Guillain-Barré Syndrome: महाराष्ट्र में गुलियन बैरे सिंड्रोम ने कहर बरपा दिया है. हर दिन के साथ इस बीमारी से पीड़ित लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. अब तक ऐसे 225 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से 197 लोगों के इस बीमारी से पीड़ित होने की पुष्टि हो चुकी है, वहीं 28 लोग संदिग्ध हैं. पुणे शहर और इसके आसपास के इलाकों में हालत ज्यादा खराब है. 90% से ज्यादा मामले यहीं से सामने आए हैं. इसे देखते हुए पुणे हेल्थ डिपार्टमेंट कई कदम भी उठा रहा है.
अब तक इस बीमारी के कारण 12 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें से छह लोगों की मौत के पीछे इसी बीमारी की पुष्टि हो चुकी है, जबकि छह मौतें संदिग्ध हैं. जो 225 मामले सामने आए हैं, उनमें से 179 मरीजों ठीक हो चुके हैं और इन्हें हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया है. 24 मरीज अभी भी ICU में हैं, वहीं 15 मरीजों की हालत ज्यादा खराब हैं और वे वेंटिलेटर पर हैं.
पुणे में इस बीमारी का प्रकोप डराने वाला है. पुणे नगर निगम से अब तक 46, पुणे नगर निगम इलाके में जुड़े नए गांवों से 95, पुणे से सटे हुए पिंपरी चिंचवड़ से 33, पुणे ग्रामीण से 37 और अन्य जिलों से 14 मामले सामने आए हैं. बच्चे और बुजुर्ग सभी में यह बीमारी एक तरीके से फैल रही है. 0 से 9 साल की उम्र के 26 मामले सामने आए हैं तो 60 से 69 साल की उम्र वाले मीरजों की संख्या भी 21 है. सबसे ज्यादा शिकार युवा हो रहे हैं. 20 से 29 साल के 46 युवा इस बीमारी से पीड़ित हुए हैं.
क्या है यह बीमारी?
गुलियन बैरे सिंड्रोम एक ऑटो इम्यून डिसऑर्डर है, जिसमें हमारा इम्यून सिस्टम (रोग प्रतिरोधक प्रणाली) हमारे ही तंत्रिका तंत्र पर हमला करने लगता है. इसमें मांसपेशियों में कमजोरी आती है और लखवा तक हो जाता है.
एक्शन में पुणे हेल्थ डिपार्टमेंट
पुणे और इसके आसपास कि इलाकों से सामने आ रहे इस दुर्लभ बीमारी के कारण हेल्थ डिपार्टमेंट एक्शन में आ गया है. पुणे हेल्थ डिपार्टमेंट ने अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है. शहर के अलग-अलग हिस्सों से 7,262 पानी के नमूने पब्लिक हेल्थ लेबोरेटरी में भेजे गए. हाउस टू हाउस सर्विलांस एक्टिविटी शुरू की जा चुकी है. इसके तहत करीब 90 हजार घरों का सर्वे किया जा चुका है. निजी चिकित्सकों से भी अपील की गई है कि वे संदिग्ध जीबीएस मामलों की सूचना सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों को जल्द से जल्द दें.
इसके अलावा, लोगों से अपील की जा रही है कि शुद्ध पानी पिये और हो सके तो उबालकर पिये. लोगों को खाना भी ताजा खाने की सलाह दी जा रही है. अधपक्का खाने से परहेज करने को कहा जा रहा है, खासकर चिकन और मटन को पूरी तरह पकाकर खाने की सलाह दी गई है.
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