महाराष्ट्र लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद भाजपा ने शिवसेना (बालासाहेब) के मुखिया व पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे की तारीफ करना शुरू कर दिया है। भाजपा के नेता चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि उद्धव ठाकरे बीमार थे, लेकिन फिर भी उन्होंने चुनाव के दौरान काफी मेहनत की।
By Anurag Mishra
Publish Date: Tue, 11 Jun 2024 03:49:39 PM (IST)
Up to date Date: Tue, 11 Jun 2024 05:32:12 PM (IST)
डिजिटल डेस्क, इंदौर। महाराष्ट्र लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद भाजपा ने शिवसेना (बालासाहेब) के मुखिया व पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे की तारीफ करना शुरू कर दिया है। भाजपा के नेता चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि उद्धव ठाकरे बीमार थे, लेकिन फिर भी उन्होंने चुनाव के दौरान काफी मेहनत की। उनकी इस मेहनत का फायदा कांग्रेस और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) को हुआ है।
उद्धव ठाकरे समझें अपना नुकसान
पाटिल ने आगे कहा कि महाराष्ट्र लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद यह स्पष्ट हो गया कि एनसीपी (शरदचंद्र पवार) व कांग्रेस ने उनकी मेहनत का पूरा लाभ लिया। आप तुलना कीजिए कि ठाकरे भाजपा के साथ चुनाव लड़े थे तब उनके 18 सांसद जीतकर दिल्ली पहुंचे थे। अब वह कांग्रेस और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के साथ लड़े तो सिर्फ नौ पर ही सिमट कर रह गए। उनको आधे सांसदों का नुकसान उठाना पड़ा। उनको अब यह समझने की जरूरत है।
केवल नौ सीटों पर जीती ठाकरे की शिवसेना
उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) ने महाराष्ट्र में कांग्रेस व एनसीपी (शरदचंद्र पवार) से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ा था। 48 लोकसभा सीटों में से 21 पर ताल ठोंकी थी, लेकिन केवल नौ सीट ही जीत पाई। कांग्रेस केवल 17 सीटों पर लड़ी, लेकिन जीती 13 सीटें। सांगली में कांग्रेस से बागी होकर एक नेता ने शिवसेना (यूबीटी) के खिलाफ निर्दलीय ही चुनाव लड़ा। उसने जीत हासिल कर कांग्रेस को अपना समर्थन दे दिया। एनसीपी (शरदचंद्र पवार) का स्ट्राइक रेट और भी अच्छा रहा। उसने केवल 10 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन आठ पर जीत गई।