काम की तलाश में उज्जैन पहुंचे आदिवासी दंपति को आरोपितों ने काम का झांसा देकर साथ ले गए। आरोपितों ने दोनों को खेत पर चौकीदारी के लिए रखने की बात की और पति को सामान के लिए भेजने के बाद महिला से दुष्कर्म किया। दोनों आरोपितों को पुलिस ने पकड़ लिया है।
By Neeraj Pandey
Publish Date: Fri, 21 Jun 2024 02:17:07 AM (IST)
Up to date Date: Fri, 21 Jun 2024 02:17:07 AM (IST)
HighLights
- आरोपितों ने महिला को काम दिलाने का दिया झांसा
- खेत पर चौकीदारी के लिए ले गए और किया सामूहिक दुष्कर्म
- पुलिस के धर-पकड़ के दौरान घायल हुए आरोपित, अस्पताल में भर्ती
नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन: उज्जैन के ताजपुर कस्बे में पति के साथ मजदूरी करने आई आदिवासी महिला से दो बदमाशों इमरान व रवि ने दुष्कर्म किया। घटना के बाद महिला भागते हुए ग्रामीणों के पास पहुंची। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि भागने के दौरान दोनों घायल हो गए। दोनों को जिला अस्पताल भर्ती कराया गया है।
आदिवासी दंपति को दिया काम का झांसा
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि आदिवासी समाज के दंपती काम की तलाश में डिंडौरी से बुधवार को इंदौर पहुंचे थे। वहां उनका मोबाइल चोरी हो गया। इसके बाद दोनों बुधवार को उज्जैन पहुंच गए। यहां आगर रोड पर इंदिरा नगर चौराहा पर काम की तलाश में खड़े थे। इस दौरान बाइक पर सवार दो युवक उन्हें उज्जैन से करीब 16 किमी दूर ताजपुर ले गए। वहां वे उन्हें चौकीदारी के लिए खेत पर लेकर गए।
चौकीदारी के लिए खेत पर ले गए
दोनों आरोपित ने पति-पत्नी को खेत में बने कमरे पर ठहराया। यहां से एक बदमाश पति को किराने का सामान दिलाने के लिए घर ले गया और उसे दुकान पर ही छोड़कर वापस खेत पर बने कमरे पर पहुंच गया। उसके बाद दोनों बदमाशों ने महिला के साथ दुष्कर्म किया। महिला भागते हुए गांव पहुंची। जहां उसने अपने साथ हुई आपबीती सुनाई। लोगों ने उसके पति को तलाश कर पुलिस को सूचना दी।
सीसीटीवी कैमरा के फुटेज खंगाले
पुलिस ने उज्जैन शहर के इंदिरा नगर चौराहा से लेकर ताजपुर तक लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। फुटेज के आधार पर दो आरोपितों इमरान खान तथा रवि, दोनों निवासी ताजपुर की पहचान की। पुलिस को सूचना मिली थी कि दोनों आरोपित श्री सिंथेटिक फैक्ट्री के खंडहर में शराब पी रहे हैं। पुलिस वहां पहुंची तो दोनों भागने के दौरान घायल हो गए। दोनों को पकड़ लिया गया है।
भाषा समझने में एएसआइ ने की मदद
महिला व उसका पति आदिवासी बोली के कारण पुलिस को अपनी बात समझा नहीं पा रहे थे। तब चिमनगंज थाना में पदस्थ एएसआइ सुनील वरवड़े ने इनकी बोली समझी और अनुवाद किया। इसके बाद पुलिस ने आरोपितों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।