Month: April 2025

पहले ही दिन शेयर बाजार में क्यों हाहाकार? सेंसेक्स 1100 अंक लुढ़का, गिरने के हैं 3 बड़े फैक्टर

अमेरिकी प्रशासन की तरफ से रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने को जारी जारी अनिश्चितता के बीच भारतीय बाजार मंगलवार की सुबह शुरुआती कारोबार में ही हांफता हुआ नजर आया. सेंसेक्स में 1100 अंकों की भारी गिरावट देखने को मिली जबकि निफ्टी में भी ये गिरावट जारी रहा. बीएसई सेंसेक्स आज 500 से ज्यादा अंक गिरकर 76,882.58 अंकों पर खुला, जो 77,414.92 पर बंद हुआ था. करीब 10 बजकर 35 मिनट पर 981 अंकों की गिरावट के साथ 76,434 पर बना हुआ था. सुबह 11:15 बजे ये 1114.83 आंका गया यानी 1.44% गिरकर 76,300.09 पर चल रहा है. जबकि निफ्टी-50 में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली है. सुबह 11:15 बजे निफ्टी-50 इंडेक्स 278.65 आंका गया, यानी 1.18% अंक की गिरावट के साथ 23,240.70 अंक पर था. आइये जानते हैं वो पांच महत्वपूर्ण फैक्टर, जिनसे भारतीय शेयर बाजार की दिशा बदली:  1-टैरिफ प्लान को लेकर अनिश्चितता: अप्रैल में ट्रंप प्रशासन की तरफ से लगाए जाने वाले टैरिफ को लेकर निवेशकों में भारी चिंता बनी हुई है. ब्लूमबर्ग के मुताबिक, ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट ने फॉक्स न्यूज़ से कहा कि डोनाल्ड ट्रंप रेसिप्रोकल टैरिफ प्लान को लेकर वाशिंगटन के व्हाइट हाउस रोज गार्डन में बुधवार की दोपहर 3 बजे एक कार्यक्रम के दौरान खुलासा करेंगे. राष्ट्रपति ट्रंप ने 2 अप्रैल की घोषणा को ‘मुक्त दिवस’ (Liberation Day) बताते हुए कहा कि इसका उद्देश्य उन व्यापारिक साझादीर देशों को दंडित करना है, जिन्हें वे मानते हैं कि अमेरिका का फायदा उठाया है. ट्रंप ने संकेत दिया है कि टैरिफ प्लान पर फैसला कर लिया गया है और इसमें सभी देशों को शामिल किया गया है. हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि टैरिफ के खतरे जरूर बाजार में उतार चढ़ाव देखने को मिलेगा, लेकिन इससे भारत पर बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा, क्योंकि आधे से ज्यादा अमेरिकी आयातित सामानों पर टैरिफ को कम कर रहा है. 2- आरबीआई की मौद्रिक नीति कमेटी की बैठक: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की मौद्रिक नीति कमेटी की 7 से लेकर  9 अप्रैल के बीच बैठक होने जा रही है. इसमें वैश्विक अनिश्चतताओं के बीच नीतिगत निर्णय और ब्याज दरों पर फैसला किया जाएगा. ऐसा माना जा रहा है कि आरबीआई की तरफ से 9 अप्रैल को 25 बेसिस प्वाइंट्स का एलान किया जा सकता है.  3-चौथे क्वार्टर के नतीजे को लेकर सावधानियां: बाजार के लिए अब महत्वपूर्ण है भारतीय कंपनियों की आय के चौथे क्वार्टर के नतीजे. पिछले तीन निराशाजनक क्वार्टर्स के बाद ऐसे माना जा रहा है कि चौथे क्वार्टर के नतीजे में कुछ बेहतरी दिखाई देगी. अगर चौथे क्वार्टर में अपेक्षा के अनुरुप नतीजे नहीं आते हैं तो इससे मार्च में जो सुधार हुआ है, वो बेपटरी हो सकता है. जानकार ये मानते हैं कि वित्त वर्ष 2025-26 के पहले और दूसरे क्वार्टर में महत्वपूर्ण सुधार देखने को मिल सकता है. ये भी पढ़ें: Analysis: रेसिप्रोकल टैरिफ के बीच US पर क्यों मंडरा रहा मंदी का खतरा? ट्रंप के कदम पर एक्सपर्ट्स ने जताई चिंता

नए वित्तीय वर्ष के पहले ही दिन बढ़ गई 900 से ज्यादा आवश्यक दवाओं की कीमतें, NPPA ने की घोषणा

Medicines Prices Increases in FY 2025-26 : 1 अप्रैल यानी आज से देश में वित्तीय वर्ष 2025-26 की शुरुआत हो गई है और नए वित्तीय वर्ष के पहले ही दिन यानी मंगलवार (1 अप्रैल, 2025) से 900 आवश्यक दवाइयों की कीमतों में बढ़ोत्तरी भी लागू हो गई है. नेशनल फार्मास्यूटिकल्स प्राइसिंग अथॉरिटी (NPPA) ने इस सभी 900 से अधिक आवश्यक दवाओं की कीमतों में 1.74 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी की घोषणा की है. इन बढ़ी हुई कीमतों वाली दवाओं की लिस्ट में क्रिटिकल इंफेक्शन, दिल की बीमारी, डायबिटीज जैसी बीमारियों की दवाइयां शामिल हैं. मंत्री ने लोकसभा में दिया जवाब केंद्रीय रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने लोकसभा में दवाओं की कीमत में बढ़ोत्तरी को लेकर एक लिखित जवाब दिया. उन्होंने अपने लिखित जवाब में कहा, “ड्रग्स (प्राइस कंट्रोल) ऑर्डर, 2013 (DPCO, 2013) के प्रावधानों के मुताबिक, सभी अनुसूचित दवाओं की कीमतों में होलसेल प्राइस इंडेक्स (WPI) (ऑल कमोडिटीज) के आधार पर हर साल संशोधन किया जाता है. वहीं, वित्तीय साल 2024-25 के लिए अनुसूचित दवाओं की कीमतों में WPI के वार्षिक बदलाव के आधार पर 1 अप्रैल, 2024 को 0.00551 प्रतिशत की दर से बढ़ोत्तरी की गई थी.” उन्होंने कहा, “NPPA ने DPCO के पैराग्राफ 2(1)(u) की परिभाषा के मुताबिक, नई दवाओं की खुदरा कीमतों को तय कर दिया है.  किन-किन दवाओं की कीमतों में हुआ इजाफा? फाइनेंसिअल एक्स्प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, एंटीबायोटिक एजिथ्रोमाइसिन की 250mg और 500mg की कीमत क्रमशः 11.87 और 23.98 रुपये प्रति टैबलेट तय की गई है. एमोक्सिसिलिन और क्लेवुलेनिक एसिड युक्त ड्राई सिरप की कीमत 2.09 रुपये प्रति मिलीलीटर तय की गई है. डिक्लोफेनेक (पेन कीलर) की अधिकतम कीमत 2.09 रुपये प्रति टैबलेट निर्धारित की गई है. इब्रुप्रोफेन (पेन कीलर) – 200 mg : 0.72 रुपये प्रति टैबलेट – 400 mg : 1.22 रुपये प्रति टैबलेट डायबिटीज की दवाएं (डेपाग्लिफ्लोजिन + मेटफॉर्मिन + हाइड्रोक्लोराइड + ग्लिमेपिराइड) की की कीमत करीब 12.74 प्रति टैबलेट निर्धारित की गई है. एसाइक्लोविर (एंटीवायरल) – 200 mg : 7.74 रुपये प्रति टैबलेट – 400 mg : 13.90 रुपये प्रति टैबलेट हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (एंटीमलेरियल) – 200 mg : 6.47 रुपये प्रति टैबलेट – 400 mg : 14.04 रुपये प्रति टैबलेट निर्धारित की गई है. ड्रग मैनुफैक्चर्स बढ़ा सकते हैं दवाइयों की कीमतें हालांकि, ड्रग मैनुफैक्चर्स WPI के आधार पर इन दवाओं के अधिकतम खुदरा कीमतों को केंद्र सरकार की बिना किसी स्वीकृति के ही बढ़ा सकते हैं.

सैम ऑल्टमैन ने पीएम मोदी की घिबली तस्वीरों पर दिया ऐसा इमोजी! इंटरनेट पर मच गया बवाल

Sam Altman on PM Modi: OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की Studio Ghibli स्टाइल में बनाई गई तस्वीरों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. पीएम मोदी की ये तस्वीरें भारत सरकार के आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म MyGov द्वारा साझा की गई थीं जिसपर सैम ऑल्टमैन ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. MyGov के एक्स पर पीएम मोदी की घिबली फोटोज को पोस्ट किया था जिसमें लिखा है, “मुख्य किरदार? नहीं, वह पूरी कहानी हैं. Studio Ghibli के स्ट्रोक्स में देखें न्यू इंडिया का अनुभव.” सैम ऑल्टमैन ने पोस्ट को किया रिशेयर 🇮🇳 https://t.co/dFtIsE32rC — Sam Altman (@sama) March 31, 2025 बता दें कि पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी की कई अनोखी तस्वीरें दिखाई गईं हैं जिनमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से हाथ मिलाने, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ पोज देने, शेर के शावकों के साथ खेलते हुए और अयोध्या में रामलला मंदिर के दर्शन करते हुए के दृश्य शामिल हैं. सैम ऑल्टमैन ने MyGov के इस पोस्ट को रीशेयर किया और भारत के झंडे का इमोजी पोस्ट किया है. सोशल मीडिया पर आ रही प्रतिक्रिया ऑल्टमैन का यह पोस्ट कुछ लोगों को पसंद आया लेकिन कुछ ने इस पर नाराजगी भी जताई. कई लोगों ने OpenAI के CEO पर यह पोस्ट शेयर करने के पीछे भारतीय यूजर्स को लुभाने का आरोप लगाया. एक यूजर ने सवाल किया, “सैम ऑल्टमैन को भारत क्यों पसंद है?” दूसरे ने लिखा, “उसे मार्केट की समझ है.” तीसरे ने पोस्ट किया, “जिस व्यक्ति ने यह स्टाइल बनाई उसे कुछ नहीं मिलता, और बाकी लोग करोड़ों कमाते हैं. कैसी दुनिया है!” ChatGPT की घिबली स्टाइल को लेकर विवाद जानकारी के लिए बता दें कि OpenAI की ChatGPT में उपलब्ध घिबली स्टाइल वैसे तो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. लेकिन अब इसको लेकर विवाद भी शुरू हो गया है. दरअसल, यह आर्टवर्क 1985 में जापानी एनिमेशन स्टूडियो Studio Ghibli द्वारा निर्मित किया गया था जिसे हायाओ मियाज़ाकी, इसाओ ताकाहाता और तोशियो सुजुकी ने स्थापित किया था. कई लोग OpenAI पर आरोप लगा रहे हैं कि वह इस आर्टवर्क से फायदा उठा रहा है जबकि Studio Ghibli को इसका कोई लाभ नहीं मिल रहा. यह भी पढ़ें: Meta ने बढ़ाई टेंशन! Facebook और Instagram यूज करने के लिए देने होंगे पैसे?

Grah Gochar in April: अप्रैल 2025 में बन रहे ये 3 खतरनाक ग्रह योग-किन राशियों को संभलना पड़ेगा?

Grah Gochar April 2025: अप्रैल महीने की शुरुआत हो चुकी है. ग्रह-नक्षत्रों के गोचर को लेकर भी यह महीना खास रहने वाला है. समय-समय पर सभी ग्रह गोचर या राशि परिवर्तन करते हैं. कई बार ग्रहों के गोचर से युति का निर्माण होता है, जिसका शुभ-अशुभ प्रभाव राशियों पर पड़ता है. अप्रैल महीने में भी ग्रहों के गोचर के बाद 3 खतरनाक योग बनेंगे, जिससे कुछ राशियों को संभलने की जरूरत है. शनि-बुध की युति: शनि फिलहाल पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में हैं. 3 अप्रैल 2025 को इसी नक्षत्र में बुध भी आ जाएंगे, जिससे शनि और बुध की युति बनेगी.किन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव- बुध-शनि की युति मीन में बनने से सिंह, वृश्चिक और मकर राशि वालों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत रहेगी. सूर्य-शनि युति: 14 मार्च से सूर्य मीन राशि में हैं और 29 मार्च को गोचर के बाद शनि भी इस राशि में आ चुखे हैं. ऐसे में 14 अप्रैल तक सूर्य और शनि की युति मीन राशि में बनी हुई है. सूर्य और शनि की युति से ग्रहण योग का निर्माण हुआ है. जोकि कुछ राशियों के लिए शुभ नहीं रहेगा.किन राशियों को सावधान रहने की जरूरत– पित-पुत्र की मीन राशि मे युति होने से मेष, सिंह, कन्या, धनु और मीन राशि वालों को सावधान रहने की जरूरत है. इस राशियों को इस समय परिवार, करियर और आर्थिक मामलों में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है. सूर्य-शुक्र-शनि युति: अप्रैल के महीने में सूर्य, शुक्र और शनि की युति मीन राशि में बन रही है. शुक्र, शनि और सूर्य की मीन राशि में युति 14 अप्रैल तक रहेगी. 14 अप्रैल को सूर्य मीन राशि से निकलकर मेष में चले जाएंगे. मीन राशि में सूर्य-शुक्र और शनि की युति से त्रिग्रही योग बना है.किन राशियों को रहना होगा सतर्क- तीन ग्रहों की युति को ज्योतिष में प्रतिकूल माना जाता है. सूर्य, शनि और शुक्र के एक साथ रहने पर शारीरिक समस्याएं पैदा होगी. वैवाहिक जीवन अशांत रहता है और नैतिकता में कमी आती है. सूर्य, शुक्र और शनि की युति के कारण 14 अप्रैल तक मीन,तुला और धनु राशि वालों को सतर्क रहने की जरूर रहेगी. शुक्र-मंगल युति: शुक्र मीन राशि में 31 मई तक रहेंगे. वहीं 29 जून तक मंगल भी इसी राशि में रहने वाले हैं. ऐसे में इस समय मीन राशि में शुक्र-मंगल का ग्रहीय संयोग बना है. ये भी पढ़ें: Rashifal 1 April 2025: आज का दिन किन राशियों के लिए रहेगा लकी, पढ़ें 1 अप्रैल का लकी राशिफलDisclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

Watch: हार्दिक पांड्या-जैस्मिन के रिश्ते पर लगी मुहर? जीत के बाद MI की बस में नजर आईं एक्ट्रेस

Hardik Pandya-Jasmin Walia: मुंबई इंडियंस ने सोमवार को कोलकाता नाइट राइडर्स को 8 विकेट से हराकर अंक तालिका में लम्बी छलांग लगाई. टीम 10वें से छठे नंबर पर आ गई है. अपना आईपीएल डेब्यू मैच खेल रहे अश्वनी कुमार ने 4 विकेट लेकर इतिहास रचा, वह आईपीएल डेब्यू में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बने. हार्दिक पांड्या की कथित गर्लफ्रेंड जैस्मिन वालिया उन्हें और टीम को चीयर करने स्टैंड में मौजूद थी लेकिन उन्हें मैच के बाद टीम की बस में भी देखा गया. आईपीएल मैचों के दौरान कई खिलाड़ियों के परिवार वाले भी स्टेडियम में आते हैं. उनके लिए बैठने की अलग व्यवस्था होती है. आईपीएल फ्रेंचाइजी होटल से स्टेडियम या एयरपोर्ट तक के सफर की लिए खिलाड़ियों की बस के साथ परिवार की बस का भी इंतजाम करती है. मुंबई इंडियंस की केकेआर पर बड़ी जीत की बाद जैस्मिन वालिया उस बस में बैठती हुई नजर आई, जिसमें प्लेयर्स के कोचिंग स्टाफ या खिलाड़ियों के परिवार वाले सफर कर रहे थे. MI की टीम बस में नजर आई जैस्मिन वालिया वीडियो में देखा जा सकता है कि जैस्मिन वालिया उस बस में चढ़ रही हैं, जिसमें मुंबई इंडियंस के खिलाड़ियों के परिवार वाले चढ़ रहे हैं. जैस्मिन से पहले दीपक चाहर की पत्नी जया भारद्वाज बस में चढ़ती नजर आ रही है. इस वीडियो को देखने के बाद सोशल मीडिया पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. 8 विकेट से जीती मुंबई इंडियंस कोलकाता नाइट राइडर्स पहले बल्लेबाजी करते हुए 116 रनों पर ऑल आउट हो गई थी. तेज गेंदबाज अश्वनी कुमार ने डेब्यू मैच में 4 विकेट लिए. लक्ष्य का पीछा करते हुए मुंबई इंडियंस ने 43 गेंद शेष रहते जीत हासिल की. रोहित शर्मा 13 रन बनाकर आउट हो गए थे. रयान रिकेल्टन ने 62 रनों की नाबाद पारी खेली. ये इस सीजन मुंबई इंडियंस की पहली जीत है. Jasmin Walia in the stands. pic.twitter.com/zhjqxxuKRM — Fantasy Cricket Pro 🏏 (Viren Hemrajani) (@FantasycricPro) March 31, 2025 नताशा से अलग होने की बाद हार्दिक का नाम जैस्मिन से जुड़ा हार्दिक पांड्या और नताशा कानूनी रूप से अलग हो गए हैं. इसके बाद हार्दिक पांड्या का नाम जैस्मिन वालिया की साथ जुड़ा था. ये खबर तब पहली बार सामने आई थी जब दोनों को एक ही समय पर ग्रीस में हॉलिडे की फोटो शेयर करते हुए देखा गया था. बैकग्राउंड से लोगों ने अंदाजा लगाया था कि हार्दिक और जैस्मिन एक साथ हॉलिडे पर हैं. इसके बाद तो कई बड़े मैचों में जैस्मिन को स्टेडियम में भी देखा गया. चैंपियंस ट्रॉफी में भारत बनाम पाकिस्तान मैच में भी जैस्मिन वालिया स्टेडियम में पहुंची थी. 

आखिर क्या होती है राजशाही, जिसे लेकर पड़ोसी मुल्क नेपाल में मचा है बवाल

What Is Monarchy: पड़ोसी मुल्क नेपाल में राजशाही को वापस लाने और हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग जोरों पर है. नेपाल काफी लंबे वक्त तक दुनिया का एकमात्र हिंदू राष्ट्र रहा है, लेकिन साल 2008 में इस व्यवस्था को खत्म कर दिया गया था. ऐसे में क्या नेपाल में फिर से राजशाही वापस आ जाएगी और हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाएगा. दरअसल जब नेपाल में लोकतंत्र आया तब इसे सेकुलर घोषित कर दिया गया था.  अब एक बार फिर से राजशाही के समर्थ आवाजें उठा रहे हैं और कह रहे हैं कि लोकतंत्र की व्यवस्था को खत्म करके फिर से सत्ता को राजा के हाथ में शाही परिवार में सौंप देना चाहिए. लेकिन आखिर ये राजशाही क्या होती है, जिसके लिए पड़ोसी मुल्क में हाहाकार मचा हुआ है.  नेपाल में कब बना पूर्णं संविधान नेपाल में चल रही राजनीतिक अनिश्चितता के बीच इसे पूर्णं संविधान बनने में और लागू करने में पूरे सात साल का समय लग गया. आखिरकार 20 सितंबर 2015 को नेपाल का संविधान लागू हुआ जो कि वहां का सातवां संविधान है. ऐसे में वहां पर राजशाही व्यवस्था पूरी तरह से खत्म होकर एक लोकतांत्रिक देश बन गया. इससे पहले नेपाल में मुखे कानून छ व्यवस्था लागू थी, जिसका अर्थ होता है कि जो राजा ने कह दिया वही कानून है. अब जानतें हैं आखिर राजशाही शासन क्या है.  क्या होती है राजशाही राजशाही जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि वह जगह जहां राजा का शासन चलता हो. राजशाही का मतलब है, ऐसी सरकार जहां एक सम्राट या राजा होता है, जो देश का मुखिया होता है. राजशाही में शासन वंशानुगत होता है. यानि राजा की मृत्यु के बाद उसका बेटा राजा बनता है. राजशाही को राजतंत्रीय शासन भी कहा जाता है. राजशाही में शासक पर किसी संविधान या कानून का कोई अंकुश नहीं होता है. राजशाही में शासक अपनी मनमानी के मुताबिक राज करता है और अपने नियम कानून चलाता है, फिर वह चाहे जनता की भलाई के लिए हों या फिर जनता का नुकसान हो रहा हो.  दो तरह की है राजशाही व्यवस्था राजशाही दो तरह की होती है- एक होती है निरंकुश राजशाही और दूसरी होती है संवैधानिक राजशाही. निरंकुश राजशाही में राजा पर किसी तरह का कोई नियंत्रण नहीं होता है. वहीं संवैधानिक राजशाही में सम्राट का अधिकार प्रतिबंधित होता है. इसमें शासक का परिवार और उनके अनुयायियों के बीच सीधा और खास रिश्ता होता है. राजतंत्रीय शासन में यह संभावना होती है कि ज्यादातर नागरिकों को समान अधिकार नहीं प्राप्त होते हैं. दुनिया में आज भी कई देशों में राजशाही व्यवस्था कायम है जैसे सऊदी अरब, ओमान, ब्रुनेई, इस्वातिनी, वेटिकन सिटी, संयुक्त अरब अमीरात के साथ-साथ 44 देशों में राजशाही व्यवस्था कायम है.

अमेरिका में 10,000 सैलरी भारत में क्या करोड़ों के है बराबर? सच्चाई जानकार रह जाएंगे दंग!

<p>अमेरिका में काम करना भारतीयों के लिए हमेशा एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है. लेकिन क्या वहां की ऊंची सैलरी का भारतीय संदर्भ में वही प्रभाव पड़ता है? अगर आपको अमेरिका में 10,000 डॉलर प्रति माह की सैलरी मिलती है, तो यह भारत में कितनी होगी? क्या यह करोड़ों के बराबर होगी या फिर खर्चों के बाद इसकी वास्तविक कीमत कुछ और होगी? आइए जानते हैं इस दिलचस्प गणना और इसके पीछे की सच्चाई!</p> <p><strong>जानिए क्या है करेंसी कनवर्जन</strong></p> <p>29 मार्च 2025 के वर्तमान एक्सचेंज रेट के अनुसार, 1 अमेरिकी डॉलर = 85.56 भारतीय रुपये है. इस हिसाब से:</p> <p>10,000 अमेरिकी डॉलर = 10,000 &times; 85.56 = 8,55,600 रुपये प्रति माह!</p> <p>यानी अमेरिका में 10,000 डॉलर कमाने वाला व्यक्ति भारत में लगभग 8.56 लाख रुपये महीना कमाता है. यह राशि पहली नजर में बहुत आकर्षक लगती है!</p> <p><strong>खरीद क्षमता का सच्चा अर्थ</strong></p> <p>लेकिन सिर्फ आंकड़ों से पूरी कहानी समझना मुश्किल है. खरीद क्षमता (Purchasing Power Parity – PPP) के हिसाब से देखें तो अमेरिका में 10,000 डॉलर की सैलरी भारत में इसकी समकक्ष राशि लगभग 3-4 लाख रुपये प्रति माह होगी.</p> <p><strong>अमेरिका में काम करने के फायदे</strong></p> <p>अमेरिका में काम करने के कई आकर्षक लाभ हैं. यहां उन्नत कार्य संस्कृति और करियर में तेजी से विकास के अवसर मिलते हैं. विश्वस्तरीय शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं, ग्लोबल नेटवर्किंग तथा अनुभव और स्किल डेवलपमेंट के मौके भी बेहतरीन होते हैं.</p> <p><strong>किन क्षेत्रों में है ज्यादा अवसर?</strong></p> <p>अमेरिका में भारतीय पेशेवरों के लिए आईटी और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, हेल्थकेयर और फार्मास्युटिकल्स, फाइनेंशियल सर्विसेज, इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर व रिसर्च और डेवलपमेंट जैसे क्षेत्रों में अच्छे अवसर मिलते हैं.</p> <p><strong>ध्यान देने योग्य बातें</strong></p> <p>विदेश में नौकरी करते समय लिविंग कॉस्ट (रहने का खर्च बहुत अधिक), टैक्स स्ट्रक्चर (25-35% टैक्स), वीजा और इमिग्रेशन नियम, लॉन्ग टर्म करियर प्लानिंग व सांस्कृतिक अंतर और एडजस्टमेंट जैसी महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान देना जरूरी है.</p> <p>अमेरिका में 10,000 डॉलर की सैलरी निश्चित रूप से एक अच्छी आय है, लेकिन वहां के खर्च और लाइफस्टाइल को ध्यान में रखते हुए इसका मूल्यांकन करना चाहिए. यह सिर्फ एक वित्तीय अवसर नहीं, बल्कि वैश्विक अनुभव और करियर विकास का एक महत्वपूर्ण मंच है.&nbsp;हर साल हजारों भारतीय पेशेवर अमेरिका में अपने सपनों को साकार करने के लिए जाते हैं. क्या आप भी इस सफर के लिए तैयार हैं?</p> <p><iframe title="YouTube video player" src=" width="560" height="315" frameborder="0" allowfullscreen="allowfullscreen" data-mce-fragment="1"></iframe></p> <p><strong>यह भी पढ़ें: <a title="NASA में सबसे छोटी पोस्ट कौन-सी, यहां कर्मचारियों को कितने साल में मिलता है प्रमोशन?" href=" target="_blank" rel="noopener">NASA में सबसे छोटी पोस्ट कौन-सी, यहां कर्मचारियों को कितने साल में मिलता है प्रमोशन?</a></strong></p>

भारत में कब लॉन्च होगा Google Pixel 9a? इस फोन की कीमत से लेकर फीचर्स तक जानें सबकुछ

Google Pixel 9a Launch Date: गूगल पिक्सल का नया फोन A सीरीज में जल्द ही लॉन्च होने जा रहा है. कंपनी ने अभी केवल इस मोबाइल फोन की लॉन्च डेट ही अनाउंस की है. भारत में Google Pixel 9a 16 अप्रैल को लॉन्च होने जा रहा है. कंपनी ने लॉन्च डेट के साथ में इस बात का खुलासा नहीं किया है कि इस फोन की डिलीवरी कब तक होगी. गूगल ने ऑफिशियल अनाउंसमेंट में कहा है कि फ्लिपकार्ट और गूगल के बाकी रिटेल पार्टनर्स से इस फोन को खरीदा जा सकता है. Google Pixel 9a की कीमत गूगल पिक्सल 9a तीन कलर ऑप्शन के साथ आने वाला है. इस फोन में लोगों को Obsidian, Porcelain और Iris ये कलर मिलने वाले हैं. वहीं अमेरिका में ये फोन चार कलर ऑप्शन के साथ लॉन्च होगा. गूगल पिक्सल 9a भारत में 8 GB रैम और 256 GB स्टोरेज के साथ आने वाला है. इस फोन की कीमत 49,999 रुपये होगी. गूगल पिक्सल 9a के फीचर्स गूगल पिक्सल 9a में 6.3-इंच की Actua pOLED डिस्प्ले मिलेगी, जिसे Gorilla ग्लास  प्रोटेक्शन के साथ दिया जाएगा. गूगल का ये डुअल सिम फोन एंड्रॉयड 15 सॉफ्टवेयर पर काम करेगा और कंपनी इस सॉफ्टवेयर और सिक्योरिटी अपडेट्स की सात साल की गारंटी दे रही है. सिक्योरिटी के लिए कंपनी ने Titan M2 को-प्रोसेसर भी लगाया है. इस फोन की 8 GB रैम और 256 GB स्टोरेज के साथ Tensor G4 SoC भी जुड़ा है. गूगल के इस फोन में 5100 mAh की बैटरी लगी है, जिसकी फास्ट चार्जिंग के लिए 23 W का चार्जर मिलता है. Google के फोन की कैमरा क्वालिटी गूगल पिक्सल 9a में डुअल रियर कैमरा लगा मिलता है, जिसमें 48 MP का प्राइमरी सेंसर और 13 MP की अल्ट्रावाइड यूनिट लगी है. गूगल के इस फोन में 13 मेगा पिक्सल का फ्रंट फेसिंग कैमरा भी मिलता है. इस फोन में कई AI फीचर्स भी दिए गए हैं, जिसमें Add Me, रीइमेजिन, मैजिक इरेजर, Photo Unblur और बेस्ट टेक शामिल हैं. यह भी पढ़ें बिल गेट्स का दावा! AI छीन लेगा ज्यादातर नौकरियां, लेकिन इन 3 पेशों में इंसानों की होगी जीत

LPG सस्ती, टोल महंगा… UPI से लेकर इनकम टैक्स तक आज से सबकुछ बदल गया, ये हैं 15 बड़े बदलाव

एक अप्रैल 2025 से नया वित्तीय वर्ष शुरू होते ही कई सारे बदलाव हो गए हैं, जिसका आपके जीवन पर सीधा असर होगा. वो चाहे बात सिलेंडर के दाम में कमी की हो या फिर बैंकिंग सिस्टम में बदलाव और पेंशन स्कीम की. ऐसे में आइये जानते हैं कि वो क्या 10 बड़े बदलाव हैं, जो नए वित्त वर्ष के पहले दिन से लागू हो गए और आपकी जेब पर उसका क्या प्रभाव पड़ने जा रहा है: 1-गैस सिलेंडर सस्ता: दिल्ली से लेकर मुंबई और चेन्नई तक गैस सिलेंडर की कीमतें कम हुई. कॉमर्शिल गैस सिलेंडर में 40 रुपये तक कमी का एलान किया गया है. जबकि, घरेलू गैस सिलेंडर पर किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ है. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत अब 1762 रुपये हो गए और इसमें 41 रुपये की कमी की गई है. जबकि कोलकाता में 44 रुपये 50 पैसे कम होने के बाद कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की नई कीमत 1868.50 रुपये हो गई है. जबकि, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतों में 42 रुपये की कटौती की गई है, जिसके बाद अब ये 1713 रुपये 50 पैसे का हो गया है. तो वहीं अगर चेन्नई की बात करें तो वहीं पर 43 रुपये 50 पैसे की कमी के बाद सिलेंडर की नई कीमत 1921 रुपये 50 पैसे हो गई है 2- 12 लाख तक आय करमुक्त नए वित्त वर्ष में अब 12 लाख रुपये तक की कमाई पर आपको कोई टैक्स नहीं देना होगा. केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए पेश बजट में वेतनभोगियों और मध्यमवर्ग को बड़ी राहत दी थी. यानी अब 12 लाख 75 हजार रुपये की आय करमुक्त होगी. 75 हजार रुपये का स्टैंडर्ड डिडक्शन मिलेगा. 3-UPS में बदलाव एक अप्रैल से यूनिफाइड पेंशन स्कीम ने पुरानी पेंशन स्कीम की जगह ले ली, जो 2024 के अगस्त में सरकार की तरफ से शुरू की गई. यूपीएस से करीब 23 लाख केन्द्रीय सरकारी कर्मचारियों पर असर होगा.  4-क्रेडिट कार्ड नियम में बदलाव नए वित्त वर्ष पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एक्सिस बैंक और आईडीएफसी ने अपने क्रेडिट कार्ड के नियमों में बदलाव का एलान किया है. नए नियम के तहत रिवॉर्ड प्वाइंट्स, फीस और अन्य बदलाव किए गए हैं, साथ ही पहले मिलने वाले कैशबैक और ऑफर्स में कटौती हुई है. 5-जेट ईंधन सस्ता हवाई यात्रा नए वित्त वर्ष में सस्ता होने की उम्मीद है. ऑयल कंपनियों ने हवाई जहाज में इस्तेमाल होने वाले ईंधन की कीमतों में कमी है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जेल ईंधन की कीमत जहां 90 हजार रुपये प्रति लीटर से कम हो गए, वहीं मुंबई में इसकी नई कीमत 84 हजार रुपये प्रति किलोलीटर से कम हुई है. हालांकि, चेन्नई और कोलकाता में एटीएफ के दाम अब भी 90 हजार किलोलीटर से ज्यादा बने हैं. 6-बैंक मिनिमम बैलेंस  मिनिमम बैंलेंस की न्यूनत राशि को सभी सरकारी बैंक जैसे- एसबीआई, केनरा और पीएनबी ने बढ़ाने का एलान किया है. हालांकि, ये न्यूनतम बैलेंस अर्बन, सेमी अर्बन और ग्रामीण इलाकों के आधार पर तय हुई है. अगर कोई खाताधारक उस न्यूनतम बैलेंस से महीने में कम रखता है तो उस पर पेनाल्टी लगेगी. 7- महंगी होगी गाड़ियां आज से गाड़ियां भी महंगी होने जा रही है. एक तरफ जहां बीएमडब्ल्यू से लेकर मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स और किया ने गाड़ियों की कीमत बढ़ाने का ऐलान किया है तो वहीं दूसरी तरफ महिन्द्रा एंड महिन्द्रा और एसयूवी ने भी इसकी कीमत बढ़ा दी है. 8- UPI नियम में चेंज बढ़ते डिजिटल ट्रांजेक्शन और उसमें यूपीआई की भूमिका को देखते हुए नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने इसकी सुरक्षा को लेकर कई नियम जारी किए. इसे एक अप्रैल से लागू कर दिया गया है, जिसके बाद फोन पे, गूगल पे के यूपीए से जुड़े बंद पड़े मोबाइल नंबरों को धीरे-धीरे हटाने का निर्देश दिए गए हैं. 9- महंगा हुआ टोल आज ने नेशनल हाईवे अथॉोरिटी ऑफ इंडिया ने टोल टैक्स महंगा कर दिया है. यानी अब पहले से ज्यादा पैसा टोल पर देना होगा. एनएचएआई ने देश के अलग-अलग टोल और नेशनल हाइवे पर अलग-अलग चार्ज को मंजूर दी है, जो लागू हो चुका है.  10-फिजिकल स्ंटाप पेपर बंद उत्तर प्रदेश में 1 अप्रैल से 10 हजार से लेकर 25 हजार रुपये के फिजिकल स्टांप पेपर को बंद कर दिया गया. डिजिटल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किए गए सरकार के इस कदम ने न सिर्फ ट्रांसपेरेंसी बढ़ेगी बल्कि ई-स्टांपिंग से लोगों को काफी सहूलियत होगी. 11- जीएसटी रुल्स में बदलाव जीएसटी यानी गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स नियमों में भी कुछ अहम बदलाव एक अप्रैल से होने जा रहा है. 180 दिनों से ज्यादा पुराने आधार दस्तावेज पर ई-वे बिल नहीं बनाए जाएंगे. साथ ही, जीएसटी पोर्टल पर मल्टी फैक्टर ऑथेंटिकेशन होगा. 12-डिजिलॉकर में बदलाव डिजिलॉकर में भी कुछ बदलाव किए गए हैं, जिसके बाद अब निवेशक डिमैट एकाउंट होल्टिंग स्टेटमेंट और कंसोलिडेटिड एकाउंट स्टेटमेंक को डिजिलॉक में रख पाएंगे. ऐसे करने के सेबी का मकसद डॉक्यूमेंट्स खोने या भूलने से बचाने के साथ निवेश प्रबंधन को आसान बनाना है. 13- होम लोन रुल्स में बदलाव आज से होम लोन के नियम भी अब बदल गए हैं. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से प्रायरिटीज सेक्टर लेंडिंग में नया नियम लागू किया, जो 2020 के पुराने नियमों को रिप्लेस करेगा. 14- म्यूचुअल फंड रुल में बदलाव आज से आपको म्यूचुअल फंड के नियम में भी बदलाव दिखेगा. सेबी के नए नियम के मुताबिक, नए फंड ऑफर के जरिए जुटाए गए फंड को 30 कारोबारी दिनों के भीतर ही निवेश करना होगा. 15-FASTag  महाराष्ट्र में कंपल्सरी अब आर्थिक राजधानी मुंबई में फास्टटैग को अनिवार्य कर दिया गया है. किसी गाड़ी पर फास्टटैग नहीं होगा तो ड्राईवर या फिर गाड़ी मालिक को दोगुने कैश देना होगा. डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इसे लागू किया गया है. हालांकि, देश के कई हिस्से में इसे पहले ही लागू कर दिया गया था. ये भी पढ़ें: नवरात्रि पर सरकार का तोहफा, दिल्ली में गैस सिलेंडर 41 रुपये सस्ता, जानें बाकी महानगरों के नए रेट

वायरल गर्ल मोनालिसा का रो-रोकर हुआ बुरा हाल, परिवार संभालता हुआ आया नजर, वीडियो वायरल

Monalisa Video Viral: वायरल गर्ल मोनालिसा सोशल  मीडिया पर छाई रहती हैं. वो आए दिन अपनी रील्स शेयर करती रहती हैं. जिसे बहुत पसंद किया जाता है. मोनालिसा का ये अंदाज उनके फैंस को बहुत पसंद आता है मगर अब पता नहीं मोनालिसा को क्या हो गया कि वो फूट-फूटकर रोने लगीं. उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वो बहुत रोती नजर आ रही हैं. इस दौरान मोनालिसा को उनका परिवार संभालता नजर आ रहा है. मोनालिसा का वीडियो हुआ वायरलवायरल वीडियो में मोनालिसा पहले एक कमरे में बैठकर किसी से बात करती नजर आ रही हैं. फिर वो जैसे ही घर से बाहर आती हैं तो वो रोने लगती हैं. विदाई के दौरान उनकी आंखों से आंसू रुकते ही नजर नहीं आ रहे हैं. उनके साथ उनके परिवार के लोग भी हैं जो उन्हें संभालते नजर आ रहे हैं. मोनालिसा के इस वीडियो पर लोग ढेर सारे कमेंट कर रहे हैं. फैंस हुए परेशानमोनालिसा को इस तरह से रोता देखकर उनके फैंस परेशान हो रहे हैं. वो वीडियो पर ढेर सारे कमेंट कर रहे हैं. वो कमेंट करके पूछ रहे हैं कि मोनालिसा को क्या हो गया है. एक ने लिखा-दुख आने के बाद खुशी आती है. वहीं दूसरे ने लिखा- ऐसा क्या हो गया जो इतना रो रही है. वहीं कुछ लोग इसे सनोज मिश्रा की गिरफ्तारी से जोड़ रहे हैं. सनोज मिश्रा की फिल्म से ही मोनालिसा डेब्यू करने जा रही हैं. सनोज मिश्रा हुए गिरफ्तारसनोज मिश्रा की फिल्म से मोनालिसा बॉलीवुड में कदम रखने जा रही हैं. मगर सनोज को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन पर एक महिला ने काम दिलाने के बहाने शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया है. पीड़िता ने आरोप लगाया है कि सनोज ने तीन बार उनका गर्भपात कराया है. पीड़िता ने बताया है कि सनोज ने उन्हें धमकी दी थी अगर उनसे शिकायत दर्ज कराई तो वो उसके अश्लील वीडियो और फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा. ये भी पढ़ें: शादी के बाद सोनाक्षी-जहीर ने मनाई पहली ईद, पार्टी में एक-दूजे का हाथ थामे पहुंचा कपल, देखें तस्वीरें