Day: March 6, 2025

ICC फाइनल्स में कैसा है विराट कोहली का रिकॉर्ड? पाकिस्तान-ऑस्ट्रेलिया का निकाल चुके हैं दम

Virat Kohli Record in ICC Finals: भारतीय टीम एक बार फिर ICC टूर्नामेंट का फाइनल खेलने के लिए तैयार है. उसका सामना 9 मार्च को दुबई में न्यूजीलैंड से होने वाला है. अक्सर आईसीसी टूर्नामेंट्स में विराट कोहली टीम इंडिया के तारणहार साबित होते रहे हैं और इस बार भी उन्होंने गजब की लय पकड़ी हुई है. विराट अब तक चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की चार पारियों में 217 रन बनाए हैं. अब सबकी नजरें चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल पर जा टिकी हैं, जिसमें विराट कोहली एक बार फिर बड़ी पारी खेल टीम इंडिया को चैंपियन बनाना चाहेंगे. आईसीसी टूर्नामेंट्स के फाइनल मैचों में विराट का रिकॉर्ड बहुत शानदार रहा है, यहां डालिए एक नजर उनके अविश्वसनीय आंकड़ों पर. ICC टूर्नामेंट फाइनल मैचों में विराट कोहली का रिकॉर्ड विराट कोहली ने अपने करियर में कुल 9 आईसीसी फाइनल खेले हैं, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है. वो 2011 वर्ल्ड कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल भी खेल चुके हैं और दोनों बार उन्होंने टीम इंडिया की ऐतिहासिक जीत में अहम योगदान दिया था. वहीं 2014 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल की बात करें तो वहां भी विराट ने 77 रनों की पारी खेल महफिल लूटी थी. पिछले वर्ष हुए 2024 टी20 वर्ल्ड कप का वह फाइनल जब विराट कोहली की 76 रनों की पारी ने भारत को विश्व विजेता बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया और इस पारी के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया था. 2011 ODI वर्ल्ड कप फाइनल – भारत बनाम श्रीलंका – 35 रन 2013 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल – भारत बनाम इंग्लैंड – 43 रन 2014 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल – भारत बनाम श्रीलंका  – 77 रन 2017 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल – भारत बनाम पाकिस्तान – 5 रन 2021 WTC फाइनल – भारत बनाम न्यूजीलैंड – 44 रन और 13 रन 2023 WTC फाइनल – भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया – 14 रन और 49 रन 2023 ODI वर्ल्ड कप फाइनल – भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया – 54 रन 2024 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल – भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका – 76 रन यह भी पढ़ें: Mohammed Shami: रोजा ना रखने पर फिर मुश्किल में मोहम्मद शमी, मौलाना ने बता दिया ‘क्रिमिनल’

इस डिफेंस स्टॉक को मिला एक और ऑर्डर, मार्केट खुलते ही रॉकेट बन सकता है स्टॉक

<p>भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL), जो देश की बड़ी डिफेंस PSU कंपनियों में से एक है, ने हाल ही में 577 करोड़ के अतिरिक्त ऑर्डर हासिल किए हैं. यह ऑर्डर 20 फरवरी 2025 के बाद से मिले हैं. इसके साथ ही, BEL का कुल ऑर्डर बुक वित्तीय वर्ष 2024-25 (FY25) में 13,724 करोड़ तक पहुंच गया है.</p> <p><strong>क्या हैं ये ऑर्डर?</strong></p> <p>BEL ने स्टॉक एक्सचेंजों को दिए गए एक रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया कि इन ऑर्डर में कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट शामिल हैं, जैसे- एयरबोर्न इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर प्रोडक्ट्स, पनडुब्बियों के लिए एडवांस्ड कम्पोजिट कम्युनिकेशन सिस्टम, डॉपलर वेदर रडार, ट्रेन कम्युनिकेशन सिस्टम, रडार अपग्रेडेशन और स्पेयर पार्ट्स और सर्विसेज.</p> <p><strong>इंटरिम डिविडेंड भी देगी कंपनी</strong></p> <p>भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) ने बुधवार, 5 मार्च 2025 को वित्तीय वर्ष 2024-25 (FY25) के लिए 1.50 रुपये प्रति शेयर का इंटरिम डिविडेंड घोषित किया है. यह डिविडेंड शेयरधारकों को घोषणा के 30 दिनों के भीतर भुगतान किया जाएगा. इसके लिए BEL ने 11 मार्च 2025 को रिकॉर्ड डेट तय किया है. इसका मतलब है कि इस तारीख तक BEL के शेयरधारक ही डिविडेंड के हकदार होंगे.</p> <p><strong>शेयर प्राइस पर क्या असर हुआ?</strong></p> <p>इंटरिम डिविडेंड की घोषणा के बाद मंगलवार को BEL के शेयर में तेजी देखी गई. शेयर का भाव 3.76 फीसदी बढ़कर 274.90 रुपये तक पहुंच गया. हालांकि, पिछले एक महीने में BEL के शेयर में 3 फीसदी और पिछले तीन महीनों में 12 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है.</p> <p><strong>क्या कहते हैं एक्सपर्ट</strong></p> <p>एक्सपर्ट्स का मानना है कि BEL का लगातार अच्छा प्रदर्शन और डिविडेंड की घोषणा निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत है. यह कंपनी न केवल रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दे रही है, बल्कि शेयरधारकों को अच्छा रिटर्न भी दे रही है.</p> <p><strong>डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)</strong></p> <p><strong>ये भी पढ़ें: <a href=" के 30,161 टैक्सपेयर्स के पास है 29,000 करोड़ रुपये से अधिक की विदेशी संपत्ति! सुत्रों के हवाले से हुआ खुलासा</a></strong></p>

वंदे भारत और शताब्दी जैसी प्रीमियम ट्रेनों का असली मालिक कौन, कौन-सी कंपनी चलाती है इन्हें?

देश की तेज रफ्तार ट्रेनों का जिक्र हो तो वंदे भारत और शताब्दी आदि ट्रेनों का नाम जरूर लिया जाता है. हालांकि, क्या आपने कभी सोचा है कि इन प्रीमियम ट्रेनों का असली मालिक कौन है? वहीं, नवरत्न कंपनी का दर्जा मिलने के बाद आईआरएफसी कंपनी सुर्खियों में है. ऐसे में सवाल यह भी उठता है कि यह दर्जा मिलने से आईआरएफसी को क्या फायदा होगा? इन सभी सवालों के जवाबों से आपको कराते हैं रूबरू.  IRFC के सीईओ ने दी यह जानकारी आईआरएफसी को नवरत्न का दर्जा मिलने के बाद कंपनी के सीईओ और सीएमडी मनोज कुमार दुबे ने एबीपी न्यूज से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि नवरत्न का दर्जा मिलने से कंपनी को कई वित्तीय सोवर्निटी मिली हैं. इस दर्जे के बाद बोर्ड को निर्णय लेने में स्वायत्तता दी जाती है. अब कंपनी का डिसिजन मेकिंग बहुत फास्ट होगा. रेलवे में लेंडिंग का बिजनेस अब हम अधिक तेजी से करेंगे.  वंदे भारत और शताब्दी का मालिक कौन? अब सवाल उठता है कि वंदे भारत और शताब्दी जैसी प्रीमियम ट्रेनों का मालिक कौन है? मनोज कुमार दुबे ने बताया कि रेलवे में इस्तेमाल होने वाले सभी इंजन, वैगन और कोच आईआरएफसी के हैं, जो रेलवे को 30 साल की लीज पर दिए गए हैं. ये आईआरएफसी के पैसे से ही फाइनेंस होते हैं. लीजिंग मॉडल के अनुसार, ये 30 साल तक आईआरएफसी के ही नाम से होता है. इस तरह जितनी प्रीमियम ट्रेनें हैं, जैसे वंदे भारत एक्सप्रेस और शताब्दी आदि सभी आईआरएफसी की प्रॉपर्टी हैं. इसका मतलब यह है कि रेलवे की 80% यात्री ट्रेनें और मालगाड़ियां आईआरएफसी की हैं. इस तरह यह कंपनी भारतीय रेल की प्रगति में मदद करती है.  क्या काम करती है आईआरएफसी? मनोज कुमार दुबे के मुताबिक, रेलवे को बजट के अलावा जितने पैसे की आवश्यकता होती है, उसे बाजार से सस्ते मूल्य पर लाकर और कम मार्जिन के साथ रेलवे को देने का काम पिछले 40 साल से आईआरएफसी कर रही है. उन्होंने बताया कि रेलवे के अलावा रेलवे के सिस्टम में जो अन्य बैकवर्ड-फॉरवर्ड लिंकेज में भी क्वालिटी प्रोजेक्ट्स आएंगे, उन्हें भी आईआरएफसी ही फाइनेंस करेगी. इन सभी प्रोजेक्ट्स के लिए कंपनी ही कम दर पर पैसा देगी.  रेलवे को हर साल चाहिए इतना पैसा आईआरएफसी के सीईओ के मुताबिक, रेलवे के सभी इंफ्रास्ट्रक्चर को जोड़कर देखें तो रेलवे को हर साल चार लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रकम की जरूरत होती है. रेलवे अपने बजट का ढाई लाख करोड़ खर्च कर रही है, लेकिन उसकी जितनी सहयोगी कंपनियां हैं, जैसे कंटेनर बनाने वाली कंपनियां, पोर्ट से संबंधित कंपनियां, रेलवे को बिजली देने वाली कंपनियां आदि को आईआरएफसी ही लोन देती है. जब कोई कंपनी रेलवे के साथ मिलकर कोई बड़ा प्रोजेक्ट करती है तो हम उनको फाइनेंस करते हैं.  कितनी बड़ी कंपनी है IRFC? आईआरएफसी का रेवेन्यू करीब 26 हजार करोड़ रुपये है. प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 6500 करोड़ रुपये है. ये मुनाफा लगातार बढ़ रहा है. मनोज कुमार दुबे बोले कि शेयर धारकों से हम यह कहेंगे कि इस कंपनी का पास्ट रिकॉर्ड अच्छा है. हमारा ग्रोथ कंसिस्टेंट है. हमारे प्रॉफिट आफ्टर टैक्स में भी ग्रोथ है और हमारे रेवन्यू में भी ग्रोथ है. अभी हम पूरे रेलवे ईको सिस्टम में फंडिंग करने जा रहे हैं. इससे आगे बढ़ने का दौर जारी रहेगा. हमारा प्रॉफिट मार्जिन क्वार्टर दर क्वार्टर आगे बढ़ेगा. यह भी पढ़ें: इस देश के कब्रिस्तान हैं सबसे बड़े टूरिस्ट प्लेस, मुर्दों के बीच वक्त बिताने जाते हैं लोग

सनी देओल से पहले गोविंदा को ऑफर हुई थी ‘गदर’, जानें क्यों की रिजेक्ट

Gadar Kissa: फिल्म ‘गदर-एक प्रेमकथा’ ना सिर्फ अपने दौर की बंपर हिट फिल्म साबित हुई थी बल्कि इसके दूसरे पार्ट ने भी बॉक्स ऑफिस पर वैसा ही गदर मचाया. इस फिल्म ने ना सिर्फ सनी देओल और अमीषा देओल के स्टारडम को आसमान पर पहुंचाया था बल्कि ये फिल्म आज भी दर्शकों के लिए खास है. सनी देओल से पहले गोविंदा को ऑफर हुई थी ‘गदर’? फिल्म के निर्देशक अनिल शर्मा और सनी देओल की जोड़ी बॉक्स ऑफिस पर कामयाब रही लेकिन इस फिल्म को लेकर एक्टर गोविंदा ने एक खुलासा किया था. गोविंदा ने कहा था कि उन्होंने इस फिल्म की कहानी सुनते ही इसे ठुकरा दिया था. दरअसल एक डांस रियलिटी शो में एक कंटेस्टेंट ने गोविंदा से सवाल किया था कि आपने क्यों ये फिल्म रिजेक्ट की थी और इसके बंपर हिट साबित होने के बाद आपको कैसा लगा था. इसे लेकर गोविंदा ने खुलकर जवाब दिया था. गालियों की वजह से गोविंदा ने छोड़ी थी ‘गदर’ गोविंदा ने इसे लेकर कहा कि, ‘मैंने इस फिल्म की कहानी सुनी थी. मैं ऐसे शख्स हूं जो किसी को गाली नहीं दे सकता. इस फिल्म में बहुत सारी गालियां थी, यहां तक कि देश को भी गाली दी गई थी. मैं ऐसी फिल्म में काम नहीं कर सकता. हालांकि फिल्म के डायरेक्टर अनिल शर्मा ने इस वाकये पर बात करते हुए कहा था कि गोविंदा कभी भी फिल्म के लिए फर्स्ट च्वाइस नहीं थे. अनिल शर्मा ने कहा था कि ये फिल्म सनी देओल के लिए ही लिखी गई थी.’ सनी देओल के लिए ही लिखी थी ‘गदर’ – अनिल शर्मा गोविंदा के बयान को लेकर उन्होंने कहा कि, ‘फिल्म ‘महाराजा’ की शूटिंग के दौरान मैंने गोविंदा को ‘गदर’ की स्टोरी नैरेट की थी. हालांकि मैंने उन्हें बता दिया था कि ये फिल्म मैं सनी देओल को सुना चुका हूं. उस वक्त गोविंदा ने कहा था कि मैं ऐसी फिल्म में कभी काम नहीं कर सकता. इस फिल्म में बहुत हिंदू-मुसलमान वाला मुद्दा है.’ साल 2001 में रिलीज हुई थी ‘गदर’ फिल्म ‘गदर’ की बात करें तो साल 2001 में रिलीज हुई इस फिल्म को बनाने में करीब 19 करोड़ रुपये खर्च हुए थे. वहीं इस फिल्म ने देश में 76 करोड़ रुपये से ज्यादा और वर्ल्डवाइड 133 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की थी. ये भी पढ़ें – Celebs Spotted: कियारा संग एयरपोर्ट पर स्पॉट हुए सिद्धार्थ मल्होत्रा, तो IIFA के लिए जयपुर पहुंचीं माधुरी दीक्षित, देखें तस्वीरें  

Apple ने नए Mac Studios को किया लॉन्च, M4 Max और M3 Ultra चिपसेट से है लैस

Apple ने भारत ने Mac Studio के नए मॉडल लॉन्च कर दिए हैं. M4 Max और M3 Ultra चिपसेट से लैस इन मैक को अब तक के सबसे दमदार मैक बताया जा रहा है. कंपनी का कहना है कि ये शानदार परफॉर्मेंस देते हैं और एक्सटेंसिव कनेक्टिविटी के लिए इनमें Thunderbolt 5 पोर्ट दिए गए हैं, जो 120GB प्रति सेकंड की डेटा ट्रांसफर स्पीड देते हैं. ये लार्ज लैंग्वेज मॉडल रन कर सकते हैं और इन्हें ऐपल इंटेलीजेंस सपोर्ट के साथ लॉन्च किया गया है.  पहले से तेज होगी परफॉर्मेंस M4 Max चिप वाले Mac Studio की परफॉर्मेंस में बड़ा सुधार आया है. नए चिपसेट के कारण यह M1 Max वर्जन की तुलना में 3.5 गुना तेज परफॉर्मेंस देगा. यह 14-core या 16-core CPU और 32-40 कोर GPU के साथ आता है. इसकी RAM 36GB से शुरू होती है, जिसे 128GB तक बढ़ाया जा सकता है. यह वीडियो एडिटिंग समेत कई हैवी टास्क को आसानी से हैंडल कर सकती है. इसके बेस वेरिएंट में 512GB का SSD स्पेस दिया गया है, जिसे 8TB तक बढ़ाया जा सकता है. M3 Ultra चिप वाला मैक M3 Ultra चिप वाला मैक उन यूजर्स के लिए डिजाइन किया गया है, जिन्हें एक्स्ट्रीम परफॉर्मेंस की जरूरत होती है. इसमें 32-core CPU दिया गया है, जिसमें से 24 केवल परफॉर्मेंस के लिए डेडिकेट किए गए हैं. इसका GPU 60 कोर से शुरू होता है, लेकिन इसे 80 तक बढ़ाया जा सकता है. AI टास्क और मशीन लर्निंग के लिए इसमें 32 कोर का न्यूरल इंजन मिलता है. इसमें 96GB RAM मिलती है, जिसे 512GB तक एक्सपैंड किया जा सकता है. इसकी स्टोरेज 1TB से शुरू होती है, जिसे 16TB तक बढ़ाया जा सकता है. दोनों मॉडल्स में मिलते हैं ये भी फीचर M4 Max वाले मैक में Thunderbolt 5 स्टैंडर्ड वाले चार USB-C पोर्ट दिए गए हैं, जबकि M3 Ultra वर्जन के सभी 6 USB-C पोर्ट इस स्टैंडर्ड को सपोर्ट करे हैं. इनमें डायनामिक कैशिंग और हार्डवेयर-एक्सलरेटेड मेश शेडिंग दिया गया है, जो हैवी टास्क में परफॉर्मेंस को तेज करते हैं. इसके साथ गेमिंग और कंटेट क्रिएशन में विजुअल एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने के लिए सेकंड-जनरेशन रे-ट्रेसिंग इंजन दिया गया है. कीमत और उपलब्धता M4 Max वर्जन की शुरुआती कीमत  2,14,900 रुपये रखी गई है, वहीं M3 Ultra वेरिएंट की बात करें तो इसके बेस मॉडल के लिए ग्राहकों को 4,29,900 रुपये चुकाने होंगे. इन्हें अभी प्री-ऑर्डर किया जा सकता है और 12 मार्च से इनकी बिक्री शुरू हो जाएगी. ये भी पढ़ें-  M4 चिप के साथ लॉन्च हुए MacBook Air के नए मॉडल, Apple ने किया यह बड़ा दावा, जानें फीचर्स और कीमत

ओडिशा पुलिस SI परीक्षा 8 मार्च से शुरू, परीक्षा हॉल में एंट्री से पहले जान लें जरूरी गाइडलाइंस

ओडिशा पुलिस SI परीक्षा 8 मार्च से शुरू, परीक्षा हॉल में एंट्री से पहले जान लें जरूरी गाइडलाइंस

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर समारोह का नेतृत्व करेंगी

<p style="text-align: justify;">अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर (8 मार्च, 2025) को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की तरफ से नई दिल्ली के विज्ञान भवन में &lsquo;नारी शक्ति से विकसित भारत&rsquo; विषय पर राष्ट्रीय स्तर का सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु इस राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगी. इस कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी और राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर के साथ-साथ वरिष्ठ अधिकारी और विशिष्ट अतिथि भी शामिल होंगे. इस अवसर पर She Builds Bharat के माध्यम से एक व्&zwj;यापक अभियान भी चलाया जा रहा है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>तीन तकनीकी सत्र आयोजित किए जाएंगे</strong><br />उद्घाटन सत्र के बाद, दिनभर उच्च स्तरीय पैनल चर्चा कार्यक्रम जारी रहेगा. इस दौरान, तीन तकनीकी सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिनमें एसटीईएम, व्यवसाय, खेल, मीडिया और शासन से जुड़ी प्रतिष्ठित महिला नेता एक साथ मंच पर मौजूद रहेंगी. इस कार्यक्रम में सशस्त्र बलों, अर्धसैनिक बलों और दिल्ली पुलिस की महिला अधिकारियों के साथ-साथ &lsquo;मेरा युवा भारत&rsquo; के स्वयंसेवक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, स्वयं सहायता समूह की सदस्य आदि भाग लेंगी.&nbsp;</p> <p style="text-align: justify;"><strong>विश्व बैंक, यूनिसेफ के भी प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे</strong><br />कई मंत्रालयों/विभागों की महिला अधिकारियों को भी इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है. इस कार्यक्रम में विश्व बैंक, यूनिसेफ, यूएन महिला, यूएनडीपी, यूएनएफपीए जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे.</p> <blockquote class="twitter-tweet" data-media-max-width="560"> <p dir="ltr" lang="hi">8 मार्च को, माननीया राष्ट्रपति जी के सान्निध्य में हम मिल कर &ldquo;नारी शक्ति से विकसित भारत&rdquo; की थीम पर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को एक राष्ट्रीय समारोह के रूप में मना रहे हैं। मैं आप सभी को, इस विशिष्ट समारोह का हृदय से साक्षी-सहभागी बनने के लिए आमंत्रित करती हूँ। <a href=" <a href=" &mdash; Annapurna Devi (@Annapurna4BJP) <a href=" 6, 2025</a></blockquote> <p style="text-align: justify;"> <script src=" async="" charset="utf-8"></script> </p> <p style="text-align: justify;"><strong>महिला नेता अपने अनुभव साझा करेंगी</strong><br />इस सत्र में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, व्यापार, खेल, मीडिया और शासन से जुड़ी प्रतिष्ठित महिला नेता अपने अनुभव साझा करेंगी और भावी पीढ़ियों को प्रेरित करेंगी. यह सत्र वित्तीय समावेशन, उद्यमशीलता और अर्थव्यवस्था में महिलाओं के सशक्तिकरण पर केंद्रित होगा. राजनीतिक नेतृत्व के माध्यम से लैंगिक समानता में तेजी लाने के लिए नीतियों और रूपरेखा पर आधारित चर्चा की जाएगी. प्रगतिशील भारत के निर्माण में महिलाओं के योगदान को लेकर भी विमर्श किया जाएगा.</p> <p style="text-align: justify;">व्यापक पहुंच और सहभागिता के लिए इस कार्यक्रम का दूरदर्शन, वेबकास्ट लिंक, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और विश्व बैंक लाइव पर सीधा प्रसारण किया जाएगा.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>ये भी पढ़ें:&nbsp;</strong></p> <p style="text-align: justify;"><strong><a href=" में आर्मी जवान की हत्या के मामले में NIA की बड़ी कार्रवाई, 4 माओवादी समर्थक गिरफ्तार</a></strong></p> <p style="text-align: justify;"><iframe title="YouTube video player" src=" width="560" height="315" frameborder="0" allowfullscreen="allowfullscreen"></iframe></p>

एयरपोर्ट पर सोना तस्करी करती पकड़ी गई एक्ट्रेस, इस मामले में कितने साल की होती है जेल?

Law For Gold Smuggling Case: एयरप्लेन में सोने की तस्करी को लेकर कुछ वक्त पहले एक फिल्म आई थी, जिसका नाम था ‘क्रू.’ इस फिल्म में एयरलाइन कंपनी का मालिक सोने का बड़ा तस्कर होता है और फिर उसकी कंपनी में काम करने वाली तीन एयर होस्टेस सैलरी न मिलने से परेशान होकर यही काम करने लग जाती है. हालांकि वो तो एक फिल्म थी, लेकिन हाल ही में जो खबर सामने आई है, वो ये है कि बेंगलुरु के राजस्व खुफिया निदेशालय ने कन्नड़ एक्ट्रेय रान्या राव को सोना तस्करी करने के मामले में गिरफ्तार किया है. केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उनके कब्जे से 14.8 किलोग्राम सोना जब्त किया गया है. जब वो गिरफ्तार हुईं तो दुबई की फ्लाइट लेकर बेंगलुरु पहुंची थीं.  सोना तस्करी के मामले में क्या है सजा रान्या को फिलहाल 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. लेकिन क्या वो सिर्फ जुर्माना देकर छूट जाएंगी या फिर उनको सलाखों के पीछे लंबा समय गुजारना पड़ सकता है. क्योंकि रान्या के खिलाफ राजस्व खुफिया निदेशालय ने कस्टम एक्टर की धारा 10 के तहत मामला दर्ज किया है. इस धारा के तहत जेल और जुर्माने दोनों का प्रावधान है. इस प्रावधान के तहत आरोपी को जब्त किए गए सोने से तीन गुना ज्यादा का जुर्माना देना पड़ सकता है. इसके अलावा तीन साल की सजा भी हो सकती है. अगर मामला ज्यादा गंभीर है तो जेल और जुर्माना दोनों देना पड़ सकता है.  कितने दिन की जेल और जुर्माना राजस्व खुफिया निदेशालय के सीनियर ऑफिसर की मानें तो किस आरोपी को कितनी सजा देनी है ये अधिकार पूरी तरह से कोर्ट के पास सुरक्षित रहता है. लेकिन पिछले कुछ केस में कार्रवाई को देखते हुए ये कहा जा सकता है कि जिन मामलों में सोने की क्वांटिटी ज्यादा रही है, उनमें आरोपी को जेल और जुर्माना दोनों देना पड़ा है. अगर पुराने केस के आधार पर देखा जाए तो एक्ट्रेस सिर्फ जुर्माना देकर बच नहीं सकती हैं, उनको सलाखों के पीछे भी जाना पड़ सकता है.  कितने किलो सोने के साथ हुई गिरफ्तार रान्या राव पर आरोप है कि वो दुबई से भारत 14.8 किलोग्राम सोना लेकर आ रही थीं. एक्ट्रेस पुलिस महानिदेश रामचंद्र राव की सौतेली बेटी हैं. वो पिछले कुछ समय से लगातार दुबई की यात्रा कर रही थीं, इसी वजह से जांच एजेंसियों की रडार पर थीं. अधिकारियों की मानें तो पिछले 15 दिनों में वो करीब चार बार दुबई गईं, जिससे उनके खिलाफ शक बढ़ गया था. इसी के बाद से उनके खिलाफ गिरफ्तार करने के लिए अभियान चलाया गया और बेंगलुरु एयरपोर्ट पर अरेस्ट कर लिया गया.

रूस ने फ्रांस और ब्रिटेन के यूक्रेन शांति प्रस्ताव को ठुकराया, जानें विदेश मंत्रालय ने क्या कहा

Russia Rejects Ukraine Peace Proposal: रूस के विदेश मंत्रालय ने ब्रिटेन और फ्रांस के यूक्रेन शांति प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने इसे यूक्रेनी सेना को राहत देने की रणनीति करार दिया. जखारोवा ने कहा “हवाई हमलों और नौसैनिक कार्रवाई में प्रस्तावित विराम का उद्देश्य यूक्रेनी सेना को बचाना और मोर्चे के पतन को रोकना है. कीव किसी भी युद्धविराम का उपयोग अपनी सैन्य क्षमता को मजबूत करने के लिए करेगा, जिससे संघर्ष फिर से भड़क जाएगा.” रूस-अमेरिका वार्ता पर रूस का बयानरूस ने कहा कि वह अमेरिका के साथ बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन अमेरिकी प्रशासन को पहले वार्ताकारों की एक टीम बनानी होगी. जखारोवा ने स्पष्ट किया कि रूस अमेरिका के साथ प्रतिबंध हटाने पर चर्चा नहीं करेगा. यूक्रेन का जवाब: बिना सुरक्षा गारंटी के नहीं होगी शांति वार्तायूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि बिना सुरक्षा गारंटी के यूक्रेन रूस के साथ कोई शांति वार्ता या युद्धविराम नहीं मानेगा. यूरोपीय देशों ने यूक्रेन को रक्षा सहयोग बढ़ाने का भरोसा दिलाया, जिसके बाद यूरोपीय शेयर बाजार और यूरो में तेजी आई. क्रेमलिन का बयान: जेलेंस्की को विवश करना होगारूसी राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि किसी को जेलेंस्की को अपना रुख बदलने के लिए मजबूर करना होगा. उन्होंने यूक्रेन में यूरोपीय सैनिकों की तैनाती के विचार को खारिज कर दिया. जेलेंस्की: युद्ध का अंत बहुत दूरजेलेंस्की ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध का समाधान अभी बहुत दूर है. हालांकि, उन्होंने उम्मीद जताई कि अमेरिका से समर्थन जारी रहेगा, भले ही राष्ट्रपति ट्रंप के साथ उनके रिश्ते अच्छे न हों. ट्रंप का बयानबता दे कि हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका को पुतिन के बजाय अवैध प्रवासियों, ड्रग माफिया और अपराधी गिरोहों पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए.उन्होंने अपने मीडिया प्लेटफॉर्म “ट्रूथ सोशल” पर लिखा था,”हमें पुतिन की चिंता करने में कम समय देना चाहिए और अवैध प्रवासियों से आ रही समस्याओं को रोकने पर ध्यान देना चाहिए, ताकि अमेरिका का हाल यूरोप जैसा न हो जाए.” यह भी पढ़ेंः दुनिया के सबसे पावरफुल देश में भाड़े पर मिल रही मुर्गियां, 80 हजार रुपये किराया, क्यों शुरू हुआ ‘Rent the Chicken’ योजना

अमेरिका की डिमांड कार इम्पोर्ट पर जीरो टैरिफ लगाए भारत, क्या टेस्ला की राह होगी आसान?

Elon Musk Tesla: अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की सरकार चाहती है कि भारत प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते के तहत ऑटोमोबाइल के इम्पोर्ट पर से टैरिफ हटा दे. रॉयटर्स से बात करते हुए कुछ सूत्रों ने जानकारी दी कि भारत सरकार संभावित कटौती पर विचार कर रही है, लेकिन इसे पूरी तरह से हटा देने से हिचकिचा रही है.  भारत दूसरे देशों से वाहनों के आयात पर 110 परसेंट टैरिफ लगाता है. टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने इसे सबसे अधिक बताया था. टैरिफ के चलते ही इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली इस अमेरिकी कंपनी ने भारतीय बाजारों में प्रवेश करने के अपने प्लान को टाल दिया था. बता दें कि भारत ऑटोमोबाइल के सेक्टर में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा बाजार है.  भारत के हाई टैरिफ से अमेरिका को ऐतराज रॉयटर्स को दी गई जानकारी के मुताबिक, ऑटोमोबाइल पर भारत के इस भारी-भरकम टैरिफ को लेकर आने वाले समय में औपचारिक वार्ता की जाएगी. इसका बेनिफिट एलन मस्क के टेस्ला को मिल सकता है, जिसकी भारत में एंट्री लगभग तय हो चुकी है. कंपनी अपना पहला शोरूम मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में खोलने जा रही है. ट्रंप भी एलन मस्क का समर्थन करते हुए भारत के हाई टैरिफ की बार-बार आलोचना कर चुके हैं.  अब भारत पर टैरिफ लगाएगा अमेरिका मंगलवार को कांग्रेस के ज्वॅइंट सेशन को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा, ‘भारत यूएस ऑटोमोबाइल पर 100 फीसदी से भी ज्यादा टैरिफ लगाता है.’ इसके जवाब में उन्होंने 2 अप्रैल से भारत पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने की बात कह दी. एक सूत्र की दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘अमेरिका चाहता है भारत कृषि को छोड़कर बाकी अधिकतर क्षेत्रों में टैरिफ को या शून्य कर दे या कम से कम कर दे.’ टैरिफ को लेकर दोनों देशों में हुई बात हाल ही में ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुई बैठक में दोनों देशों ने टैरिफ विवादों को सुलझाने और 2025 तक समझौते के प्रारंभिक चरण को विकसित करने पर सहमत हुए, तथा 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा.  ये भी पढ़ें: फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में आए L&T के चेयरमैन एसएन सुब्रह्मण्यन, अब महिला कर्मचारियों के लिए किया ये बड़ा ऐलान