पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने जितने भी पाकिस्तानी नागरिक भारत में रह रहे थे, सभी का वीजा रद्द करके उनको वापस उनके वतन भेजने का आदेश दे दिया है. सभी पाकिस्तानी अपनो को छोड़कर बिछड़ते हुए अपने देश वापस जा रहे हैं. इस बीच सीमा हैदर की खूब चर्चा है. सोशल मीडिया पर मांग हो रही है कि बाकी पाकिस्तानी नागरिकों की तरह सीमा हैदर को भी उसके मुल्क वापस भेज दिया जाए. लेकिन सीमा हैदर को इस सख्त फैसले के बीच बड़ी राहत मिलती हुई नजर आ रही है. सीमा हैदर पर अभी पाकिस्तान लौटने का नियम लागू नहीं होता है. आखिर इसके पीछे की क्या वजह है. नेपाल के रास्ते भारत आई थी सीमा सीमा हैदर को ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा गांव में रहने वाले सचिन मीणा के साथ पबजी गेम खेलते हुए प्यार हो गया था और वह मई 2023 में नेपाल के रास्ते होकर अवैध तरीके से भारत में आई थी. वह भारत का वीजा लिए बिना ही नेपाल से भारत में दाखिल हुई थी. जब दो महीने के बाद वह वकील के पास कागजात बनवाने के लिए पहुंची तो मामला पुलिस तक पहुंच गया और बात पूरी मीडिया में फैल गई. इसके बाद पुलिस ने सीमा हैदर समेत उसके पति सचिन मीणा और उसके पिता को भी गिरफ्तार कर लिया था. क्यों नहीं जा सकती पाकिस्तान अब तीनों को जमानत तो मिली, लेकिन शर्तों के साथ. सीमा ने बिना वीजा के भारत में घुसने की जो गलती थी, उसका ही उसे फायदा मिल रहा है. अवैध तरीके से भारत में घुसने, गिरफ्तारी और मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है, जिसका वजह से फिलहाल सीमा हैदर को पाकिस्तान वापस नहीं जाना है. इसे ऐसे समझा जा सकता है कि जिस तरीके से भारत की जेलों में पाकिस्तानी नागरिक सजा पूरी होने तक बंद हैं, उसी तरीके से कोर्ट का अंतिम फैसला आने तक सीमा भारत में ही रहेगी. उसकी नागरिकता भी राष्ट्रपति के पास लंबित है. कुछ दिन पहले वायरल हुआ था सीमा का वीडियो कुछ दिन पहले सीमा हैदर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें उसने पीएम मोदी और सीएम योगी से गुहार लगाई थी. सीमा ने कहा था, मैं पाकिस्तान की बेटी थी, लेकिन अब भारत की बहू हूं. मैं प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करती हूं कि मुझे भारत में रहने दिया जाए. यह भी पढ़ें: क्या पाकिस्तान के लाहौर तक जाकर वापस लौट सकता है फाइटर प्लेन? इतनी होती है फ्लाइंग रेंज
Day: May 1, 2025
पाकिस्तान भेजे जा रहे एक परिवार की तरफ से SC में याचिका, निर्वासन पर रोक की मांग की
<p style="text-align: justify;">जम्मू-कश्मीर से पाकिस्तान डिपोर्ट किए जा रहे 6 लोगों के एक परिवार की तरफ से सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया है. याचिका में कहा गया है कि उनके पास आधार, पैन कार्ड, पासपोर्ट जैसे दस्तावेज हैं. याचिकाकर्ता की तरफ से जस्टिस सूर्य कांत की अध्यक्षता वाली बेंच के सामने मामला रखा गया. उन्होंने शुक्रवार को सुनवाई की बात कही.</p> <p style="text-align: justify;">बेंगलुरु में रह कर नौकरी कर रहे अहमद तारिक बट ने कहा है कि उन्हें और उनके परिवार के बाकी 5 सदस्यों को श्रीनगर के फॉरेन रजिस्ट्रेशन ऑफिस से पाकिस्तान जाने का नोटिस मिला. 29 अप्रैल को 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. अब उन्हें भारत-पाकिस्तान सीमा पर ले जाया गया है. वहां से उन्हें किसी भी समय पाकिस्तान भेज दिया जाएगा.</p> <p style="text-align: justify;">अहमद तारिक बट ने अपने पिता मशकूर बट, मां नुसरत बट, बड़ी बहन आयशा तारिक बट, छोटे भाई अबूबकर बट और दूसरे छोटे भाई उमर बट की गिरफ्तारी को अवैध बताया है. याचिका में कहा गया है कि 1997 में मशकूर बट पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मीरपुर से भारत आए थे. 2000 में परिवार के बाकी सदस्य भी भारत आ गए. तब से वह लोग श्रीनगर में रह रहे हैं.</p> <p style="text-align: justify;">याचिकाकर्ता ने कहा है कि उन्होंने, उनकी बहन और भाइयों ने श्रीनगर के स्कूल में पढ़ाई की. उन्होंने आईआईएम केरल से एमबीए की डिग्री ली और बेंगलुरु में नौकरी की. वह अभी भी बेंगलुरु में रहते हैं. उनके परिवार के सदस्यों के पास आधार कार्ड और पैन कार्ड जैसे दस्तावेजों के अलावा भारतीय पासपोर्ट भी है. इस तरह अचानक उन्हें गैर-भारतीय बता कर पाकिस्तान भेजना गलत है.</p> <p style="text-align: justify;">याचिकाकर्ता ने अपने परिवार को भेजे गए नोटिस को निरस्त करने और गिरफ्तारी को अवैध करार देने की मांग की है. सुप्रीम कोर्ट में हुई संक्षिप्त सुनवाई के दौरान जस्टिस सूर्य कांत की अध्यक्षता वाली बेंच ने उनके वकील को शुक्रवार, 2 मई को अपनी बात रखने को कहा. जस्टिस सूर्य कांत ने वकील को सलाह दी कि वह जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट के उस आदेश को देखें जिसमें इसी तरह के मामले में एक परिवार के भारत से निर्वासन पर रोक लगाई गई है.</p> <p style="text-align: justify;"> </p> <p style="text-align: justify;"><strong>यह भी पढ़ें:-</strong><br /><strong><a href=" भारत के 100 जवानों ने 700 पाकिस्तानियों को चटाई धूल, मेजर सोमनाथ शर्मा ने बडगाम में दिलाई थी जीत</a></strong></p>
PAK सेना के एजेंट मोहम्मद यूनुस से छीन लो नोबल प्राइज! बांग्लादेश की इस मुस्लिम हस्ती ने कर दी
Muhammad Yunus News: बांग्लादेश की निर्वासित लेखिका तस्लीमा नसरीन ने मोहम्मद यूनुस सरकार पर एक बार फिर निशाना साधा है. उन्होंने यूनुस के नोबेल शांति पुरस्कार को वापस लिए जाने की अपील की है. तस्लीमा नसरीन ने मोहम्मद यूनुस पर सत्ता का दुरुपयोग, भ्रष्टाचार और मानवाधिकार उल्लंघन के गंभीर आरोप लगाए हैं. तसलीमा नसरीन ने नोबेल कमेटी को लिखा पत्र तसलीमा नसरीन ने एक्स पर पोस्ट कर बताया है कि उन्होंने नॉर्वेजियन नोबेल कमेटी को एक पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने लिखा, “मैं जानती हूं कि एक बार नोबेल शांति पुरस्कार दिए जाने के बाद उसे वापस नहीं लिया जा सकता, लेकिन कृपया विचार करें कि क्या असाधारण परिस्थितियों में ऐसा संभव है? आपने बांग्लादेश के मुहम्मद यूनुस को नोबेल शांति पुरस्कार दिया, लेकिन उन्होंने शांति के लिए एक भी काम नहीं किया.” तसलीमा नसरीन ने आरोप लगाया कि मोहम्मद यूनुस ने ग्रामीण बैंक में रहते हुए टैक्स की चोरी की और बैंक के विदेशी फंड का इस्तेमाल अपने व्यवसाय शुरू करने में किया. उन्होंने कहा कि जब माइक्रोलोन लेने वाली महिलाएं ब्याज के साथ रकम नहीं चुका पाईं तो ग्रामीण बैंक के कर्मचारियों ने उनके घरों को तोड़ दिए. ऐसे शख्स को कैसे शांति का प्रतीक माना जा सकता है. यूनुस को बताया पाकिस्तान का एजेंट लेखिका तस्लीमा नसरीन ने मोहम्मद यूनुस को 1971 में पराजित हुई पाकिस्तानी सेना का एजेंट बताया. उन्होंने कहा कि मोहम्मद यूनुस जिहादी उग्रवादियों के साथ गठबंधन करके बांग्लादेश में अवैध रूप से सत्ता पर कब्जा कर रखा है. उन्होंने कहा, “पिछले नौ महीनों में उसके आदेश पर विपक्षी नेता और अल्पसंख्यक हिंदुओं को मार दिया गया है. उनके घरों को जला दिया गया और नष्ट कर दिया गया है. कई लोगों को गलत तरीके से कैद किया गया है.” तस्लीमा ने कहा, “यूनुस पड़ोसी देश भारत के खिलाफ युद्ध की तैयारी कर रहे हैं. बांग्लादेश में भारत के खिलाफ युद्ध करने की बिल्कुल भी क्षमता नहीं है फिर भी अपने भ्रम में वे देश में लाखों लोगों की मौत के मुंह में धकेल रहे हैं. जिहादी आतंकवादियों के हमलों के कारण उद्योग बंद हो गए, आर्थिक स्थिति भयावह होने जा रही है, लेकिन यूनुस को कोई चिंता नहीं है. उनका बांग्लादेश में चुनाव कराने का भी कोई इरादा नहीं है. उनके साथी (पाकिस्तान) देश को लूटने में वयस्त हैं.” ‘मोहम्मद यूनुस ने शांति के लिए कुछ नहीं किया’ लेखिका तस्लीमा नसरीन ने आरोप लगाया, मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश को आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक रूप से एक भयानक संकट में धकेल रहे हैं. उनके दिल में नफरत और प्रतिशोध है. उनका व्यवहार असभ्य, बर्बर और क्रूर है. वे विपक्षी लोगों को मार डालना चाहते हैं. उन्हें शांति कायम करने की कोई इच्छा नहीं है. इन नौ महीनों में एक दिन के लिए भी देश में शांति नहीं रही ओर इन्हें नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया. कृपया उनका नोबेल पुरस्कार वापस लेकर शांति के पक्ष में एक मिसाल कायम करें.
पाकिस्तान एयरस्पेस बंद होने से भारतीय एयरलाइंस को भारी नुकसान, लग रही अरबों रुपए की चपत
Indian Airlines: भारतीय एयरलाइंस को पाकिस्तान के साथ बढ़े तनाव के बीच देश के उत्तरी शहरों से संचालित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए हर हफ्ते 77 करोड़ रुपये का अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ सकता है. हवाई क्षेत्र पर लगी रोक के कारण विमानन ईंधन की खपत बढ़ने और उड़ान की अवधि लंबी होने के कारण ऐसा होगा. 306 करोड़ रुपये से ज्यादा हो रहे खर्च विदेशी उड़ानों की संख्या और उड़ान अवधि बढ़ने के साथ ही अनुमानित खर्चों के बारे में पीटीआई-भाषा के एक विश्लेषण से पता चला कि एयरलाइंस की अतिरिक्त मासिक परिचालन लागत 306 करोड़ रुपये से ज्यादा हो सकती है. पहलगाम आतंकी हमले के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. इस बीच पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि वह भारतीय एयरलाइंस को अपने हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करने से रोक देगा. 1.5 घंटे से ज्यादा लग रहा वक्त वैकल्पिक उड़ान मार्ग अपनाने से दिल्ली और उत्तर भारतीय शहरों से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए 1.5 घंटे तक का अतिरिक्त समय लग रहा है. इसकी वजह से विमानन ईंधन की खपत भी बढ़ गई है. वाणिज्यिक क्षेत्र में व्यापक अनुभव रखने वाले एयरलाइन उद्योग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उत्तरी अमेरिका की 16 घंटे की उड़ान के लिए अब करीब 1.5 घंटे का समय और लगेगा. इस 1.5 घंटे की अतिरिक्त उड़ान पर करीब 29 लाख रुपये की लागत आएगी. इसी तरह, यूरोप के लिए नौ घंटे की उड़ान पर भी करीब 1.5 घंटे का अतिरिक्त समय लगेगा और इस पर लागत करीब 22.5 लाख रुपये बढ़ जाएगी. अधिकारी ने बताया कि पश्चिम एशिया की उड़ानों के मामले में अतिरिक्त समय करीब 45 मिनट होगा और इसके चलते लागत करीब पांच लाख रुपये बढ़ जाएगी. वीक में 800 से ज्यादा उड़ानें संचालित करती हैं एयरलाइंस विमानन विश्लेषण फर्म सिरियम के मुताबिक, भारतीय विमानन कंपनियां अप्रैल में विभिन्न अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए एकतरफा 6,000 से ज्यादा उड़ानें संचालित करने वाली हैं. इन आंकड़ों के मुताबिक भारतीय एयरलाइंस उत्तर भारतीय शहरों से उत्तरी अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप और पश्चिम एशिया सहित विदेशी गंतव्यों के लिए 800 से ज्यादा साप्ताहिक उड़ानें संचालित करती हैं. इस तरह एक महीने में दोनों तरफ की 3,100 से ज्यादा उड़ानें होती हैं, और साप्ताहिक आधार पर यह संख्या लगभग 800 है. विश्लेषण के अनुसार कुल अतिरिक्त मासिक खर्च लगभग 307 करोड़ रुपये और साप्ताहिक आधार पर 77 करोड़ रुपये होगा. ये आंकड़े मोटे अनुमान पर आधारित हैं. यह भी पढ़ें – Draupadi Murmu Shimla Visit: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का हिमाचल दौरा क्यों हुआ स्थगित? जानें पाकिस्तान से इसका कनेक्शन
टेस्ला के सीईओ पद से होगी एलन मस्क की छुट्टी, रिपोर्ट में दावा, चेयरमैन ने कर दिया साफ
<p>टेस्ला मोटर्स के चेयरमैन रॉबिन डेनहोम ने उन मीडिया रिपोर्ट्स को सिरे से खारिज कर दिया है जिनमें दावा किया गया था कि कंपनी एलन मस्क की जगह किसी नए सीईओ की तलाश कर रही है. डेनहोम ने इन खबरों को ‘बिलकुल झूठा’ और ‘गलत जानकारी’ बताया है.</p> <p>दरअसल, वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि जब मस्क ट्रंप प्रशासन से जुड़े कामों में व्यस्त थे, तब टेस्ला की बिक्री और मुनाफे में गिरावट आई. इसी वजह से बोर्ड ने मस्क के ऑप्शन पर विचार करना शुरू कर दिया और सीईओ पद के लिए रिक्रूटमेंट फर्मों से संपर्क किया.</p> <p><strong>बोर्ड को है मस्क पर पूरा भरोसा </strong></p> <p>हालांकि, रॉबिन डेनहोम ने इस रिपोर्ट को खारिज करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर साफ कहा कि टेस्ला बोर्ड ने कभी भी नए सीईओ की तलाश नहीं की और ना ही किसी भर्ती एजेंसी से संपर्क किया गया. उन्होंने कहा, ‘यह पूरी तरह गलत है (और रिपोर्ट छपने से पहले मीडिया को यह जानकारी दी गई थी). एलन मस्क टेस्ला के सीईओ हैं और बोर्ड को उनकी नेतृत्व क्षमता पर पूरा भरोसा है.'</p> <p>एलन मस्क ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, ‘डब्ल्यूएसजे पत्रकारिता को बदनाम करता है.'</p> <p><strong>कंपनी की आमदनी में गिरावट</strong></p> <p>टेस्ला ने हाल ही में अपनी पहली तिमाही के नतीजे जारी किए, जिसमें कंपनी की आमदनी और मुनाफा दोनों में गिरावट देखी गई. टेस्ला की कुल आय पिछले साल की तुलना में 9% गिरकर 19.34 अरब डॉलर रही, जबकि शुद्ध मुनाफा 71% घटकर 409 मिलियन डॉलर पर पहुंच गया.</p> <p>कंपनी ने इस गिरावट के पीछे अपने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स में अपग्रेड को जिम्मेदार बताया है, ताकि नए मॉडल Y SUV को तैयार किया जा सके. मस्क ने कहा कि वह जल्द ही अपना ज़्यादातर समय फिर से टेस्ला को देंगे. इसके बाद कंपनी के शेयरों में फिर से तेजी आई.</p> <p>फिलहाल टेस्ला ने इस साल की ग्रोथ को लेकर कोई अनुमान नहीं दिया है और कहा है कि दूसरी तिमाही में 2025 के आउटलुक पर विचार किया जाएगा.</p>
मुकेश अंबानी के पालतू कुत्ते Happy की मौत पर वायरल हो रहे ये इमोशनल पोस्ट
Mukesh Ambani Pet Dog: मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी की शादी में तमाम सितारों ने जमकर लाइम लाइट लूटी. हर तरफ सिर्फ सितारे ही सितारे थे, फिर चाहे वो बॉलीवुड के तीन खान हों या पिर हॉलीवुड सेलेब्स… हर किसी ने इस ग्रैंड फंक्शन में अपना जलवा बिखेरा. हालांकि इस शादी में एक कुत्ते ने भी जमकर कैमरों का अटेंशन अपनी तरफ खींचा, ये कुत्ता मुकेश अंबानी का पालतू कुत्ता हैप्पी था. हैप्पी को इस शादी के दौरान अंबानी परिवार के साथ कई बार खेलते हुए देखा गया. अब अंबानी के इस पालतू कुत्ते की मौत हो गई है, जिसकी जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर की गई है. हैप्पी के वीडियो हो रहे शेयरअंबानी परिवार के नाम से चल रहे कई सोशल मीडिया हैंडल्स से ये फोटो और पोस्ट शेयर किए जा रहे हैं. @ambani_update नाम के इंस्टाग्राम हैंडल से इसका वीडियो शेयर किया गया है और बताया गया है कि हैप्पी अब हमारे बीच नहीं रहा. एक दूसरी पोस्ट में लिखा गया कि डियर हैप्पी तुम हमेशा हमारे दिल में रहोगे. जो वीडियो शेयर किए जा रहे हैं, उनमें से ज्यादातर अंबानी परिवार के ग्रैंड फंक्शन यानी अनंत अंबानी की शादी के हैं. इस फंक्शन के लिए हैप्पी की अलग से प्यारी सी ड्रेस भी तैयार की गई थी. अंबानी परिवार का था खास लगावसोशल मीडिया पोस्ट में ये भी बताया जा रहा है कि इस पालतू कुत्ते का अंबानी परिवार से काफी ज्यादा जुड़ाव था, इसे पूरा परिवार पसंद करता था और इसके साथ खेलता था. ये गोल्डन रिट्रीवर ब्रीड का कुत्ता था. बताया जा रहा है कि इसकी उम्र हो गई थी, जिसके चलते हैप्पी की मौत हो गई. यूजर्स ने भी जताया दुखइस पोस्ट को लेकर यूजर्स भी लगातार दुख जता रहे हैं. कुछ यूजर्स पूछ रहे हैं कि हैप्पी की उम्र कितनी थी और उसकी मौत कैसे हुई. वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो अपना दर्द बयां कर रहे हैं. उनका कहना है कि अपनी किसी प्यारी चीज को खोना काफी दुख वाली बात है. सभी हैप्पी की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. ये भी पढ़ें – क्लाइंट को गलती से बोल दिया I love You, फिर उसका जवाब हो गया वायरल
Weekly Tarot Horoscope: मेष से मीन राशि वालों के लिए 05 मई से शुरू हो रहा नया सप्ताह कैसा रहेगा
Weekly Tarot Horoscope 5-11 May 2024: मई का पहला वीक सभी 12 राशियों के लिए कैसा रहेगा. साथ ही टैरो कार्ड एक्सपर्ट से जानें नए वीक का लकी कलर, टिप ऑफ़ द वीक, लकी नंबर, लकी डे के साथ पढ़ें पूरे सप्ताह का टैरो कार्ड राशिफल (Tarot Saptahik Rashifal)- मेष (March21-April19)- इस सप्ताह आपका लकी कलर है सी ग्रीन, लकी नंबर है 8, लकी डे है मंगलवार और टिप ऑफ द वीक- लाइफ चेंजिंग ऑपर्च्युनिटी आएगी,सतर्क रहें, लक स्ट्रॉन्ग रहेगा. वृषभ (April20-May20)- इस सप्ताह आपका लकी कलर है पर्पल , लकी नंबर है 7 , लकी डे है रविवार और टिप ऑफ द वीक- दूसरों से ईर्ष्या ना करें, अपने काम पर फोकस करें . मिथुन (May21-June20)- इस सप्ताह आपका लकी कलर है येलो , लकी नंबर है 7, लकी डे है सोमवार और टिप ऑफ द वीक- अपने वैल विशर्स की सलाह मानें, ज़िद ना करें. कर्क (June21-July22)- इस सप्ताह आपका लकी कलर है व्हाइट , लकी नंबर है 4 , लकी डे है बुधवार और टिप ऑफ द वीक- धैर्य बनाए रखने की आवश्यकता है, जीवन में कोई बड़ा बदलाव आएगा. सिंह (July23-August22)- इस सप्ताह आपका लकी कलर है पिंक, लकी नंबर है 3 , लकी डे है शुक्रवार और टिप ऑफ द वीक- किसी फीमेल को उपहार दें, किस्मत चमकेगी. कन्या (August23-September22)-इस सप्ताह आपका लकी कलर है रैड , लकी नंबर है 1, लकी डे है सोमवार और टिप ऑफ द वीक- कोई भी नया काम शुरू करने के लिए समय अनुकूल है. तुला (September23-October22)-इस सप्ताह आपका लकी कलर है ब्लू, लकी नंबर है 5, लकी डे है बुधवार और टिप ऑफ द वीक- हाइड्रेटेड रहें, खर्चों पर कंट्रोल रखें. वृश्चिक (October23-November21)- इस सप्ताह आपका लकी कलर है व्हाइट/सिल्वर, लकी नंबर है 2 , लकी डे है मंगलवार और टिप ऑफ द वीक- कोई बड़ा इन्वेस्टमेंट अभी ना करें, गुस्से से बचें. धनु (November22-December21)-इस सप्ताह आपका लकी कलर है ग्रीन , लकी नंबर है 5 , लकी डे है शुक्रवार और टिप ऑफ द वीक- लाइफ में कोई चेंज आएगा, आपकी एडवाइस से लोगों का फायदा होगा. मकर (December22-January19)-इस सप्ताह आपका लकी कलर है पर्पल, लकी नंबर है 7, लकी डे है रविवार और टिप ऑफ द वीक- शिव जी की पूजा से लाभ होगा. कुंभ (January20-February18)- इस सप्ताह आपका लकी कलर है ग्रे , लकी नंबर है 6, लकी डे है शनिवार और टिप ऑफ द वीक- किसी को नीचा ना दिखाएं,मन शांत रखने का प्रयास करें. मीन (February19-March20)- इस सप्ताह आपका लकी कलर है ऑरेंज, लकी नंबर है 1 , लकी डे है गुरुवार और टिप ऑफ द वीक- काम के लोड के कारण हेल्थ रिलेटेड प्रॉब्लम आ सकती है. अपने लिए समय निकालें. मई 2025 में इन राशियों की लग सकती है लॉटरी, चमकेगी किस्मत मिलेगा भाग्य का साथ
श्रीनगर का आदि शंकराचार्य मंदिर क्यों कहलाता है सुलेमान का तख्त ?
Adi Shankracharya Mandir: लंबे समय से मुस्लिम-बहुल क्षेत्र के तौर पर जाना जाता कश्मीर कभी पूरी तरह से हिंदू आबादी वाला था. फिर एक वक्त ऐसा आया कि पूरे के पूरे सूबे की डेमोग्राफी बदलने लगी. ब्राह्मणों ने भी धर्म बदलकर इस्लाम को अपना लिया. कश्मीर के श्रीनगर की पहाड़ी में एक ऐसा मंदिर भी है जो आदि शंकराचार्य को समर्पित है लेकिन यहां के मुस्लिम इसे हजरत सुलेमान का सुलेमानी तख्त मानते हैं, आइए जानें क्या है इसकी कहानी. कश्मीर में आदि शंकराचार्य का तप स्थल आदि शंकराचार्य को भारत में हिन्दू धर्म को पुनर्जीवित करने के लिए जाना जाता है. शंकराचार्य ने देश के कोने-कोने में भ्रमण करके लोगों को जागृत किया, विद्वानों से शास्त्रार्थ किया, ताकि वे वैदिक धर्म को बढ़ा सकें. इसी दौरान वे कश्मीर भी गए, जो उस समय आध्यात्मिक, धार्मिक और ज्ञान की दृष्टिकोण से एक अहम् केंद्र हुआ करता था. यहां पर्वतमाला पर पहाड़ी की चोटी पर स्थित एक प्रसिद्ध शिव मंदिर है, कहा जाता है कि यहां आदि शंकराचार्य ने आकर साधना की थी. इसे शंकराचार्य की तप स्थली भी कहा जाता है. आदि शंकराचार्य ने जेष्ठस्वर मंदिर के प्रांगण में डेरा डाल शिव की साधना की थी. उनके ज्ञान और साधना से प्रभावित होकर कश्मीरी विद्वानों, संत-महात्माओं ने सम्मान स्वरूप संधिमान पर्वत और मंदिर का नामकरण शंकराचार्य पर्वत और शंकराचार्य मंदिर कर दिया. क्यों मुस्लिम इसे कहते हैं ‘तख्त ए सुलेमान’ ? हिंदू धर्म के लोगों के लिए बेशक ये मंदिर शंकराचार्य का तप स्थल है लेकिन यहां के मुस्लिम इसे हजरत सुलेमान का तख्त मानते हैं. उनके अनुसार एक बार हजरत सुलेमान हवा में उड़ते हुए कश्मीर का दौरा कर रहे थे. ये इलाका पानी से भरा था. आमजन की कोई बस्ती नहीं थी, तब हजरत सुलेमान ने जिन्नातों को हुक्म दिया किइस जगह से पानी हटाया जाए और इसे रहने लायक जगह बनाएं. कहते हैं सुलेमान यहां जिस पर्वत पर उतरे थे उसे सुलेमानी तख्त कहा जाता है. वट सावित्री व्रत 2025 आने वाला है, स्त्रियां पति की लंबी आयु के लिए रखती हैं व्रत, नोट करें डेट Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
अमेरिका के व्हाइट हाउस की तरह क्या भारत के राष्ट्रपति भवन में भी बना है कोई परमाणु बंकर?
पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते काफी खराब हो चुके हैं. भारत सरकार लगातार पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठा रही है. दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं, चलिए आपको बताते हैं कि क्या अमेरिका के व्हाइट हाउस की तरह भारत के राष्ट्रपति भवन में भी कोई बंकर बना है. भारत में राष्ट्रपति देश का प्रथम नागरिक होता है, इसके अलावा वह तीनों सेनाओं का कमांडर भी होता है. भारत में राष्ट्रपति जिस आवास में रहते हैं उसे राष्ट्रपति भवन के नाम से जाना जाता है. राष्ट्रपति भवन की सुरक्षा काफी कड़ी होती है. हालांकि, भारत के राष्ट्रपति भवन में कोई बंकर बना है या नहीं इसकी कोई सार्वजनिक रूप से पुष्टि नहीं की गई है. सुरक्षा कारणों के चलते राष्ट्रपति और राष्ट्रपति भवन के बारे में काफी जानकारी को सार्वजनिक तौर पर नहीं उपलब्ध कराया जाता है. कुछ जानकारी गोपनीय रखी जाती है. भारत में राष्ट्रपति की सुरक्षा में राष्ट्रपति के अंगरक्षक होते हैं जो भारत की एक पुरानी और वरिष्ठतम कैवेलरी रेजिमेंट है जो हमेशा राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति की सुरक्षा में तैनात रहती है. राष्ट्रपति भवन की सुरक्षा में दिल्ली पुलिस, विशेष सुरक्षा समूह और अन्य खुफिया एजेंसियां भी शामिल हैं. अमेरिका में राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए अत्यधिक गोपनीय और सुरक्षित बंकर बनाए गए हैं, जिससे किसी भी आपात स्थिति में अमेरिका के राष्ट्रपति को सुरक्षित रखा जा सके. इन बंकरों का उपयोग परमाणु, जैविक, या आतंकवादी हमले की स्थिति में राष्ट्रपति को सुरक्षित रखने के लिए किया जाता है. कई मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात का दावा किया गया है कि George Floyd की मौत के बाद हो रहे प्रदर्शन के दौरान ट्रंप के पिछले कार्यकाल के दौरान इस बंकर का इस्तेमाल किया गया था. Published at : 01 May 2025 04:33 PM (IST) जनरल नॉलेज फोटो गैलरी जनरल नॉलेज वेब स्टोरीज
हिंदी में नहीं मिले ज्यादा शो, फिर भी ‘रेड 2’ पर भारी पड़ी ‘रेट्रो’, जानें पहले दिन की कमाई
Retro Box Office Collection Day 1: साल 2024 में मच अवेटेड फिल्म कंगुवा लेकर आए थे साउथ के सिंघम यानी सूर्या. बढ़िया ओपनिंग मिलने के बावजूद फिल्म बॉक्स ऑफिस पर असफल साबित हुई क्योंकि इसका बजट ही करीब 350 करोड़ रुपये था. अब साल 2025 में सूर्या फिर से आ चुके हैं और इस बार उन्होंने ऐसी फिल्म चुनी है जिसका बजट इतना कम है कि इसका एक बहुत बड़ा हिस्सा फिल्म पहले वीकेंड में ही निकाल लेगी. सूर्या और पूजा हेगड़े की फिल्म का ट्रेलर आने के बाद से ही बज था. इस तमिल फिल्म के साथ तेलुगु में नानी की हिट द थर्ड केस और हिंदी में अजय देवगन की रेड 2 भी रिलीज हुई हैं. ऐसे में भी फिल्म ने ओपनिंग डे पर बढ़िया कलेक्शन किया है. यहां जानते हैं कि फिल्म ने पहले दिन कितनी कमाई की है. रेट्रो का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कार्तिक सुब्बाराज के डायरेक्शन में बनी रेट्रो ने सैक्निल्क के मुताबिक, पहले दिन 4:20 बजे तक 11.77 करोड़ रुपये कमा लिए हैं. बता दें कि सैक्निल्क पर उपलब्ध ये डेटा फाइनल नहीं है. इसमें बदलाव हो सकता है. 2025 में सबसे ज्यादा ओपनिंग लेने वाली टॉप फिल्मों में शामिल हुई रेट्रो साल 2025 में आई तमिल फिल्मों में सबसे बढ़िया ओपनिंग लेने वाली टॉप फिल्मों में अजित कुमार की दो फिल्में शामिल हैं. पहले नंबर पर जाट के साथ रिलीज हुई गुड बैड अग्ली है जिसने ओपनिंग डे पर 29.25 करोड़ रुपये कमाए थे. दूसरे नंबर पर विदामुयार्ची 27 करोड़, तीसरे नंबर पर ड्रैगन है जिसने 5.4 करोड़ रुपये कमाए हैं. शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक, अब रेट्रो इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर पहुंच चुकी है. फाइनल डेटा आने के बाद पता चलेगा कि फिल्म ने टॉप 3 में ही रहेगी या फिर अजित कुमार की दोनों फिल्मों का रिकॉर्ड तोड़ देगी. हिंदी में नहीं मिले ज्यादा शो: रेड 2 से पहुंच रहा नुकसान? साउथ फिल्मों की कमाई का बड़ा हिस्सा हाल-फिलहाल में हिंदी बेल्ट के दर्शकों की जेब से भी जाता है. हालांकि, रेड 2 की रिलीज की वजह से और जाट-केसरी 2 के पहले से सिनेमाघरों में होने की वजह से रेट्रो और नानी की हिट द थर्ड केस दोनों को हिंदी में ज्यादा शोज नहीं मिले हैं और जो मिले भी हैं वो सिंगल स्क्रीन्स में ही मिले हैं. यानी अब सिंगल स्क्रीन के दर्शकों पर डिपेंड करता है कि फिल्म की हिंदी से कमाई आने वाली दिनों में कितनी होती है. खैर इसके बावजूद रेट्रो का ओपनिंग डे कलेक्शन अजय देवगन की रेड 2 से ज्यादा है. रेट्रो का बजट और स्टारकास्ट रेट्रो का बजट बहुत ज्यादा नहीं है. इंडिया टाइम्स के मुताबिक, इसे सिर्फ 60 करोड़ में बनाया गया है. जिसका एक बहुत बड़ा हिस्सा फिल्म ने पहले ही दिन निकाल लिया है. ट्रेड एनालिस्ट मनोबाला वियजन के मुताबिक, फिल्म अगर 120 करोड़ रुपये कमा लेती है तो ये हिट साबित हो जाएगी. ऐसे में अगले दो दिनों में अगर पॉजिटिव वर्ड ऑफ माउथ मिलता है तो फिल्म के बिजनेस के लिए ये बेहतर हो सकता है. रेट्रो के बारे में रेट्रो को जिगरथंडा और पेट्टा जैसी फिल्में बनाने वाले डायरेक्ट कार्तिक सु्ब्बाराज ने डायरेक्ट किया है. फिल्म में सूर्या के साथ पूज हेगड़े ने भी अहम रोल निभाया है. इसके अलावा, फिल्म में प्रकाश राज, जयराम और नासर भी हैं. फिल्म की कहानी एक गैंगस्टर के इर्द-गिर्द घूमती है जो अपनी बीवी से प्रॉमिस करने के बाद शांति से जिंदगी बिताना चाहता है.