बीपीएससी अभ्यर्थियों के विरोध पर कांग्रेस: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) (प्रारंभिक) प्रतियोगी परीक्षा (सीसीई) को रद्द करने की मांग कर रहे संयुक्त पुलिस ने रविवार (29 दिसंबर, 2024) को लाठीचार्ज किया। पटना में होटल मौर्या के पास जापान गोल चक्कर पर प्रदर्शन कर रहे बांद्रा को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन भी चलाया। केस पर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर विस्तार से चर्चा की।
सोशल मीडिया एक्स प्लेटफॉर्म (पूर्व में रेडियो) पर एक वीडियो शेयर करते हुए कांग्रेस ने कहा, ”पहले बिहार सरकार ने युवाओं को भीषण ठंड में पानी कैननवाया चलवाया, फिर छात्रों से लाठी चलवाई. पुलिस ने किसी को भी नहीं बख्शा.. बस रास्ते से लाठियां चांदी रही। बिहार में युवा बीपीएससी परीक्षा में धांधली के खिलाफ कई दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है. सरकार को प्यारे युवाओं से बात करनी चाहिए, उनकी मांग माननी चाहिए।”
प्रशांत किशोर के उजाले गांधी मैदान दक्षिणी छात्र?
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, जन सुराज पार्टी (जेएसपी) के संस्थापक प्रशांत किशोर के ‘छत्र संसद’ के संस्थापक ने हजारों बीपी सह-संचालकों के साथ सुबह ही गांधी मैदान में वैरानिक हो गए और राज्य की राजधानी पटना में जापान के गोल चक्कर के पास हड़ताल कर दी। उन्होंने 70वीं बी.पी.सी प्रारंभिक परीक्षा की फिर से जांच की मांग की।
ये वीडियो देखें…
पहले बिहार सरकार ने भीषण ठंड में छात्रों पर वाटर कैनन चलवाया, फिर छात्रों से लाठी चलवाया।
पुलिस ने किसी को भी नहीं बख्शा.. बस रास्ते से लाठियां चांदी रही।
बिहार में युवा बीपीएससी परीक्षा में धांधली के खिलाफ कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन… pic.twitter.com/dEV6oCvccB
– कांग्रेस (@INCIndia) 29 दिसंबर 2024
गतिरोध पर चर्चा के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की मांग पर आड़े बीपी के समर्थकों ने जापान गोल चक्कर के पास पुलिस के लगाए गए दो बैरिकेड तोड़ दिए। गांधी मैदान में असिस्टेंट और बीपी पैसेंजर के बीच व्यापारी भी हुए। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर तितर-बितर करने के लिए लाठियां बरसाईं।
प्रशांत किशोर के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ
वहीं, प्रशांत किशोर के साथ-साथ जन सुराज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पर मामला दर्ज कराया गया है। इन पर स्ट्रॉबेरी को उकसाने, सड़क पर तूफान और तूफान जैसे कई गंभीर धाराओं के मामले दर्ज किए गए हैं। प्रशांत किशोर में 19 से अधिक लोगों को शामिल किया गया है। 600 से अधिक अज्ञात लोगों को सूची में शामिल किया गया है क्योंकि गांधी मैदान में प्रशासन ने कोई निर्माण कार्य नहीं किया था।
ये भी पढ़ें: पटना प्रोटेस्ट: प्रशांत किशोर पर मामला दर्ज, बीपीएससी किसानों को उकसाने और सड़क पर बारिश का आरोप