CEC Meeting: मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने मुख्य चुनाव आयुक्त की जिम्मेदारी संभालने के बाद आज पहली बार देश के अलग-अलग राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के तमाम चुनाव अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ने सभी चुनाव अधिकारियों को निर्देश दिया कि वह सुनिश्चित करें कि राजनीतिक दलों की तरफ से अगर किसी तरह का कोई मुद्दा उठाया जा रहा है तो उसका निवारण जल्द से जल्द किया जाए. साथ ही चुनाव को और कैसे बेहतर ढंग से संपन्न करवाया जा सकता है और मतदान प्रतिशत कैसे बढ़ाया जा सकता है उस ओर भी कदम उठाए जाएं.
देश भर के चुनाव अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त गणेश कुमार ने कहा कि सभी सीईओ, डीईओ, आरओ, ईआरओ को अपनी भूमिका और जिम्मेदारियों के बारे में पूरी तरह से जागरूक होना चाहिए, जैसा कि कानून और ईसीआई के निर्देशों में स्पष्ट रूप से बताया गया है.
18 साल के लोग वोटर के रूप में हो रजिस्टर्ड
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भारत के सभी नागरिक जो 18 वर्ष से अधिक आयु के हैं, संविधान के अनुच्छेद 325 और अनुच्छेद 326 के अनुसार मतदाता के रूप में पंजीकृत हों.
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने निर्देश दिया कि सभी बीएलओ को मतदाताओं के साथ विनम्र रहने के लिए प्रशिक्षित किया जाए और यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी चुनावी कर्मचारी या अधिकारी झूठे दावों का इस्तेमाल करके किसी की ओर से धमकाया न जाए.
चीफ इलेक्शन कमिश्नर ने और क्या दिए निर्देश
इसके साथ इस बैठक के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनाव अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे प्रत्येक मतदान केंद्र में 800-1200 मतदाताओं के बीच रखने का प्रयास करें और यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक मतदाता के घर उसके मतदान स्थल की दूरी 2 किलोमीटर अधिक ना हो. साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान को आसान बनाने के लिए बुनियादी सुविधाओ वाले मतदान केंद्र स्थापित किए जाने चाहिए, जिससे कि आगामी चुनाव में मतदान प्रतिशत को बढ़ाने में और मदद मिले.
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