रबर रेंज में खेतोलाई गांव के पास भारत ने तीन परमाणु परीक्षण किए थे। पोखरण में हुए इस परमाणु परीक्षण को ऑपरेशन शक्ति का नाम दिया गया था। अमेरिका को दिया चकमा भारत ने जब दुनिया में सबसे पहले परमाणु शक्ति का प्रक्षेपण किया था, तो उसके बाद पूरी दुनिया की रक्षा हो गई थी, क्योंकि अमेरिका समेत किसी भी देश की खुफिया एजेंसी को इसका परमाणु हथियार तक नहीं मिला था। उस वक्त अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए (सीआईए) भारत पर पल-पल नजरें जमाती थी। इतनी ही नहीं सीआईए ने भारत की कड़ी पधारीदारी करने के लिए करोड़ों की लागत से सैटेलाइट बॉन्ड बनाए थे। लेकिन इन सभी उपन्यासों के बावजूद भारत ने पोखरण की जमीन पर असफल ऑपरेशन शक्ति को अंजाम दिया था। पोखरण ही क्यों? परीक्षण के दौरान अमेरिका को चकमा देने के लिए पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम सहित सभी इंजीनियरों और इंजीनियरों ने सेना की यूनिफॉर्म स्कॉलर थी। जब अमेरिका सैटेलाइट आया तो उन्हें लगा कि ये भारतीय सेना के जवान हैं। इतना ही नहीं परीक्षण करने के लिए सफल बनाने और अमेरिका को चकमा देने के लिए, उपग्रह के पोखरण क्षेत्र में एक आने पर सभी यंत्रों और कहानियों को रेत और बोरे से ढँक दिया गया था, जिससे अमेरिका और पाकिस्तान को इसका सितारा नहीं लग पाया था। इस दौरान सभी का नाम और कोड अलग-अलग था। तीसरे संघर्ष के बाद भारत 11 मई की दोपहर 3.45 मिनट पर परमाणु शक्ति वाला देश बना था। ये भी पढ़ें:विश्व की जनसंख्या आधी हो जाये तो क्या होगी? जानें लाभ या हानि

भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया चौथे टेस्ट की प्लेइंग इलेवन में वाशिंगटन सुंदर की जगह शुभमन गिल बॉक्सिंग डे टेस्ट में रोहित शर्मा बल्लेबाजी नंबर 3 पर भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया प्लेइंग इलेवन

भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया चौथा टेस्ट प्लेइंग XI: भारतीय टीम ने चौथे टेस्ट के लिए अपने प्लेइंग इलेवन में बहुत बड़ा बदलाव किया है। रोहित शर्मा के प्रमुख मास्टर करने की अटकलों के बीच शुभमन गिल को इलेवन से बाहर प्ले किया गया है और उनकी जगह वाशिंगटन ब्यूटीफुल की वापसी हुई है। ऐसे में टीम इंडिया के फ्लैट मिक्स में भी बदली हुई नजरें आईं क्योंकि रोहित अब तक छठे क्रम पर बैटिंग कर रहे थे, वो अब तीसरे नंबर पर नजरें दिखाते हुए नजर आए। टीम इंडिया के इब्राहिमन गिल की जगह नीतीश कुमार रेड्डी को प्लेइंग इलेवन में बनाए रखने का फैसला लिया गया। गिल स्टील सीरीज के 2 मैचों में कुल 60 रन बने हैं, जबकि नीतीश ने 5 पारियों में 179 रन बनाये हैं. भारतीय टीम 2 मेन स्पिन और 3 तेज गेंदबाज के मिश्रण के साथ आता है। उनके अलावा नीतीश रेड्डी छठे और उनके साथ ही चौथे तेज गेंदबाज की भूमिका अदा कर रहे होंगे। प्लेइंग इलेवन पर क्या बोले कैप्टन रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया के चौथे टेस्ट में हार के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा, “मैंने प्लेइंग इलेवन में एक बदलाव किया है। शुभमन गिल की जगह वाशिंगटन सुंदर की वापसी हुई है।” इसके साथ ही रोहित से पूछा गया कि वो टॉप ऑर्डर में क्या बैटिंग करेंगे, इस पर वो बहुत भारी हैं। बता दें कि भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया तीन टेस्ट खेलने के बाद सीरीज एक-एक से शुरू हो गई है। पर्थ टेस्ट टीम इंडिया ने 295 विकेट से जीत हासिल की थी, वहीं एडिलेड पिंक बॉल टेस्ट में कंगारुओं ने वापसी करते हुए 10 विकेट से बाजी मारी थी। वहीं ब्रिसबेन टेस्ट के दौरान डॉक्टर को छूट दी गई थी। चौथे टेस्ट के लिए भारत की प्लेइंग इलेवन: यशस्वी आर्टिस्ट, केएल राहुल, रोहित शर्मा (कैप्टनर), विराट कोहली, ऋषभ पंत, रेस्टलेस सुपरस्टार, नीतीश कुमार रेड्डी, वाशिंगटन सुंदर, स्टूडेंट स्टूडेंट, मोहम्मद सिराज और आकाशदीप। यह भी पढ़ें: PAK vs SA: टेस्ट टीम में बाबर आजम का कमबैक, 3 साल बाद इस तेज गेंदबाज को मिला मौका

यूट्यूबर जरा डर न्यूज क्या है ओनली फैन्स प्लेटफॉर्म जो कंटेंट क्रिएटर्स को लाखों कमाने में मदद करता है

जरा डार एक मशहूर यूट्यूबर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हैं, जिन्होंने हाल ही में ओनलीफैंस के साथ अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने अपने फॉलोअर्स के साथ बातचीत और इंटरेक्शन को भी एक खास अनुभव बनाया। सब्सक्रिप्शन प्लान और लाखों फॉलोअर्स की वजह से उनकी कमाई तेजी से बढ़ी। जारा ने एक इंटरव्यू में बताया कि वह हर महीने इस प्लेटफॉर्म से लाखों रुपये कमा रही हैं। इससे वह न केवल अपनी लाइफस्टाइल को न केवल मेंटेन कर पा रही हैं, बल्कि अपने सपनों को भी पूरा कर रही हैं। जारा का मानना ​​है कि ओनली फैन्स जैसे प्लेटफॉर्म पर उन लोगों के लिए बेहतरीन मौके हैं, जो अपने लेवल पर काम करना चाहते हैं। लेकिन सवाल यह है कि ओनलीफैन्स क्या और कैसे काम करते हैं। दरअसल, इसके निर्माता क्रिएटर्स अपने सब्सक्राइबर्स के साथ सीधे संपर्क में रहते हैं। यहां क्रिएटर्स अपनी हिस्सेदारी पर सामान बना सकते हैं। ये प्लेटफॉर्म क्रिएटर्स का सीक्वल का फाइनल भी बन रहा है और यही वजह है कि जारा ने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी है। बता दें कि ओनलीफैन्स की पॉपुलैरिटी के साथ ही इसे लेकर विवाद भी सामने आते हैं। इसे प्राय: कानूनी रूप से कानूनी एडल्ट प्लेटफॉर्म प्लेटफॉर्म के रूप में देखा जाता है, क्योंकि कई देशों में इसे लेकर नैतिक और घटियापन रहता है। पर प्रकाशित: 25 दिसंबर 2024 07:34 पूर्वाह्न (IST) टैग: टेक न्यूज़ हिंदी ज़रा डार प्रौद्योगिकी फोटो गैलरी टेक्नोलॉजी वेब स्टोरीज