दादी-नानी की बातें: हम जब गलत दिशा या स्थान तय करते हैं तो दादी-नानी हमें इसके लिए मनाती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि सोने से सोने की गलत दिशा न केवल नींद में खलल डालती है बल्कि इसके कई शारीरिक नुकसान भी होते हैं। गलत दिशा में सोने वाले व्यक्ति रोग-दोष की चपेट में आ जाते हैं। यही कारण है कि अभिलेखों में सोने के लिए सिक्किम दिशा को विशेष महत्व दिया जाता है। कई घरों में समय दिशा का ध्यान रखा जाता है और लोग अपने बिस्तर या बिस्तर आदि के अनुसार सही दिशा की व्यवस्था करते हैं। लेकिन कुछ लोग इसे सीरियसली नहीं लेते और किसी भी दिशा में सिर-पार करके सो जाते हैं। लेकिन ऐसा करने से आपकी सेहत और भाग्य दोनों को नुकसान हो सकता है। दादी-नानी अक्सर दक्षिण दिशा की ओर पैर करके सोने से मना करती हैं। आपको दादी-नानी की ये बातें अटपटी या दोस्ती लग सकती हैं। लेकिन शास्त्र और विज्ञान में इसके कारण और कारण होने वाली हानि के बारे में भी बताया गया है। अगर आप दादी-नानी की बताई गई बातें फॉलो करेंगे तो सुखी रहेंगे और भविष्य में अशुभ घटना से बच जाएंगे। आइये जानते हैं दक्षिण दिशा की ओर पैर करके न सोने की मान्यता के पीछे क्या है शास्त्रीय और वैज्ञानिक कारण। शास्त्र क्या कहता है ज्योतिषाचार्य अनीश व्यास कहते हैं कि, व्यक्ति के दैनिक कार्य में निद्रा या नींद सबसे महत्वपूर्ण है। शास्त्रों में नींद को ऐसी प्रक्रिया बताई गई है, जिसमें तमोगुण होता है। क्योंकि नींद का सीधा संबंध रात से होता है और रात के समय को तमोगुण काल कहा जाता है। इसलिए ईमानदार पूर्ण नींद के लिए शास्त्रों में सही दिशा और स्थान दिए गए हैं। शास्त्रों में मुख्य रूप से दक्षिण दिशा की ओर पैर करके सोने की मनाही है। इस दिशा में सोने से पितृ दोष लगता है। साथ ही नींद में भी बाधा उत्पन्न होती है। शास्त्रों में यह यमराज की दिशा बताई गई है। इसलिए भी दक्षिण दिशा में पैर करके सोना अनपेक्षित होता है। ऐसा माना जाता है कि दक्षिण दिशा में पैर रखकर सोने से रज-यम रंगे व्यक्ति की ओर आकर्षित किया जाता है। इसके परिणाम स्वरूप व्यक्ति के नींद में बाधा आती है, बुरे सपने आते हैं, डर से नींद खुलती है आदि जैसे सपने रहते हैं। इसी कारण दादी-नानी दक्षिण दिशा की ओर पैर करके सोने से मना करती हैं। विज्ञान क्या कहता है दादी-नानी और शास्त्रों में बताई गई बातों का वैज्ञानिक आधार भी होता है। विज्ञान के अनुसार सैयल समय शरीर में चुंबकीय विद्युत ऊर्जा का संचार होता है। इस ऊर्जा से ही नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है और स्थूल व सुखद नींद आती है। विज्ञान के अनुसार उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव में चुंबकीय शक्ति होती है, जो दक्षिणी ध्रुव की ओर रहता है। ऐसे में दक्षिण दिशा की ओर पैर करते हुए सोने से यह चुंबकीय ऊर्जा सिर की ओर जाती है। आदिवासियों से सिर की ओर बढ़ने वाले इस चुंबकीय ऊर्जा में जब भी किसी व्यक्ति की अचानक सुबह होती है तो वह पिरामिड का अनुभव करता है। ऐसी स्थिति में भरपूर नींद लेने के बाद भी उसे थकान का एहसास होता है और शरीर में स्फूर्ति नहीं रहती। ये भी पढ़ें: दादी-नानी की बातें: एक गोत्र में क्यों नहीं करनी चाहिए शादी, कहती हैं दादी-नानी अस्वीकरण: यहां चार्टर्ड सूचना सिर्फ अभ्यर्थियों और विद्वानों पर आधारित है। यहां यह जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह के सिद्धांत, जानकारी की पुष्टि नहीं होती है। किसी भी जानकारी या सिद्धांत को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।
Day: December 28, 2024
राशिफल 28 दिसंबर 2024 आज का निःशुल्क राशिफल शीर्ष ज्योतिषी द्वारा
मेष राशि वालों के लिए आज का दिन सही रहेगा। नौकरी करने वाले जातकों को पहचान पर ध्यान देना काम करना होगा। व्यापार करने वाले जातकों को अपने व्यापार को आगे बढ़ाना होगा। आप अपनी सेहत का खास ध्यान रखें. वृषभ राशि के जातकों का दिन प्यार के साथ अच्छा रहेगा। पति-पत्नी के बीच रिश्ता मजबूत होगा। नौकरी करने वाले जातकों को पहचान पर नई जिम्मेदारी मिल सकती है। आपको अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए। मिथुन राशि के जातकों को पुरानी बीमारी से मुक्ति मिल सकती है। आदिवासियों को व्यापार को आगे बढ़ाने की कोशिश करनी चाहिए। आपको अपनी सेहत पर विशेष ध्यान देना होगा। नौकरी करने वाले जातकों को आज जॉब में नई जिम्मेदारी मिलेगी। कर्क राशि के जातकों का आज का दिन सही रहेगा। आपको मेहनत करने का परिणाम मिलेगा. करियर में सफलता मिलने वाली है. अपने काम पर ध्यान दें और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। सिंह राशि के जातकों के प्यार का दिन सही रहता है। अपने काम को पूरा लगन और मेहनत से करें। व्यापार करने वाले जातकों का आज का दिन सही रहेगा। आपको अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा। कन्या राशि के जातकों के प्यार के लिए सही दिन। आपको अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए। व्यापार करने वाले जातकों को आज आर्थिक लाभ हो सकता है। नौकरी करने वाले जातकों को मेहनत के साथ काम करना चाहिए। तुला राशि के जातकों का आज का दिन सही रहेगा। आपको अपनी मेहनत का परिणाम मिलेगा। नौकरी करने वालों को अपने आवास पर नई जिम्मेदारी मिल सकती है। आपको अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा। वृश्चिक राशि वालों का आज का दिन शानदार रहेगा। व्यापार करने वाले जातकों को आर्थिक लाभ हो सकता है। अपनी सेहत का खास ध्यान रखें. नौकरी करने वाले जातकों को अपने कार्य पर ध्यान देना होगा। धनु राशि के जातकों को अपनी पसंद पर नई जिम्मेदारी मिल सकती है। आपको अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा। आपको मेहनत का फल मिलेगा. आपकी नौकरी भी लग सकती है. आपको अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना होगा। मकर राशि के जातकों का आज का दिन सही रहेगा। आज आपको अपने थोक विक्रेताओं के साथ समय बिताने का मौका मिलने वाला है। आपको अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना होगा। कुंभ राशि के जातकों का दिन शानदार रहेगा। आपको छुट्टी से छुट्टी मिलने की संभावना है क्योंकि आप घर वालों के साथ बाहर घूमने जाएंगे। आपको अपनी सेहत और खान-पान पर ध्यान देना होगा। अपने करियर में सफल होने का प्रयास करें। मीन राशि के जातकों का आज का दिन सही रहेगा। आपका ध्यान बेहतर रहेगा। आज का दिन आपके जीवन में कुछ सकारात्मक होने वाला है। आपको अपनी सेहत पर ध्यान देना होगा पर प्रकाशित: 28 दिसंबर 2024 06:30 पूर्वाह्न (IST) ऐस्ट्रो फोटो गैलरी ऐस्ट्रो वेब स्टोरीज़
डॉ. मनमोहन सिंह के फैसलों ने कैसे बदली भारत की आर्थिक स्थिति? | पैसा लाइव | डॉ. मनमोहन सिंह ने भारत की आर्थिक स्थिति कैसे बदली?
भारत के सबसे प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री और नेता डॉ. मनमोहन सिंह ने देश को आर्थिक संकट से उबरने और नए सिरे से मजबूत करने का काम किया। 1991 के आर्थिक सुधार, जिन्होंने भारत को गरीबी से बाहर निकाला, और 2008 की मंदी के दौरान किये गये साहसिक कार्य उनकी दूरदर्शिता के प्रमाण हैं। प्रधानमंत्री के रूप में उनके नेतृत्व में भारत ने अंतरिक्ष मिशन और ग्रामीण रोजगार योजना में ऐतिहासिक विकास किया। इस वीडियो में जानिए कि मनमोहन सिंह ने अपनी सीटों और फैसलों से भारत का भविष्य कैसे सुरक्षित किया। पूरी कहानी जानने के लिए वीडियो अंत तक देखें!
लेना है किसान निधि की 19वीं किस्त तो चालू रखें मोबाइल नंबर, ऐसे करें नंबर अपडेट
देश के किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में सम्मान और सिरीज कंपनी का सुनहरा मौका मिला है। योजना के तहत किसानों को 6,000 रुपये की वित्तीय सहायता सीधे उनके बैंक खाते में दी जाती है। किसानों की किसान योजना अब 18 किस्त तक जारी हो चुकी है। अब आने वाले दिनों में 19वीं किस्त रिलीज होने का किसानों को इंतजार है, लेकिन 19वीं किस्त में किशोर किसानों को मिल गया, अन्य मोबाइल नंबर चालू हो जाएगा। अगर मोबाइल नंबर बंद हो गया तो उस किसान के खाते में 2,000 रुपये नहीं आएंगे। तभी तो किसानों को मोबाइल नंबर अपडेट करने की सलाह दी जा रही है। रखना होगा, रिएक्टिव मोबाइल नंबर किसान के आधार कार्ड से लिंक होना भी जरूरी है। जिस किसान का मोबाइल नंबर और आधार नंबर एक दूसरे से लिंक होगा, उस किसान योजना के लिए ई-कैवैसी करवा भुगतान। क्योंकि केवैसी ओपीटीपी द्वारा होगी। यानी एक समान हो सकता है, जब मोबाइल नंबर पर ओटीपी आए। ऐसे करें मोबाइल नंबर अपडेटमोबाइल नंबर को लेकर किसान योजना की वेबसाइट पर अपडेट करना जरूरी है, ताकि योजना के लिए ओटीपी मिल सके। मोबाइल नंबर अपडेट करने के लिए सबसे पहले किसान की वेबसाइट https://pmkisan.gov.in/ पर जाना होगा। इसके बाद अपडेट मोबाइल नंबर पर. नामांकन या आधार नंबर और कैप्चा कोड दर्ज करें। सर्च इंजन पर क्लिक करें. अपना मोबाइल नंबर दर्ज करके अपडेट करें। 3.46 लाख करोड़ रुपये हो गए हैं किसानों के नाम दर्ज पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत अब तक 3.46 लाख करोड़ रुपये हो गए हैं। करोड़ रुपए किसानों के बैंक खाते में 18वीं किस्त तक जारी हो चुकी हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ पाने के लिए ऑनलाइन ईकेवैसी जरूरी है। इसके माध्यम से किसान अपने आधार कार्ड को योजना से लिंक कर सकते हैं, जिससे वे सीधे सम्मान निधि प्राप्त कर सकते हैं। यह है वेबसाइट पीएम किसान की वेबसाइट पर… फॉर्मर कॉर्नर में एकवैसी विकल्प चुनें। अपना आधार नंबर दर्ज करें और एकेवैसी द्वारा ओटीपी केक की प्रक्रिया पूरी होगी। इन स्टेप्स के माध्यम से किसान अपनी एक्वेसी मतदाता योजना का लाभ ले सकते हैं। यह भी पढ़ें- किसानों को सबसे पहले 60 फीसदी की छूट राजस्थान सरकार दे रही है
एमपी बोर्ड 12वीं कक्षा में कोई विषय परिवर्तन नहीं, त्रुटि सुधार की अनुमति यहां विवरण देखें एमपीएसएचएसई
मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPSHSE) ने कक्षा 12वीं के छात्रों के लिए एक जरूरी घोषणा की है। अब से 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र-छात्रा अपनी इच्छा अनुसार विषय बदलना महंगा नहीं। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि जिन विषयों को विद्यार्थियों ने 11वीं कक्षा में चुना था, उन विषयों को 12वीं कक्षा में भी पढ़ेंगे। इसके अलावा बोर्ड ने कहा है कि यदि परीक्षा फॉर्म में किसी भी विषय में गलती से बदलाव किया गया है, तो इसे मंजूरी नहीं दी जाएगी। लेकिन यह सुधार 31 दिसंबर 2024 तक स्कूल स्तर पर ही किया जाएगा। इसके लिए एक निर्धारित शुल्क भी लिया जाएगा। सुधार के लिए शुल्क और प्रक्रिया माध्यमिक शिक्षा मंडल ने निर्देश दिया है कि छात्रों को जिस विषय में त्रुटि हुई है, उसमें सुधार करने के लिए 500 रुपये प्रति विषय का शुल्क देना होगा। त्रुटिपूर्ण सुधार ऑनलाइन सिस्टम के माध्यम से किया गया। इस सुधार प्रक्रिया के तहत 11वीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल की अंकसूची और एक घोषणा पत्र एमपी ऑफ़लाइन पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य होगा। यह सुनिश्चित किया गया कि जिन विषयों में त्रुटिपूर्ण सुधार किया गया है, वे वही विषय हैं, 11वीं कक्षा में अध्ययनरत छात्रों ने 11वीं कक्षा में दाखिला लिया था और एप्रोच सूची स्कूल ने जारी की थी। शिक्षा पर सख्त कार्रवाई बोर्ड ने चेतावनी दी है कि यदि किसी स्कूल द्वारा छिपाई गई या गलत तरीके से विषयों में बदलाव किया गया, तो संबंधित स्कूल के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। सरकारी दस्तावेजों के मामले में लोक शिक्षण संचालनालय के कमिश्नर को पत्र लिखा गया है, जबकि निजी स्कूलों से जुड़े संबद्ध प्रभाव को रद्द किया जा सकता है। विषय परिवर्तन पर रोक सिद्धांत यह है कि पहले मध्य प्रदेश में कक्षा 12वीं में बोर्ड बोर्ड विषय पर आरक्षण की सुविधा दी गई थी, लेकिन अब इस पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। तीन साल पहले तक बोर्ड द्वारा यह सुविधा दी गई थी, लेकिन पिछले साल कुछ विशेष पोलैंड में ही इसे लागू किया गया था। अब मंडल ने इसे पूरी तरह से समाप्त कर दिया है, और छात्रों को केवल त्रुटिपूर्ण सुधार की अनुमति दी गई है। छात्रों की रिकॉर्डिंग इस नए नियम के तहत कई छात्रों ने स्कूल और मंडल से विषय परिवर्तन की अनुमति की अपील की थी, लेकिन बोर्ड ने इसे केवल त्रुटिपूर्ण सुधार तक ही सीमित रखा है। हालाँकि, इसे लेकर छात्र और स्कूल कार्यशालाओं की ओर से कॉन्स्टेंट स्टॉक मिल रही हैं, जिनमें अधिक संपत्तियां और विषय परिवर्तन का अवसर देने की मांग की जा रही है। यह भी पढ़ें- डीयू में जॉब पाने का शानदार मौका, इस तारीख तक कर लें अप्लाई, खत्म हो जाएंगे तीन पद शिक्षा ऋण की जानकारी:शिक्षा ऋण ईएमआई की गणना करें
कॉर्बिन बॉश ने रचा इतिहास, दक्षिण अफ्रीका के लिए अर्धशतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज बने, दक्षिण अफ्रीका बनाम पाकिस्तान में 4 विकेट का टेस्ट डेब्यू
कॉर्बिन बॉश टेस्ट डेब्यू दक्षिण अफ्रीका: दक्षिण अफ्रीका बनाम पाकिस्तान पहले टेस्ट मैच में एक ऐसा कारनामा हुआ है, जिसने टेस्ट क्रिकेट का इतिहास बदल दिया है। पाकिस्तान की पहली पारी में 211 रनों की बढ़त हुई, जबकि उत्तर में अफ्रीका ने 301 रन बनाए, पहली पारी में 90 रनों की बढ़त हासिल की. वहीं दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक पाकिस्तान ने दूसरी पारी में 88 रन का स्कोर 3 विकेट गंवा दिया लेकिन वो अब 2 विकेट से पीछे है। पाक टीम के खराब प्रदर्शन की सबसे ज्यादा चर्चा अफ्रीका के लिए टेस्ट डेब्यू करने वाले कॉर्बिन बॉस ने इकट्ठाली, शॉ बैट से 81 बल्लेबाजों का योगदान दिया और पहली पारी में 4 विकेट भी लिए। दक्षिण अफ़्रीका की पहली पारी में कॉर्बिन बॉस्क नौवें क्रम पर बैटिंग करने उतरे और 81 रन बनाकर बाकी बचे। एक समय अफ्रीकी टीम ने 213 के स्कोर पर 8 विकेट गंवाए थे, लेकिन बॉस की ही बात करें तो वह 300 के आंकड़े को पार करने में सफल रहे। इसी तरह पहले अफ्रीकी नेशनल जर्नल ने पाक स्टेशन पर नाराजगी व्यक्त की थी। बोस डेयेन हाथ से तेजी से आगे बढ़े और पहली पारी में उन्होंने पाकिस्तान के कैप्टन शान मसूद सहित 4 ईस्टर के नाविक को शामिल किया। 147 साल बाद टेस्ट क्रिकेट में हुआ ऐसा कॉर्बिन बॉस्क अब कॉर्बिन बॉस्क क्रम में बैटिंग करते हुए सुप्रीम स्कोर बनाने वाले दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज बन गए हैं। इस मामले में उन्होंने 122 साल पुराने रिकॉर्ड को नष्ट कर दिया है। वहीं टेस्ट क्रिकेट के 147 साल के इतिहास में बॉस्क नौवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए डेब्यू में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी भी बन गए हैं। इसके अलावा उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के ऐसे पहले खिलाड़ी बने कीर्तिमान को भी स्थापित किया है, जिन्होंने डेब्यू टेस्ट में फिफ्टी सेट के साथ-साथ 4 विकेट हॉल भी हासिल किया था। बॉस्क ने अपनी 81 बल्लेबाजों की पारी में 15 स्टावले लगाए थे. यह भी पढ़ें: ZIM बनाम AFG: जिम्बाब्वे ने 23 साल बाद बनाया अपना ही रिकॉर्ड, टेस्ट क्रिकेट में रचा इतिहास
मनमोहन सिंह का निधन निगमबोध घर कांग्रेस एआईसीसी मल्लिकार्जुन खड़गे
मनमोहन सिंह की मृत्यु: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार शनिवार (27 दिसंबर 2024) को दिल्ली के बोध घाट पर दिन में 11:45 बजे होगा। अंतिम संस्कार कार्यक्रम गृह मंत्रालय ने जारी किया है। अंतिम संस्कार में भाग लेना राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मूजगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिसमें कई मंत्री निगम बोध घाट घाट शामिल हैं। क्रांतिकारी कांग्रेस केसी वेणुगोपाल ने जानकारी दी कि शनिवार 28 दिसंबर को सुबह 9:30 बजे दिल्ली स्थित AICC (ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी) मुख्यालय से निगमबोध घाट के लिए प्रस्थान होगा। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर राष्ट्रीय शोक का कारण शनिवार को राष्ट्रपति भवन में चांग ऑफ गार्ड सेरेमनी नहीं होगी। यह एक सैन्य परंपरा है. इसमें राष्ट्रपति के बॉडीगार्ड का एक समूह दूसरे समूह की ओर से आरोप लगाता है। यह हर सप्ताह आयोजित किया जाता है. पूर्व प्रधानमंत्री के सम्मान में पूरे देश में सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। इस दौरान पूरे देश में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा। वहीं केसी वेणुगोपाल ने भी कहा था कि सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री का स्मारक बनाने के लिए जमीन तक नहीं खरीदी है। ये देश के पहले सिख प्रधानमंत्री का उपमान है. खड़गे ने मोदी के बारे में लिखा खत कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी को पूर्व मनमोहन सिंह के निधन के बाद पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा है कि पूर्व का अंतिम संस्कार जिस स्थान पर हो, जहां उनका स्मारक बनाया जाए। खर्गे ने लिखा, “मनमोहन सिंह एक सामान्य व्यक्तित्व से संकल्प लेने वाले और गरीबों के दर्द का अनुभव करने वाले और अपनी दृढ़ता के कारण ही दुनिया के अग्रणी लक्ष्य में से एक बन गए। इसी तरह, मुझे उम्मीद है और विश्वास है कि डॉ. मनमोहन सिंह के राजनीतिक कैड के अनुसार, डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाएगा, जहां उनका स्मारक बनाया जाएगा।” आज कांग्रेस अध्यक्ष श्री @खड़गे प्रधानमंत्री जी और गृह मंत्री से फोन पर बात करके और एक पत्र लिखकर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से पुर्जोर में भारत के सपूत सरदार मनमोहन सिंह जी का अंतिम संस्कार और स्मारक स्थापित करना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी। pic.twitter.com/pNxh5txf0b – कांग्रेस (@INCIndia) 27 दिसंबर 2024 ये भी पढ़ें: ‘थूक जेक, मंदिर में हिंदू कार्यशालाएं और ओम सप्तक…’, वीर सावरकर के पोते ने कर दी ये बड़ी मांग
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस के ड्रीम प्रोजेक्ट मोहम्मद बिन सलमान ने नियोम द लाइन सिटी बनाने के लिए रोबोट में निवेश किया है
सऊदी अरब का प्रिंस ड्रीम प्रोजेक्ट: सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने अपने कुशल नेतृत्व से सऊदी अरब का शासन संभाला है। सऊदी अरब की अर्थव्यवस्था का मुख्य स्रोत तेल है। लेकिन क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अपने देश की इंडस्ट्री की इंडस्ट्री को तेल से निकालने के लिए विजन 2030 पर काम कर रहे हैं। असल में, क्राउन प्रिंस का विजन 2030 लाल सागर के तट पर नियोग द लाइन शहर का बसाना है। नियोग द लाइन सिटी को बनाने के लिए सऊदी अरब की सरकार पानी की तरह पैसा बहा रही है। नियोम सिटी को बनाने में 1 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा का खर्च आया क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के इस विजन 2030 प्रोजेक्ट का बजट पहले 500 अरब डॉलर का था, लेकिन अब कहा जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट का बजट अब 1 ट्रिलियन डॉलर (85 लाख 54 हजार करोड़ भारतीय रुपये) को भी पार कर सकता है। 2030 तक उभरती हुई सिटी तैयार थी नियोम उल्लेख है कि सऊदी अरब का नियोम द लाइन सिटी प्रोजेक्ट क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का ड्रीम प्रोजेक्ट है। जिसे मोहम्मद बिन सलमान तय समय में पूरा करना चाहते हैं। बता दें कि नियोम सिटी को 2030 तक बनाने का प्लान था, लेकिन यह प्रोजेक्ट अपने तय समय से काफी पीछे चल रहा है। इसकी वजह सऊदी प्रिंस ने नियोम के सीईओ को ही बताई थी, जो शुरू से ही इस प्रोजेक्ट को देख रहे थे। अब रोबोट रैपिड से चिलचिलाती धूप नियोम सिटी अपने ड्रीम प्रोजेक्ट में आई देरी को दूर करने के लिए सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस अब हाईटेक रोबोट्स को स्थापित करने जा रहे हैं। सऊदी को उम्मीद है कि रोबोट के आने के बाद न केवल इस प्रोजेक्ट में युवा खिलाड़ी शामिल होंगे, बल्कि इसका निर्माण और गति भी होगी। सऊदी की तकदीर बदलेगा नियोम सऊदी क्राउन प्रिंस को उम्मीद है कि नियोम सिटी के बनने के बाद यह टूरिज्म का हब बन जाएगा और इसकी गैर-टेली आय आने वाले सालों में काफी बढ़ जाएगी। इसे बनाने में काफी मात्रा में और गुड़िया का उपयोग किया जाएगा। इसी कारण से इसे रोबोटिक तरीके से करने की तैयारी है। रोबोट्स के लिए सऊदी ने खोला खजाना प्रॉजेक्ट नियोम को ध्यान में रखते हुए सऊदी अरब ने नियोम के एसोसिएट फंड के माध्यम से यूरोप के जी अमीडिया रोबोटिक्स में काफी पैसा निवेश किया है। हालांकि नियोम में किस तरह के रोबोट्स का इस्तेमाल किया जा रहा है, इसकी ठीक-ठाक जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है। यह भी पढ़ें भिखारियों की वजह से यूएई और सऊदी अरब ने पाकिस्तान को तबाह किया, कंगाल मुजाहिर ने अब उठाया ये कदम
फिल्म निर्माता शूजीत सरकार ने भारतीयों पर पोस्ट किया, अक्टूबर निर्देशक कहते हैं कि बंगाली सबसे ऊपर हैं
शूजीत सरकार: ‘विक्की डोनर’, ‘मद्रास कैफे’, ‘अक्टूबर’ जैसी शानदार फिल्में बनाने वाले निर्माता शूजित सरकार ने सोशल मीडिया पर एक मजेदार पोस्ट शेयर कर शेयर कर बताया कि भारतीय आम तौर पर काफी बातूनी (बातचीत करने वाले) होते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें लगता है कि बस्तर सबसे ज्यादा बातचीत करते हैं। सोशल मीडिया पर एक्टिव लाइफ वाले फिल्म निर्माता ने एक नोट शेयर किया है, जिसमें उन्होंने सबसे ज्यादा बातूनी के विषय पर लिखा है। शूजित सरकार ने ये पोस्ट किया है उन्होंने लिखा, “भारतीय आम तौर पर अधिकतर बातचीत करने के रूप में जाते हैं। हालांकि, किसी एक क्षेत्र को सबसे आगे बातूनी के रूप में पहचानना मुश्किल है। लेकिन अगर मुझे आकार मिलता है, तो मुझे लगता है कि सबसे बड़ी बातूनी के रूप में जाना जाता है।” होगे! आख़िरकार, ‘अड्डा’ (दोस्ताना बातचीत) बस्तर संस्कृति का एक सिद्धांत है! आप क्या सहमत हैं? फिल्म निर्माण पर क्या कहते हैं शुजीत सरकार? निर्माता के प्रशंसक के साथ रॉकेट होने का कोई भी अवसर नहीं है। इससे पहले उन्होंने फिल्म बनाने को लेकर आईएएनएस से बात की थी। उन्होंने बताया, ”फिल्म निर्माण की प्रक्रिया अंदर से शुरू होती है और इसे बाजार से लेना-देना नहीं है। उद्यमियों का लोड समय के साथ महत्वपूर्ण को सीमित कर देता है।” उन्होंने कहा, “जब मैं कोई फिल्म बनाता हूं तो मेरे दिमाग में कोई दर्शक नहीं होता। फिल्में तो मैं बनाता हूं। मुझे बस अपनी एडिट टेबल पर देखना होता है। दर्शक तो काफी देर से आते हैं।” निर्माता ने आगे बताया, “जब प्रचार शुरू होता है, तो आप उम्मीद करते हैं कि आप देना शुरू कर देंगे, क्योंकि इसमें पैसा लगता है।” मुझे पता है कि कई तरह के दर्शक हैं, कुछ को यह पसंद आता है, कुछ को यह पसंद नहीं आता इसलिए मैं उनसे इससे ज्यादा की उम्मीद नहीं करता। मैंने प्रमुख डे, शुक्रवार, शनिवार और रविवार के बारे में नहीं सोचा। इसमें बहुत समय लगता है।” फिल्म निर्माता-निर्देशक हाल ही में अभिषेक बच्चन के साथ अमिताभ बच्चन के क्विज बेस्ड रियलिटी शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ में नजर आए थे। बता दें कि हाल ही में अभिषेक बच्चन के साथ ‘आई वॉन्ट टू टॉक’ रिलीज हुई थी। और पढ़ें: हिना खान की तस्वीरें: सैंटा क्लॉस ने मंच पर डांस किया, तो स्नो से सेक्स किया, कैंसर के इलाज के बीच में हिना खान ने फिर वे कभी-कभी की मस्ती की।