बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजद सुप्रीमो लालू यादव सभी जातीयों को साधने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने मीसा भारती की जगह संसदीय दल के नेता के रूप में अभय सिंह कुशवाह को चुनाव है। संसदीय दल के नेता पद पर अभय कुशवाहा को बिठाकर लालू यादव बिहार विधानसभा चुनाव को साधना चाहते हैं।
By Anurag Mishra
Publish Date: Fri, 21 Jun 2024 10:21:26 PM (IST)
Up to date Date: Fri, 21 Jun 2024 10:21:26 PM (IST)
HighLights
- लालू यादव ने बिहार विधानसभा की तैयारी शुरु की।
- लालू यादव ने अभय सिंह कुशवाह को बनाया संसदीय दल का नेता।
- कुशवाह समाज को साधने की बनाई रणनीति।
एजेंसी, पटना। राजद सुप्रीमो ने जातीय समीकरण को साधते हुए सांसद अभय कुमार कुशवाह को संसदीय दल का नेता बनाया है। उन्होंने अपनी बेटी व पाटिलपुत्र से सांसद मीसा भारती की जगह अभय कुमार को मौका दिया है।
अभय कुमार पहली बार सांसद बनकर लोकसभा पहुंच हैं। वह औरंगाबाद से जीते हैं। इससे पहले वह जदयू से विधायक थे। उन्होंने युवा जदयू के प्रदेश अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी संभाली है।
राजद ने वरिष्ठ नेता डॉ सुरेंद्र प्रसाद यादव को लोकसभा में मुख्य सचेतक की जिम्मेदारी दी है। वह दूसरी बार जहानाबाद से जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं। उन्होंने जदयू के चंदेश्वर प्रसाद को हराया है।
राजद अपने आधार में करना चाहता है विस्तार
राज्यसभा में डॉ फैयाज अहमद को सचेतक पद की जिम्मेदारी दी है। अभय कुशवाह को संसदीय दल का नेता बनाए जाने के पीछे राजद की जातीय समीकरणों को साधने की पहले मानी जा रही है। लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों को टिकट बांटते समय राजद ने अपने आधार में विस्तार करने के लिए सात कुशवाह बिरादरी को टिकट दी थी।
एनडीए में शामिल कुशवाह समाज के बड़े नेता उपेंद्र कुशवाह की हार ने सबको हैरान कर दिया। दूसरी तरफ राजद के अभय कुशवाहा व भाकपा माले के राजाराम सिंह की जीत ने महागठबंधन को नई ताकत दी है।
बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी
अगले साल बिहार में विधानसभा चुनाव है। ऐसे में अभय कुशवाह को संसदीय दल का नेता बनाकर पार्टी अपने वोटबैंक को बढ़ाना चाहती है। अब यह देखने वाली बात है कि यह प्रयास कितना सफल होता है।